सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने के साथ एसे विधायकों और मंत्रियों को चिन्िहत करने का संकेत दिया है जो पार्टी और सरकार की अपेक्षा पर खरे नहीं उतर सके हैं। राहुल गांधी की चाहत के अनुसार पार्टी उनकी जगह कुछ नये चेहरे को टिकट देना चाहती है। महिलाओं को टिकट देने में उदारता बरते जाने की संभावना है। पार्टी ने पिछली वार मिली सीटों की चुलना में अपना बढ़त बढ़ाने की कवायद तेज करने का फैसला किया है।
समाझा जाता है चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले सरकार मतदाताओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए कुछ बड़ी घोषणाएं कर सकती है।
परिसीमन के बाद राज्य चुनाव का 'केमिस्ट्री' और 'ज्योग्राफी' में आए भारी बदलाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी कोई भी जोखिम उठाने का साहस नहीं करना चाहती है। परिसीमन होने के बाद पहली वार विधान सभा के चुनाव हो रहे हैं लिहाजा कांग्रेस के साथ राकांपा भी राज्य की राजनीति में अपना असर बनाये रखने के लिए नये और निविर्वाद चेहरे को चुनाव मैदान में उतारने पर विचार कर रही है।
महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव की तारीख की औपचारिक घोषणा इस शनिवार को कर दिए जाने की संभावना है। चुनाव आयोग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयोग ने दीवाली के तुरत बाद अक्तूबर के तीसरे सप्ताह में चुनाव की तारीख घोषित करने का सिद्धांत तौर पर फैसला कर लिया है। #
महाराष्ट्र
कांग्रेस के अनेक विधायकों को टिकटें नहीं मिलेंगी
ज्ञान पाठक - 2009-08-18 13:56
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में तीसरी बार सत्ता में आने के लिए कांग्रेस अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ रही है जिसमें अलोकप्रिय विधायकों का टिकट काटकर कुछ नये चेहरों को टिकटें देना भी शामिल है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता की माने तो कम से कम दस फीसदी मौजूदा विधायकों की टिकट काटे जा सकते हैं।