श्री बंसल ने कहा कि जल संसाधनों का विकास और प्रबंधन तभी संभव हो सकता है जब समाजके सभी वर्ग इससे जुड़ें। उन्होंने कहा कि भारत की विकास प्रक्रिया में गैर सरकारी संगठनों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और आशा की जाती है कि दो दिवसीय विमर्श के दौरान भारत की जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कारगर तरीका उन्हें मिल जाएगा।
जल संसाधन राज्यमंत्री श्री विंसेन्ट एच. पाला, सदस्य जल संसाधन एवं ग्रामीण विकास डा. मिहिर शाह ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। बैठक में जल संसाधन अतिरिक्त सचिव श्री पी. मोहन कुमार, जल विशेषज्ञ, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
भारत
राष्ट्रीय जल नीति की समीक्षा के लिए सहभागी समझ का आग्रह
विशेष संवाददाता - 2011-01-11 17:07
नई दिल्ली: जल संसाधन मंत्री श्री पवन कुमार बंसल ने कहा है कि सरकार राष्ट्रीय जल नीति की समीक्षा के लिए सहभागी समझ में विश्वास करती है और इसके लिए वह सभी हितधारकों से विचार विमर्श करेगी। वे आज यहां जल संसाधन मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘राष्ट्रीय जल नीति की समीक्षा पर गैर सरकारी संगठनों के साथ विमर्श बैठक’ विषयक दो दिवसीय बैठक के उद्घाटन सत्र पर बोल रहे थे।