चिकित्सकों सहित सेना के 96-96 कार्मिकों की तीन बटालियनें हैदराबाद से पश्चिमी गोदावरी और कृष्णा जिलों के लिए रवाना हो चुकी हैं। किसी भी आपदा से निबटने के लिए भारतीय वायुसेना के दो चेतक और दो एमआई-8 हेलिकॉप्टर और 10 एएन-32 और एक आईएल-76 विमान को तैयार रखा गया है।

33 सदस्यों वाला एक नौसेना दल पाँच जेमिनी नावों के साथ पहले से ही पश्चिम गोदावरी जिले में पहुँच चुका है। समुद्र में लापता जहाजों का पता लगाने के लिए दो डोरनियर विमानों और दो चेतक हेलिकॉप्टरों ने आज उड़ान भरी। तटरक्षक द्वारा एक अत्याधुनिक ऑफशोर निगरानी जहाज (एओपीवी)को भी राहत कार्य में लगाया गया है।

स्थिति पर नजर रखने और राहत कार्यो को तेजी से अंजाम देने की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज नई दिल्ली में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। राहत और बचाब कार्यों में सहयोग के लिए हैदराबाद में एक सहायता सहयोग प्रकोष्ठ भी बनाया गया है और स्थिति पर करीब से निगाह रखी जा रही है।