केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार एमसीडी, एनवीबीडीसीपी, एनसीडीसी और एनआईएमआर की संयुक्त निगरानी से सीडब्ल्यूजी स्टेडियमों के अंदर और आस-पास मच्छरों के पनपने में कमी दर्ज की गई है।

मच्छरों पर नियंत्रण के व्यापक प्रयासों से मध्य और दक्षिणी दिल्ली के क्षेत्रों में मच्छरों का प्रभाव कम होना प्रारंभ हो चुका है।

संयोग से, वर्तमान डेंगू वायरस संक्रमण ज्यादा प्रभावी नहीं है जिससे पिछले वर्षों की तुलना में मृत्युदर कम है। इन मामलों के जल्द पता चलने और उनका समुचित इलाज किए जाने से मृत्युदर में कमी आई है। अद्यतन कुल 863 मामलों में से कुल 3 मृत्यु के मामले सामने आए हैं।

सरकारी और निजी दोनों ही अस्पताल इन मामलों का पता लगाने और उनका इलाज करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। 28 अगस्त, 2010 को नई दिल्ली के एम्स में इन तैयारियों की समीक्षा की गई। अस्पताल तंत्र मामलों की जरूरत के मुताबिक भविष्यगत प्लेटलेट्स की मांग को पूरा करने के लिए भी पूरी तरह से तैयार है।

चूँकि डेंगू का वायरस मकानों के अंदर अथवा आसपास जमा साफ पानी में पनपता है इसलिए शहर में डेंगू नियंत्रण की इस मुहिम में रेजीडेंट वैलफेयर एसोसिएशनों, विद्यालयों, एनजीओ और नगर निगम पार्षदों का सरकार के प्रयासों में शामिल होना बहुत आवश्यक है। हालांकि इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है परन्तु नियंत्रण के उपायों के बारे में सचेत रहना बेहद आवश्यक है जो बहुत ही आसान है और परिवार इन्हें आसानी से अपना सकते हैं।