अपने पांव पूरे देश में फैलाने की कोशिश कर रही भाजपा के लिए यह एक बड़ा सदमा था, क्योंकि जिन कारणों को गठबंधन छोड़ने के लिए चन्द्रबाबू बता रहे हैं, उनसे भाजपा की छवि आंध्र प्रदेश में बेहद खराब हो गई है। केन्द्र सरकार पर आंध्र प्रदेश की उपेक्षा का आरोप लगाया जा रहा है। लोकसभा चुनाव के पहले मोदी ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था। वह वादा पूरा नहीं किया जा रहा है। केन्द्र सरकार बता रही है कि क्यों आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता। लेकिन वहां के लोग यह मानने को तैयार नहीं हैं, क्योंकि प्रावधान भी तो आखिर केन्द्र सरकार का ही बनाया हुआ है, जिसे बदला भी जा सकता है।

विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की जगह वित्तमंत्री आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज देने की बात कर रहे हैं, लेकिन बजट पेश करते हुए किसी प्रकार का विशेष पैकेज भी आंध्र को नहीं दिया गया। राज्य के बंटवारे के बाद राजधानी हैदराबाद अब तेलंगाना का हिस्सा हो गई है। जाहिर है आंध्र को एक नया राजधानी क्षेत्र बनाना है। अमरावती उसकी नई राजधानी है, लेकिन उसके निर्माण में लाखों करोड़ रुपये लगेंगे। चूंकि प्रदेश को विभाजित करने का फैसला केन्द्र सरकार का था, इसलिए यह केन्द्र सरकार की ही जिम्मेदारी है कि वह नई राजधानी बनाने में आंध्र सरकार को सहायता करे। लेकिन उसके लिए भी किसी प्रकार की वित्तीय सहायता की घोषणा बजट में नहीं की गई। उसके बाद तो चन्द्रबाबू नायडू का धीरज जवाब दे गया और उन्होंने नरेन्द्र मोदी से ही नाता तोड़ लिया ळें

उसके पहले यह चर्चा थी कि भारतीय जनता पार्टी आंध्र प्रदेश में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए जगनमोहन रेड्डी की पार्टी से हाथ मिलाने जा रही है। लेकिन अब श्री रेड्डी खुद केन्द्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर रहे हैं। सच तो यह है कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य न दिए जाने पर राजनीति जिस तरह से चन्द्रबाबू नायडू कर रहे हैं, उसी तरह जगनमोहन रेड्डी भी कर रहे हैं। अब ये दोनों मिलकर केन्द्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं।

उधर प्रदेश की राजनीति में एक ताकत के रूप में उभर रहे अभिनेता पवन कल्याण से भी भाजपा को बहुत उम्मीदें थीं। पवन कल्याण अभिनेता चिरंजीवी के छोटे भाई हैं और उन्होंने जन सेना पार्टी 2014 में ही बना ली थी। उस साल पवन कल्याण ने चन्द्रबाबू नायडू और नरेन्द्र मोदी के गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार किया था और सबसे बड़ी बड़ी सभाएं उनकी ही हुआ करती थीं। उनके बड़े भाई चिरंजीवी ने भी प्रजा राज्य पार्टी बनाई थी, जिसे प्रदेश में 18 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल हुई थी। बाद में चिरंजीवी ने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में कर दिया था।

चिंरजीवी की पूर्व पार्टी के आधार और अपने करिश्में के बूते पवन कल्याण 2019 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी उनके साथ गठबंधन कर आंध्र प्रदेश में अपनी ताकत और बढ़ा सकती थी, लेकिन जिस तरह का आरोप अब जगनमोहन रेड्डी और चन्द्रबाबू नायडू केन्द्र सरकार पर लगा रहे हैं, उसके कारण भारतीय जनता पार्टी की छवि आंध्र प्रदेश में बहुत खराब हो गई है और पवन कल्याण ने भी अब यह साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी भाजपा से कोई संबंध नहीं रखेगी। पवन कल्याण भी नरेन्द्र मोदी से मांग कर रहे हैं कि चुनाव के पहले उन्होंने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य देने का जो वायदा किया था, उसे पूरा करें।

जाहिर है, भारतीय जनता पार्टी के पांव आंध्र में जमने के पहले ही उखड़ते दिखाई पड़ रहे हैं। आंध्र प्रदेश में अपनी राजनैतिक पैठ बढ़ाने के लिए भाजपा नेता पिछले दो दशकों से सचेष्ट हैं। उन्होंने आंध्र प्रदेश के लक्ष्मण को पार्टी का अध्यक्ष बनवा दिया था, लेकिन तहलका ने उनका स्टिंग आॅपरेशन कर भाजपा के मंसूबे को नाकाम कर दिया। पार्टी ने आंध्र प्रदेश के ही वेंकैया नायडू को भी पार्टी का अध्यक्ष बनाया था। अब तो उनका देश का उपराष्ट्रपति भी बना दिया गया है। लेकिन पार्टी की पैठ आंध्र में बढ़ाने के रास्ते में अब चन्द्रबाबू नायडू ही नहीं आ गए हैं, बल्कि जगनमोहन रेड्डी और पवन कल्याण भी आ गए हैं। और भारतीय जनता पार्टी की छवि प्रदेश में लगभग उतनी ही खराब होती जा रही है, जितनी कांग्रेस की छवि आंध्र प्रदेश के बंटवारे के कारण हो गई थी।

वैसे भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता बहुत ही खुश होकर कह रहे हैं कि चन्द्रबाबू नायडु के राजग से बाहर जाने के बाद आंध्र प्रदेश में विस्तार करने का उसे अच्छा मौका मिल गया है, लेकिन वे विस्तार किस बूते करेंगे, यह नहीं बता पा रहे। पवन कल्याण द्वारा झिड़के जाने के पहले इस तरह की खुशी का तो कुछ आधार था, लेकिन अब तो उनके पास पवन का सहारा भी नहीं रहा। उनके पास आंध्र प्रदेश में चन्द्रबाबू नायडु के रूप में एक नेता था, लेकिन उन्हें उपराष्ट्रपति बनाकर खुद भाजपा ने दलगत राजनीति से बाहर कर दिया है।(संवाद)