संसद सत्र आरंभ होने से पहले भाजपा ने सरकार को यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि इस मुद्‌दे पर वह चुप बैठने वाली नहीं है। इस धरने में भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी, लोक सभा में विपक्षी दल की नेता सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी और अनंत कुमार सहित राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के कई बड़े नेता शामिल थे।

भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई बेलगाम हुई है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि देश की विकास दर दो अंको की होने जा रही है, लेकिन सच तो यह है कि देश में मुद्रास्फिति दो अंकों में पहुंच गई है। शरद पवार पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि लगता नहीं कि उन्हें महंगाई की चिंता है। उन्हें तो आईपीएल मैचों की चिंता अधिक सता रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि एक बड़े घोटाले के कारण महंगाई छलांगे मारती जा रही है और सत्ता में बैठे नेताओं के समर्थन के बिना ऐसा होना संभव नहीं है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद डा. मुरली मनोहर जोशी ने महंगाई का कारण सरकार के कुप्रबंधन नीतियों को बताया। उन्होंने कहा कि जो देश दूध उत्पादन में दुनिया का सबसे बड़ा देश है वहां दूध की कीमतें भी आसमान छूती हों तो सरकार का कुप्रबंधन स्पष्ट नजर आता है।

लोकसभा नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज को तो अपने जमाने की प्याज याद आ गई और उन्होंने कहा कि प्याज के कारण हमें दिल्ली की गद्‌दी से बेदखल होना पड़ा था। अब तो खाद्य पदार्थ की प्रत्येक वस्तु के दाम आसमान छू रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीनी से लेकर आटा, दाल, नमक सभी के दामों में आग भड़की हुई है। भाजपा नेता अनंत कुमार ने कहा कि पार्टी महंगाई के खिलाफ अपने आंदोलन को और अधिक बढ़ाएगी। हर चीज के दाम बढ़ रहे हैं। इस मिलीभगत में प्रधानमंत्री, सोनिया गांधी और पवार शामिल हैं इसका हम पर्दाफाश करके रहेंगे।

इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज, डा. मुरली मनोहर जोशी के अलावा, अनंत कुमार, थावर चंद गहलोत, विजय गोयल, दिल्ली विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार मल्होत्रा, प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश कोहली, विजय गोयल, हर्ष वर्धन आदि नेता उपस्थित थे।