अच्युतानंदन ने मालाबार सीमेंट में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच की मांग कर दी है। गौरतलब हो कि मालाबार सीमेंट से इलामारन करीम का नाम जुड़ा हुआ है। श्री करीम सीपीएम के नेता हैं और उद्योग मंत्री रह चुके हैं। वे केरल सीपीएम के सबसे मजबूत नेता पी विजयन के बहुत करीबी हैं।
करीम के खिलाफ उस कंपनी के एक पूर्व प्रबंध निदेशक ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि विवादास्पद व्यापारी वी एम राधाकृष्णन से उन्होंने बहुत बड़ी मात्रा मे घूस ली थी। यह आरोप पूर्व प्रब्रध निदेशक ने एक जज के सामने अपना बयान दर्ज कराते हुए लगाया है।
सीपीएम के प्रदेश सचिव के बालाकृष्णन और खुद करीम का कहना है। उनके खिलाफ आरोप एक साजिश के तहत लगाए जा रहे हैं। अच्युतानंदन का कहना है कि कैग ने भी अपनी रिपोर्ट में उस कंपनी में हुए भ्रष्टाचार की बात की है और उसके कारण करोड़ों के नुकसान का अनुमान लगाया है। बार बार यह आरोप लग रहे हैं कि मालाबार सीमेंट नाम की उस कंपनी में हुए भ्रष्टाचार में करीम शामिल रहे हैं।
इसके पहले सीबीआई इस नतीजे पर पहुंची थी कि उस कंपनी के पूर्व कंपनी सेक्रेटरी वी ससीन्द्रन और उनके बच्चों ने आत्महत्या कर ली थी। लेकिन रिपोर्ट यह भी आ रही है कि ससींद्रन को अपनी ईमानदारी की कीमत चुकानी पड़ी है और उनके साथ यह त्रासदी इसी का नतीजा थी। उस समय सीबीआई ने भ्रष्टाचार के कोण की जांच नहीं की थी। उसी का हवाला देकर अच्युतानंदन मांग कर रहे हैं कि भ्रष्टाचार के उस मामले की भी सीबीआई जांच की जानी चाहिए।
अच्युतानंदन ने वह मांग उस समय की, जब उनके खिलाफ सीपीएम प्रदेश नेतृत्व ने एक 4 पेज का चार्जशीट तैयार किया। उस आरोप पत्र को सीपीएम के प्रदेश नेतृत्व ने सार्वजनिक भी कर दिया है और उसके पहले केन्द्रीय नेतृत्व से इजाजत भी नहीं ली।
अच्युतानंदन ने फैसला किया है कि वे अपने खिलाफ पारित किए गए उस प्रस्ताव का चुनौती देंगे और उनके ऊपर लगाए गए आरोपो का विस्तार से जवाब देते हुए केन्द्रीय नेतृत्व को एक पत्र लिखेंगे।
अच्युतानंनद की इस मांग से केरल सीपीएम का नेतृत्व सकते में है। यदि पार्टी ने अच्युतानंदन की मांग की अनदेखी की, तो उसका वित्तमंत्री मणि के खिलाफ चल रहा अभियान फीका पड़ जाएगा। गौरतलब हो कि मणि पर घूस के आरोप लगे हैं और उनके खिलाफ सीपीएम आंदोलन चला रही है।
अच्युतानंदन के खिलाफ आरोप लगाते हुए प्रस्ताव पास करना और उसे सार्वजनिक भी कर देना प्रदेश नेतृत्व द्वारा केन्द्रीय नेतृत्व के आदेशों की नाफरमानी समझी जा रही है। अच्युतानंदन के समर्थक कह रहे हैं कि प्रदेश कमिटी ने एक तरह से नये महासचिव सीताराम येचुरी को नोटिस जारी कर दिया है, जिन्हें अच्युतानंदन के प्रति नरम माना जा रहा था। उन्हें यह नोटिस दे दिया गया है कि अच्युतानंदन के खिलाफ केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा अपनाया गया नरम रवैया प्रदेश कमिटी को मंजूर नहीं है और प्रदेश पार्टी उन्हें माफ करने को तैयार नहीं है।
विजयन कैंप अच्युतानंदन के खिलाफ अंतिम लड़ाई लड़ रहा है और वह उन्हें पार्टी केरल विधायक दल के नेतृत्व से हटाने पर आमादा है। लेकिन यह माना जा रहा है कि विजयन कैंप की इन कोशिशों के बावजूद अच्युतानंदन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। (संवाद)
भारत: केरल
अच्युतानंदन ने सीपीएम को एक और झटका दिया
पूर्व मुख्यमंत्री ने पार्टी के कमजोर नस को दबाया
पी श्रीकुमारन - 2015-05-26 15:18
तिरुअनंतपुरमः प्रदेश सीपीएम नेतृत्व और वरिष्ठ पार्टी नेता वीएस अच्युतानंदन के बीच का झगड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। इन दिनों वह कुछ ज्यादा ही तीव्र हो गया है। उन पर हमले हो रहे हैं और वे उन हमलों का करारा जवाब भी दे रहे हैं। अपने ऊपर होने वाले हमले का वह और भी कठोरता से जवाब देते हैं।