हालांकि अभी तक औपचारिक रूप से इसकी घोषणा नहीं की गई है। औपचारिक घोषणा 6 और 7 अगस्त को हाने वाली बैठक के बाद की जाएगी। यह बैठक चाराकुन्नु में होने वाली है।

यह संकट उस समय अपनी चरम अवस्था में पहुंच गया, जब केरल कांग्रेस(मणि) के अध्यक्ष ने यह कहने से इनकार कर दिया कि उनकी पार्टी के यूडीएफ के बाहर जाने की हो रही चर्चा निराधार है। यूडीएफ के अन्य नेता उन्हें मनाने में लगे हुए थे। उन्हें मनाने वालों में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के महासचिव पी के कुन्हालकुट्टी भी शामिल थे। उनके पहले विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेनिंथाला इसके लिए कोशिश कर रहे थे।

खबर के अनुसार मणि ने उन नेताओं की कोशिशों का कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी भी उनको शांत करने की कोशिश लगातार कर रहे थे, लेकिन वे भी अपने मिशन में विफल रहे हैं।

मणि की कांग्रेस के साथ कांग्रेस का संबंध उस समय से बहुत खराब चल रहा है, जब मणि ने सीधे सीधे रमेश चेनिंथाला पर उन्हें बार घूसखोरी कांड मे फंसाने का आरोप लगा दिया। रमेश चेनिथाला के साथ साथ मणि ने अपने आरोपों में पूर्व राजस्व मंत्री प्रकाश अदूर को भी लपेट लिया है।

मणि का कहना है कि शराब लाॅबी के साथ मिलकर कांग्रेस के इन दोनो नेताओ ने उन पर घूसखोरी में शामिल होने का आरोप लगवाया। उसके कारण मणि की काफी फजीहत हुई थी। उन्हें वित्त मंत्री के पद से भी इस्तीफा देना पड़ा था। उसके कारण मणि और उनकी पार्टी को चुनावी झटके भी लगे थे।

मणि दबे स्वर से तो पहले भी कांग्रेस के नेताओं पर अपने खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगा रहे थे, लेकिन जब प्रकाश अदूर के बेटे की शादी उनके ऊपर आरोप लगाने वाले शराब व्यापारी बीजू रमेश की बेटी के साथ हुई, तो मणि के सब्र का पारा टूट गया और उन्होंने चेनिथाला और अदूर के ऊपर खुलकर आक्रमण बोलना शुरू कर दिया।

मणि ने यूडीएफ की बैठकों का भी बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। वे कांग्रेस के ऊपर अपने को बदनाम करने का आरोप लगा रहे हैं। जब यूडीएफ की निर्णायक बैठक हो रही थी, तो उन्होंने खुद उसमें उपस्थित होने से मना कर दिया और अपने किसी प्रतिनिधि को भी वहां भेजने से साफ इनकार कर दिया।

बैठक मे उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने की लिए यूडीएफ की बैठक को ही स्थगित कर दिया गया, लेकिन फिर भी मणि नहीं पिघले।

मणि का यह निर्णय वैसे समय में आया है जब भारतीय जनता पार्टी उन्हें अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रही है। खबरो के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव ए एन राधाकृष्णन ने इस संदर्भ में मणि के साथ अनेक बैठकें की हैं।

भारतीय जनता पार्टी के साथ मणि की जो डील हो रही है, उसके अनुसार मणि के सांसद बेटे को केन्द्र में राज्यमंत्री बना दिया जाएगा। (संवाद)