राष्ट्ीय परिषद के अध्यक्षीय भाषण में नीतिन गडकरी ने राम मंदिर निर्माण पर बीजेपी का अबतक का अड़ियल रूख से अलग हटने संकेत दिया है।उन्होंने बीजेपी के सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर नरमी दिखाते हुए मुसलमानों से सहयोग करने की सीधी अपील की है।उन्होंने कहा कि न्यायालय द्वारा इसका संतोषजनक हल संभव नहीं लगता क्योंकि इसमें कोई जीतेगा तो कोई हारेगा।इसलिए बीजेपी मुसलमान भाइयों से अपील करती है कि वे हिंदुओं की भावनाओं के प्रति सहृदयता का परिचय देते हुए भव्य राम मंदिर बनाने का रास्ता प्रशस्त करने के लिए आगे आएं।बदले में बीजेपी उनके लिए मस्जिद बना कर देगी।इससे देश में भाईचारे व विकास के एक युग सूत्रपात होगा।

मालूम हो कि बीजेपी के चुनावी एजेंडे में राम मंदिर निर्माण सबसे उपर रहा है।इसके नाम पर वह केंद्र में सत्ता का सुख भी भोग चुकी है।बीजेपी का वादा था कि जब केंद्र में उसकी सरकार बनती है तो वह राम मंदिर के निर्माण के लिए कानून बनाएगी।बीजेपी सत्ता में रहते हुए भी राम मंदिर नहीं बना सकी,इससे उसका हिंदू वोट बैंक का आधार भी खिसक गया।राम मंदिर निर्माण की जिद पर अड़े रहने से मुसलमानों में नाराजगी बढ़ती गयी।
देश की आतंरिक सुरक्षा पर बोलते हुए बीजेपी अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने कहा कि जिहादी आतंकवाद और नक्सलवाद दो खतरे बने हुए हैं।उन्होंने कहा कि मुबंई हमले की जांच जिस ढंग से की जा रही है,उससे गंभीर आशंकाएं पैदा होती है।ऐसा लगता है कि सरकार उस हमले के जानकारी और साजिश में शामिल स्थानीय कड़ियों का पता लगाने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है।उन्होंने कहा कि पुणे में ताजा बम विस्फोट इसका उदाहरण है कि संदिग्ध आतंकवादियों के प्रति नरमी बरतने से देश की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।

उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि संदिग्ध आतंकवादियों की चिरौरी करना,उन पुलिस अधिकारियों का भी अपमान है जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान आतंकवाद से लड़ने में दिया है।उन्होंने कहा कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने संदिग्ध आतंकवादी अड्डों को अपनी तीर्थस्थली बना लिया है।आतंकवादियों के संदिग्ध अड्डों पर राजनीतिज्ञों का बार बार जाना राष्ट् के शत्रुओं का हौसला बढ़ा रहा हैे।उन्होंने कांग्रेस की वोट बैंक राजनीति की निंदा करते हुए कहा कि वह आतंकवाद के खतरे को देखने से इंकार कर रही है।

नीतिन गडकरी ने मजहब आधारित आरक्षण को नामंजुर करते हुए कहा कि कांग्रेस और कम्युनिस्ट इस पर तुच्छ राजनीति कर रही है।उन्होंने कहा कि बीजेपी शिक्षा के व्यापक प्रसार के माध्यम से मुस्लिमों के सामाजिक,आर्थिक और शैक्षिक विकास के लिए किए जाने वाले प्रयासों का समर्थन करती है।उन्होंने कहा कि मुस्लिमों में पिछड़ापन इस बात का प्रमाण है कि कांग्रेस पार्टी ने अपने निजी राजनीतिक लाभ के लिए उनका किस कदर शोषण किया है।उन्होने कहा कि मजहब आधारित भारतीय संविधान के विरूद्ध है।यह फुट डालने वाला एक उपाय है जो आगे चल कर देश की एकता और अखंडता के लिए नुकसान साबित होगा,साथ ही,यह मतातंरण को भी शह देगा।