इस मारक क्षमता प्रदर्शन में भारतीय वायुसेना की अग्रणिपंक्ति के लडाकू विमान भाग लेंगे। इनमें सुखोई-30 एमकेआई, मिराज-2000, जगुआर, मिग-21 तथा मिग-29 शामिल हैं। परिवहन विमानों में एएन-32, एम्ब्राीअर तथा आईएल-76 तथा लडाकू हेलीकॉप्टरों में एमआई-17 1वी एवं एमआई-35 भाग लेंगे।

पहली बार इस विशाल प्रदर्शन की अवाक्स द्वारा निगरानी रखी जाएगी और एक अज्ञात हवाईयान द्वारा निशाने पर लगे प्रहारों का सीधा प्रसारण किया जाएगा। इसमें वायुसेना के 65 विमान सक्रियरूप से हिस्सा लेंगे और 30 विमान आकाश में तैयार रहेंगे तथा इतने ही धरती पर तैयार खडे़ होंगे। इसी कारण यह एक बहुत ही बड़ा प्रदर्शन हैै।

इस के अन्य आकर्षणों में सूर्य किरण तथा सारंग का करतबों का प्रदर्शन और वायुसेना की हवाई गोताखोर टीम आकाश गंगा तथा वायुसेना द्वारा सिम्फोनिक आर्केस्ट्रा का भी प्रदर्शन किया जाएगा।