उक्त विचार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की है। छत्तीसगढ़ वह राज्य है, जहां पिछले साल संपन्न विधान सभा चुनावों में भाजपा को करारी हार मिली थी। कांग्रेस ने दो-तिहाई से भी ज्यादा सीटों पर जीत हासिल कर भाजपा को 15 साल बाद सत्ता से बेदखल किया था। भाजपा को प्रदेश की सत्ता से बेदखल करने के लिए भूपेश बघेल ने संगठनात्मक रूप से कांग्रेस को मजबूत किया था। वर्तमान राजनीति, चुनाव एवं छत्तीसगढ़ के विकास को लेकर भूपेश बघेल ने अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि भाजपा ने राजनीति में गिरावट ला दी है। उसने अपनी पार्टी के ही वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर दिया। पिछले 5 साल में अपने किए हुए काम के नाम पर चुनाव लड़ने के बजाय भाजपा राष्ट्रवाद के नाम पर चुनाव में जाना पसंद किया। जनता ने उसके राष्ट्रवाद को नकार दिया है और भाजपा केन्द्र की सत्ता से बेदखल हो जाएगी।
भोपाल से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर पर भूपेश बघेल का कहना है कि प्रज्ञा का व्यवहार आदतन अपराधियों की तरह रहा है। वर्तमान में वह आतंकी गतिविधियों की अभियुक्त हैं, लेकिन इससे पहले भी जब वे छत्तीसगढ़ में रहती थी, तब उन्होंने एक व्यक्ति को चाकू मार दिया था। प्रज्ञा की उम्मीदवारी बताता है कि भाजपा की राजनीति में कितनी गिरावट आई है। प्रज्ञा को लोक सभा चुनाव में उम्मीदवार बनाना भाजपा के विचारों को दर्शाता है।
उन्होंने मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार की 5 साल की नाकामियों पर भी प्रहार किया। उनका कहना है कि इस चुनाव में डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, स्टार्ट अप जैसी कई योजनाएं कहां चली गई। भाजपा ने इन पर बात क्यों नहीं की? नोटबंदी से देश को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा। नोटबंदी एक घोटाला है। गुजरात में पुराने नोट बदलने के मामले को लेकर शिकायत की गई, लेकिन उस पर जांच नहीं की गई। जीएसटी से व्यापारी परेशान हो गया। गुजरात का विकास माॅडल एक भ्रम है। देश में बेरोजगारी चरम पर है। महंगाई से आम जनता त्रस्त है। आम जनता के विचार मीडिया में नही आ पाए हैं।
श्री बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह विपक्ष को महामिलावटी कहते हैं। लेकिन सबने देखा कि वाराणसी में नरेन्द्र मोदी के नामांकन में 41 दलों के चेहरे दिख रहे थे। मोदी अपने को पिछड़ा मोदी, चायवाला मोदी, फकीर मोदी, चैकीदार मोदी सहित कई व्याख्या देते हैं। लेकिन जनता इस चैकीदार की हकीकत जान चुकी है।
श्री बघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले मतदाताओं को रमन सरकार के साथ-साथ मोदी सरकार की असफलताओं को बारे में भी बताया था, जिसकी वजह से भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई। इस लोक सभा चुनाव में भी कांग्रेस ने प्रदेश की जनता को बताया है कि केन्द्र सरकार की नीतियों ने आम जनता को बदहाल कर दिया है। इस चुनाव में भी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहेगा।
उन्होंने झीरम घाटी में हुए नक्सली हमले को याद करते हुए कहा कि उसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मारे गारे गए थे। मामले की जांच एनआईए कर रही है, लेकिन कांग्रेस उस जांच से संतुष्ट नहीं है। हम उनसे निष्कर्ष रिपोर्ट मांग रहे हैं और राज्य में इसकी जांच एसआईटी से करवाएंगे। हमें ऐसा लगता है कि उस घटना में भाजपा का भी हाथ है। अंतागढ़ टेप कांड मामले में भी वर्तमान सरकार ने एफआईआर दर्ज करा दी है। जांच चल रही है। 36 हजार करोड़ रुपए के नान घोटाले की जांच भी तेजी से की जा रही है। इन सारे मामलों की जांच अपराध को लेकर की जा रही है न कि बदले की भावना से।
श्री बघेल ने कहा कि पिछली सरकार ने नक्सली समस्या को बढ़ावा दिया। भाजपा सरकार से पहले छत्तीसगढ़ के महज चार विकासखंडों में नक्सली समस्या थी, लेकिन वर्तमान में 14 जिले नक्सल समस्या से जूझ रहे हैं। वर्तमान सरकार नक्सल समस्या का समाधान करने की दिशा में बढ़ना चाहती है। सरकार ने आदिवासियों का विश्वास जीतने के लिए कई पहल की है - वन अधिकार कानून को बेहतर तरीके से लागू किया जा रहा है, टाटा द्वारा अधिग्रहित जमीन आदिवासियों को वापस किया गया, तेंदू पत्ता संग्रहण का दर बढ़ाया गया। आदिवासियों का जीवन स्तर बेहतर करके आदिवासी बाहुल्य जिलों का विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का विकास इस तरह से किया जाएगा, जिसमें कमजोर एवं हाशिये को लोगों को फायदा मिल सके। (संवाद)
इस बार शाह और मोदी की जोड़ी फेल हो जाएगी
पिछले पांच साल में देश में विकास के नाम पर छलावा
राजु कुमार - 2019-05-18 19:14
देश की राजनीति पूरी तरह से बदल गई है। चुनाव में नफरत की राजनीति की गई। लेकिन कांग्रेस ने अपने विचारों एवं एजेंडा को नहीं छोड़ा। आज भी कांग्रेस सही मायने में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पार्टी है। 2019 का लोक सभा चुनाव 2014 से बिलकुल अलग है। पिछले पांच साल में विकास के नाम पर देश की जनता के साथ छल किया गया। 23 मई के चुनाव परिणाम यह दिखाएगा कि मोदी और शाह की जोड़ी फेल हो गई है।