राष्‍ट्रपति के गृहजीवन से संबंधित अनेक प्रश्‍न प्रगणक द्वारा पूछे गए। आवास सूचीकरण और आवास गणना का प्रथम चरण अप्रैल से सिंतबर 2010 तक सफलतापूर्वक पूरा हो जाने के बाद देशभर में आबादी गणना का दूसरा चरण 9 से 28 फरवरी, 2011 तक चलेगा।

जनगणना 2011 देश की 15वीं राष्‍ट्रीय जनगणना होगी। जनगणना 2011 के साथ सरकार ने राष्‍ट्रीय जनसंख्‍या रजिस्‍टर बनाने का भी फैसला किया है।

प्रगणना के बाद बोलते हुए राष्‍ट्रपति ने लोगों से कहा कि सभी लोगों से जनगणना की प्रक्रिया में पूरे मनोयोग से भाग लेने को कहा, जो कि एक विशाल कार्य है। इसे अपना राष्‍ट्रीय कर्तव्‍य समझे। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम और केंद्रीय गृह (राज्‍य) मंत्री श्री गुरूदास कामत भी उपस्थिति थे। 1872 से भारतीय जनगणना जनसांख्यिकी, आर्थिक क्रियाकलाप, साक्षरता और शिक्षा, आवास और पारिवारिक साधनों, शहरीकरण, जन्‍म और मृत्‍युदर, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, भाषा, धर्म, पलायन, विकलांगता और बहुत से अन्‍य सामाजिक सांस्‍कृतिक आंकड़ों का मुख्‍य स्रोत है।