अपराधियों के गिरोह ने अभिनेत्री का अपहरण फिरौती के लिए किया था। अब तक उस मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारिया भी हुई हैं, लेकिन मुख्य अभियुक्त अभी भी गिरफ्त से बाहर है और इसके कारण सरकार को चारों तरफ से आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
गृह विभाग खुद मुख्यमंत्री पी विजयन के पास ही है। इसलिए पुलिस की विफलता के कारण मुख्यमंत्री सीधे अपने विरोधियो के निशाने पर हैं। मुख्य अभियुक्त पुल्सर सुनी गिरफ्तार होते होते रह गया। एक बार पुलिस की गिरफ्त से बच जाता तो उसे संयोग माना जा सकता था, लेकिन इस तरह का बाकया दो बार हुआ, जिसके कारण यह शक पैदा हो गया है कि कहीं न कहीं मुख्य अभियुक्त से पुलिस की भी मिलीभगत रही है।
इस घटना के बाद विपक्ष विजयन सरकार पर लगातार हमले कर रहा है। उसे यह अच्छा अवसर मिल गया है। वह आरोप लगा रहा है कि विजयन सरकार के गठन के बाद पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है।
सरकार का नेतृत्व करने वाली सीपीएम इस घटना से उत्पन्न प्रतिक्रिया का बहादुरी से सामना कर रही है। वह कह रही है कि तरह ही कुछ घटनाओं को छोड़ दिया जाय, तो पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत अच्छी है और उसमंे पहले की तुलना में काफी सुधार हुआ है।
इसमें सच्चाई भी है। लेकिन इस तरह की इक्का दुक्का घटनाओं का भी लोगों के दिलो दिमाग पर खराब असर पड़ रहा है और वे अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्हें यह बात सबसे ज्यादा खल रही है कि इस तरह की घटना घटने के बाद पुलिस अपराधियों को पकड़ भी नहीं पा रही है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही एक महिला पत्रकार पर हमला किया गया। उस घटना के दो महीने हो चुके हैं, लेकिन अबतक हमला करने वाले गिरफ्तार नहीं किए जा सके हैं। इसके कारण लोगों की घबराहट बढ़ी हुई है और प्रदेश की सरकार भारी दबाव महसूस कर रही है।
कहा जा रहा है कि अभिनेत्री का अपहरण पूरी योजना के साथ किया गया। उसके लिए एक महीना पहले ही योजना तैयार कर ली गई थी। यह योजना उस समय तैयार की गई थी, जब अभिनेत्री गोवा में शूटिंग कर रही थी। अभिनेत्री की गाड़ी के ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि मुख्य अभियुक्त ने उससे संपर्क किया था और कहा था कि यदि उसने अपहरण में उसका साथ दिया, तो उसे भी हिस्सा दिया जाएगा।
पुलिस सुपारी के कोण की जांच भी कर रही है। अभिनेत्री ने पुलिस को बताया के उसके साथ कार में बलात्कार करने वाले अपराधियो ने उसे कहा था कि उसे सुपारी दी गई है और यदि उसने विरोध किया, तो फ्लैट में ले जाकर उसके साथ और भी अत्याचार किया जाएगा।
पुलिस ने एक अभिनेत्रा और एक फिल्म निर्माता से भी पूछताछ की है। कहा जाता हे कि उस अभिनेता के साथ उस अभिनेत्री की अनबन हो गई थी, क्योंकि उसने उसके निजी मामलों मे दखल दी थी।
इस बीच एक अभिनेता केबी गणेश कुमार ने कहा है कि मलयालम फिल्म उद्योग पर माफिया और गुृडा तत्वों का कब्जा हो चुका है। वे फिल्म उद्योग पर शासन कर रहे हैं और भय फैला रहे हैं। ताजा घटना को उन्होंने फिल्म उद्योग और आपराधिक तत्वों के बीच बने नापाक संबंधों का नतीजा बताया है। गणेश कुमार प्रदेश मे मंत्री भी रह चुके हैं।
इन अपराधियों को ड्राइवर और पीए के रूप में काम पर लगा दिया जाता है और इस तरह वे अभिनेताओं ओर अभिनेत्रियों पर अपनी नजर बनाए रखकर उन्हें अपने चंगुल में फंसाकर रखते हैं। (संवाद)
अभिनेत्री अपहरण कांड: विजयन सरकार रक्षात्मक मुद्रा में
पी श्रीकुमारन - 2017-02-23 11:41
तिरुअनंतपुरमः मलयालम फिल्मों की एक मशहूर अभिनेत्री का अपहरण और कथित बलात्कार के मसले केरल सरकार को सांसत में डाल दिया है। उस घटना के पहले बीटेक के एक छात्र की मौत के कारण सरकार पहले से ही परेशान थी। अपराधियों के एक गिरोह ने उस अभिनेत्री का अपहरण किया था। कहा तो यह भी जा रहा है कि उसमें फिल्मी दुनिया के लोगों का ही हाथ है।