इसके द्वारा बाघ अभ्‍यारण के समीप लॉज और रिसार्टस के संबंध में पर्यटन मंत्रालय द्वारा किये गये अध्‍ययन का भी अवलोकन किया जायेगा । इस संबंध में समिति द्वारा कल से कार्य शुरू किया गया है जो 45 दिनों में अपना प्रतिवेदन प्रस्‍तुत करेगा ।

इस समिति के अन्‍य सदस्‍य हैं डा0 दिव्‍यभानू सिंह चावड़ा, डा0 ए जे टी जॉनसिंह और श्री बिटू सहगल, तीनों राष्‍ट्रीय वन्‍यजीव समिति से हैं । श्री आर एम रॉय कर्नाटक के पूर्व प्रमुख वन्‍य संरक्षक, और डा0 प्रभाकर दुबे, निदेशक पर्यावरण मंत्रालय, डा0 राजेश गोपाल, अतिरिक्‍त प्रमुख वन्‍य संरक्षक और सदस्‍य सचिव, राष्‍ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण इस समिति के संयोजक बनाये गये हैं।