बिहार में इस वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। मुस्लिम वोट बैंक को ले कर राजद,लोजपा,कांग्रेस और जद यू में जबर्दस्त मुकाबला चल रहा है। बिहार में लगभग एक करोड़ मुस्लिम वोट है। जिसका यहां के चुनाव में अच्छा खासा प्रभाव दिखता है। बीजेपी की राष्ट्ीय कार्यकारिणी कर्इ्र मकसद को ले कर

यहां पर आयोजित हो रही है। यह नीतिश कुमार भी समझते हैं। लेकिन बीजेपी की एक चूक नीतिश के मुस्लिम प्रेम को धक्का पहुंचाने के लिए काफी था। बिहार के मुसलमान नरेंद्र मोदी को बिल्कुल ही नापंसद करते हैं। गुजरात कांड की सीडी दिखा कर ही विरोधियों ने वाजपेयी सरकार के दिग्गज मंत्रियों को चुनाव में धूल चटा दी थी। शहनवाज हुसैन ने तब यह बात कही भी थी कि नरेंद्र मोदी के कारण हम सब बिहार में लोकसभा चुनाव हार गए। यही नरेंद्र मोदी आज पटना में हैं। और कल स्वाभिमान रैली को संबोधित करने वाले हैं। उनके विज्ञापनों ने आज नीतिश का मुड इतना खराब कर

दिया कि उन्हें बीजेपी नेताओं के स्वागत में आयोजित डिनर कैंसिल करना पड़ गया।

बताते चलें कि बिहार में विधानसभा के चुनाव के मध्ये नजर लालू और कांग्रेस की नजर मुस्लिम वोट पर है और नीतिश किसी भी हालत में अपने किए पर पानी फिरता नहीं देखना चाहते हैं। जब उन्हें महसूस हुआ कि नरेंद्र मोदी के विज्ञापन पर विपक्ष उनकी खिंचाई कर मुस्लिमों में बनी उनकी अच्छी छवि को बिगाड़ सकते हैं। तो उन्होंने राजनीति के बिसात पर बिछी पर अपनी शतरंज की गोटी चल दी। पहले मोदी के विज्ञापन पर नाराजगी प्रगट किया फिर विज्ञापन छापने वाले पर कानूनी कार्रवाईकरनी की धमकी दी। यहां तक की बाढ़ पीड़ितों के लिए गुजरात से आया पैसा तक लौटाने की बात उन्होंने की। और बाद में उन्होंने सबसे बड़ा फैसला लेते हुए बीजेपी नेताओं के सम्मान में आयोजित रात्रि भोज ही कैंसिल कर दी। बीजेपी की स्वाभिमान रैली के पहले अपने ही पार्टनर जद यू द्वारा इतना बड़ा अपमान आज सिर्फ नरंेद्र मोदी के कारण झेलना पड़ रहा है। भविष्य में दोनों के बीच के रिश्ते ये बातें ही तय करेंगे। फिलहाल रिश्तों में खटास तो आ ही गयी है।