कनाडा के हैमिल्टन स्थित मैकमास्टर यूनिवर्सिटी के स्नायु वैज्ञानिक डैनियल गोल्डरीच एवं उनके सहयोगियों ने यह जानने के लिये अध्ययन किया कि नेत्रहीन लोगों और सामान्य लोगों की स्पर्श क्षमता में क्या अंतर है। इन्होंने पाया कि अंधे लोगों की स्पर्श क्षमता सामान्य लोगों की तुलना में बेहतर होती है और वे किसी भी फर्श को छूकर उसकी विशेषताओं का पता लगा सकते हैं। लेकिन सामान्य एवं नेत्रहीन लोगों के दोनों वर्गों में महिलायें इस मामले में पुरूषों से आगे होती हैं।

वैज्ञानिकों का पहले मानना था कि यह अंतर पुरुषों और महिलाओं के मस्तिष्क के अंतर के कारण होता है। इन वैज्ञानिकों ने 50 पुरुषों और महिलाओं पर अध्ययन किया। हर व्यक्ति ने अलग-अलग की सतह का स्पर्श किया। इस अध्ययन से पता चला कि महिलाओं ने अधिक सही तरह से सतह के बारे में जानकारी दी। इस आघार पर पता चला कि जिनकी उंगलियां छोटी थी और उनकी स्पर्श क्षमता बड़ी उंगलियां वाले लोगों की तुलना में बेहतर थी।

द जर्नल आफ न्यूरोसाइंस में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों का कहना है कि छोटी उंगलियां वाले लोगों में बेहतर क्षमता होने का कारण संभवतः त्वचा की बनावट में निहित हो। (फर्स्ट न्यूज)