मेरठ के कांग्रेसी कार्यकर्ता पी के शर्मा ने कहा कि वे इस बात से बहुत खुश हैं कि उनके नेता राहुल गांधी ने प्रचार का अपना तरीका बदल दिया है। गौरतलब हो कि प्रशांत किशोर की रणनीति के तहत ही वैसा किया गया है।

लखनऊ के रमाबाई स्थल पर कांग्रेस उपाध्यक्ष की एक सभा में पी के शर्मा ने शिरकत की थी। उस सभा में राहुल गांधी की शैली से वे बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि राहुल भाषण नहीं दे रहे थे, बल्कि सभा में आए लोगों के सवालों का जवाब दे रहे थे।

शर्मा ने बताया कि वे मेरठ से चलकर दिल्ली आए हुए हैं और उन्होंने पिछले दो दशक में कांग्रेस की उतनी बड़ी सभा कभी नहीं देखी।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मंच पर चल रहे थे और पार्टी के कार्यकत्र्ताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्हें राहुल गांधी की वह शैली बहुत पसंद आई, जिसमें वे कार्यकर्ताओं से जुड़ने की कोशिश कर रहे थे।

उसी तरह राहुल गांधी की खाट पंचायत का भी बहुत अच्छा असर पड़ा है। जहां जहां यह पंचायत हुई है, वहां के कांग्रेसी कार्यकत्र्ताओं में अच्छा खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।

कांग्रेसी कार्यकत्र्ताओं को लगता है कि उनके नेता उनके काफी करीब आ गए हैं और वे अब उनकी भी सुनने लगे हैं। पहले वे भाषण देने के बाद दिल्ली चले जाते थे। अब राहुल गांधी कार्यकर्ताओ के बीच खाट पर बैठ जाते हैं और उनकी सुनते हैं। इससे लोगों में बहुत अच्छा संदेश जा रहा है और उन्हें लग रहा है कि राहुल गांधी लोगों की समस्याओं को लेकर बहुत चिंतित हैं।

मोटर मेकैनिक हामिद अली ने कहा कि कांग्रेस के सैंकड़ो कार्यकर्ता इस बात को लेकर बहुत खुश हैं कि राहुल गांधी उनकी समस्याओं की चर्चा करते हैं। वे किसानों के कर्ज माफ करने की बात कर रहे हैं। बिजली की बिल को आधा करने की बात कर रहे हैं और खेती के उत्पादों के समर्थन मूल्य बढ़ाने की बात कर रहे हैं।

कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रशांत किशोर से भी बहुत खुश हैं और उनकी टीम से भी, क्योंकि वे कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं के साथ जुड़ रहे हैं। इसके पहले तो कांग्रेसी कार्यकर्ता अपने आपको उपेक्षित महसूस किया करते थे।

राजेश पांडे, जो इस समय लखनऊ में रह रहे हैं, पर जो मूल रूप से भदोही से हैं, भी राहुल और कांग्रेस में आए इस बदलाव से बहुत खुश हैं। जब प्रशांत किशोर यह संदेश आया कि वे उनसे मिलना चाहते हैं, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

राजेश पांडे स्वतंत्रता सेनानियों के एक परिवार से आते हैं और उनका परिवार पारंपरिक रूप से कांग्रेस के साथ जुड़ा रहा है, पर उनकी पार्टी में कोई पूछ नहीं हो रही थी। अब जब कांग्रेस अपने सदस्यों तक पहुंच रही है, तो उन्हें बहुत खुशी हो रही है।

श्री पांडे ने कहा कि कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों को अपने साथ जोड़े रखने की कोशिश नहीं की, इसीलिए उसके अनेक लोग दूसरी पार्टियों में चले गए हैं। उन्होंने कहा कि अब पीके से मिलने के बाद वे पूरा समय कांग्रेस के लिए लगाएंगे।

मोहम्मद अहमद भी पार्टी में अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहे थे। वे कई बार विधायक रह चुके हैं और मंत्री भी रहे हैं। उपेक्षा के कारण वे राजनीति से रिटायर भी हो चुके हैं, लेकिन जब पीके की टीम के सदस्य ने उनसे मुलाकात की और पार्टी से फिर से जुड़ने को कहा, तो उन्हें बहुत खुशी हुई। (संवाद)