कृषि विश्वविद्यालयों के उप-कुलपतियों और आईसीएआर के निदेशकों के दो दिवसीय सम्मेलन का आज उद्घाटन करते हुए श्री पवार ने कहा कि बीटी.बैंगन पर हाल के निर्णय को सरकार के प्रयासों की शिकस्त न मानकर एक चुनौती के रूप में लेना चाहिए ।
श्री पवार कहा कि कृषि के लिए उपयोग की जा रही पारंपरिक तकनीकें सामने आने वाली चुनौतियों से निबटने के लिए पर्याप्त नहीं है । उन्होंने कहा कि अकादमिक उत्कर्ष के वातावरण बनाने के लिए राज्य सरकार के सम्बद्ध विभागों और आईसीएआर - विश्वविद्यालयों में गठजोड़ की आवश्यकता है ।
कृषि, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री प्रो. के.बी. थॉमस ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि में उच्च शिक्षा क्षेत्र और इससे संबंधित विषयों को आर्थिक एवं तकनीकी दोनों दृष्टि से आगे बढा़ने की आवश्यकता है ।
भारत
जी एम फसलों के पक्ष में शरद पवार की बल्लेबाजी
विशेष संवाददाता - 2010-02-17 20:23
केन्द्रीय कृषि, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री शरद पवार ने कृषि वैज्ञानिकों से अपील की है कि वे जीएम फसलों के संबंध में नीति-निर्माताओं और जनता के दिमाग से सभी संदेहों को मिटाने के लिए दोगुने प्रयास करें ।