कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन को महत्वपूर्ण पूर्वी यूपी के महासचिव प्रभारी के रूप में नियुक्त किया। पूरे यूपीसीसी भवन को पेंट किया जा रहा है और प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए जगह बनाई जा रही है।
शुरुआत में प्रियंका और ज्योतिरादित्य अपने- अपने क्षेत्रों में पार्टी संगठनों की राजनीतिक स्थिति और ताकत की समीक्षा करने के लिए लखनऊ में सप्ताह में चार दिन बिताएंगे। प्रियंका गांधी कांग्रेस नेताओं से सीधे जानकारी लेने के लिए एक एक कर उनके साथ बैठक करेंगी और फिर उनसे समूह के साथ बैठकें करेंगी। उम्मीद है कि प्रियंका न केवल अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं, बल्कि अन्य नेताओं से भी मिलेंगी।
कांग्रेस नेतृत्व को पता है कि प्रियंका गांधी को जब से महासचिव बनाया गया है, तब से अल्पसंख्यक समुदाय में इस पर मंथन किया जा रहा है। मुस्लिम नेता इस बात पर बहस कर रहे हैं कि समुदाय को सपा-बसपा गठबंधन का समर्थन करना चाहिए या कांग्रेस में वापस आना चाहिए जो 1990 से पहले उनकी पहली पसंद थी।
चुनावों के बाद बसपा के बीजेपी में शामिल होने की संभावनाओं पर भी मुसलमानों के बीच बहस हो रही है। उनका तर्क है कि मायावती बीजेपी की मदद से तीन बार सीएम बनीं, तो क्या गारंटी है कि वह चुनाव के बाद दोबारा भाजपा के साथ नहीं दिखाई देंगी। वे 2002 के गुजरात चुनाव के बारे में भी बात करते हैं जब मायावती ने बीजेपी की मदद करने के लिए वहां अभियान चलाया था। मायावती तब नरेन्द्र मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री बनाने की अपील वहां की जनता से कर रही थी, जबकि उसके कुछ महीने पहले ही वहां भयानक दंगे हुए थे, जिसमें हजार से भी ज्यादा मुसलमान मारे गए थे।
मायावती ने जिस तरह से कांग्रेस पर हमले शुरू किए हैं, उससे लगता है कि आने वाले दिनों में गठबंधन के साथ सीट बंटवारे के लिए किसी भी तरह की बातचीत मुश्किल होगी। अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के प्रतिद्वंद्वी समूह कांग्रेस के साथ सीट साझा करने के लिए बहुत उत्सुक है। अन्य छोटे समूह और दल हैं जो कांग्रेस के साथ सीटों के तालमेल की तलाश कर रहे हैं।
हालांकि मायावती कांग्रेस पर हमले शुरू करने में आक्रामकता दिखा रही हैं, लेकिन दूसरी तरफ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस पर बहुत नरम हैं और उन्होंने प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में प्रवेश का स्वागत किया है।
अब प्रियंका गांधी की जनसभाओं पर बहुत कुछ निर्भर करता है कि आगे प्रदेश की राजनीति कौन सी दिशा लेगी। देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में बेहतर नतीजों के साथ लोगों को अचंभित कर पाती है या नहीं। (संवाद)
लखनऊ में प्रियंका के लिए कांग्रेस करेगी ग्रैंड शो
मायावती कांग्रेस पर गरम, पर अखिलेश नरम
प्रदीप कपूर - 2019-02-08 10:23
लखनऊः उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी रोड शो के जरिए शक्ति प्रदर्शन का आयोजन करने के लिए पूरी तरह तैयार है और जब प्रियंका गांधी वाड्रा 10-11 फरवरी को लखनऊ आएंगीए तो उसी रोज इस ग्रैंड शो को अंजाम दिया जाएगा। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए ईस्ट यूपी की कमान संभालने के लिए कांग्रेस उनके लखनऊ आगमन पर प्रियंका गांधी वाड्रा के भव्य स्वागत का आयोजन करने की तैयारी कर रही है।