ज्ञात हो कि कल संसदीय बोर्ड की बैठक राज्यसभा के उम्मीदवारों के चयन के लिए बुलाई गयी थी जिसमें पत्रकार चंदन मित्रा,तरुण विजय और राजस्थान के कद्दावर नेता वी पी सिंह केा राज्य सभा का टिकट देने का निर्णय किया गया था।इस बोर्ड की बैठक में नरेंद्र मोदी ने अपने वकील रामजेठमलानी केा मध्यप्रदेश से राज्यसभा का टिकट दिलवाने के लिए पार्टी नेताओं पर दबाब बनाया था लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सके थे।पार्टी में नरेंद्र मोदी का दबदबा केा देखते हुए आज राष्ट्ीय अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने उनकी मन की मुराद पूरी कर दी गयी। आज दो नामों की घोषणा की गयी जिसमें झारखंड से अजय मारू तथा राजस्थान से रामजेठमलानी को टिकट देने की घोषणा की गयी है।

मालूम हो कि यह वही रामजेठमलानीे हैं जो एक समय बीजेपी के आंखों के तारा थे और एनडीए के शासनकाल में कानून मंत्री भी रह चुके हैं। लेकिन अपनी लंबी और बेबाक जुबान के कारण वह बीजेपी से दूर होते चले गए।एक समय ऐसा आया कि रामजेठमानी ने अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा,भले उन्हें बुरी तरह मुंह की खानी पड़ी थी।रामजेठमलानी का विरोध इसलिए भी हो रहा था क्योकि उन्होंने संसद पर हमले के आरोपी और फांसी की सजा पा चुके अफजल गुरू की फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की दलीलें दी थी।इसके पहले रामजेठमलानी को लालू प्रसाद यादव ने अपनी पार्टी की ओर से राज्यसभा का सदस्य बना चुके हैं।रामजेठमलानी लालू के भी वकील रह चुके हैं।