सच तो यह है कि पार्टी ने दीपक जोशी को इस पद के लिए नामांकित किया था। लेकिन पार्टी के निर्णय को धता बताते हुए पारस जैन ने घोषणा कर दी कि वे भी इस पद के लिए अपना पर्चा दाखिल करेंगे। इसके कारण पार्टी के सामने अभूतपूर्व स्थिति पैदा हो गई। इस समस्या के हल के लिए पार्टी ने अपने उपाध्यक्ष विजेश लुनावत और महासचिव अरविंद भदौरियो को जिम्मेदारी दी। लेकिन रिपोर्ट लिखे जाने तक उनके प्रयास विफल रहे हैं।

भारत स्काउट्स के अन्य पदो ंके लिए भी चुनाव हो रहे हैं और उन पदों पर भी भारतीय जनता पार्टी के नेता आपस में शक्ति प्रदर्शन को आतुर हैं। भारत स्काउट्स के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव भी हो रहा है। इससे पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी का अनुशासित पार्टी होने का दावा बहुत खोखला है।

मध्यप्रदेश के मैहर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने वाला है। पिछले विधानसभा आमचुनाव मंे वहां से कांग्रेस के उम्मीदवार नारायण त्रिपाठी खड़ा हुए थे। वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं और इसके कारण उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अभी तक उपचुनाव की तारीख का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन उम्मीदवार की खोज शुरू हो गयी है और उसके लिए भी पार्टी में प्रतिद्वंद्विता का दौर शुरू हो गया है।

नारायण त्रिपाठी तो भारतीय जनता पार्टी में आ गए हैं और वे भी अगले विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार हो सकते हैं, लेकिन बसपा के उम्मीदवार रहे मनीष पटेल के कांग्रेस में शामिल हो जाने के बाद वहां का चुनाव भाजपा और नारायण त्रिपाठी के लिए आसान नहीं रह गया है।

नारायण त्रिपाठी ने भारतीय जनता पार्टी और बसपा के उम्मीदवारों को हराकर जीत हासिल की थी। उस समय भाजपा का उम्मीदवार दूसरे स्थान पर और बसपा का उम्मीदवार तीसरे स्थान पर था, लेकिन भाजपा उम्मीदवार से बसपा उम्मीदवार का मत एक हजार ही कम था।

चुनाव में जाति गणित का बहुत असर होता है। वहां पटेलों की संख्या 40 हजार है, जबकि ब्राह्मणों की संख्या 41 हजार। पूरी संभावना है कि कांग्रेस मनीष पटेल को ही अपना उम्मीदवार बनाएगी, हालांकि उन्होंने साफ कर दिया है कि कांग्रेस में शामिल होने वक्त उनकी यह शर्त नहीं थी कि उन्हें उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया जाय।

रतलाम- झाबुआ लोकसभा चुनाव हारने के बाद भारतीय जनता पार्टी के लिए मैहर में जीत पाना बहुत जरूरी हो गया है। खुद मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा इस सीट से जुड़ गई है। इसके कारण वे इस क्षेत्र का दौरा शुरू कर चुके हैं और अनेक घोषणाएं भी कर रहे हैं। लेकिन मनीष पटेल के खिलाफ कौन सा उम्मीदवार जीत हासिल कर सकता है, इसको लेकर पार्टी के अंदर मतभेद खड़ा हो गया है। (संवाद)