बीजेपी ने तो पिछले सालों में रेल बजट में हुई घोषनाओं पर कितना कार्य हुआ है इसका लेखा जोखा तैयार करने की मांग सरकार से कर दी। बीजेपी संसदीय दल के प्रवक्ता गोपीनाथ मुंडे ने कहा कि यह बजट भारत की जनता के लिए मजाक है। यह सिर्फ पष्चिम बंगाल का बजट है जहां चुनाव होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि ममता बैनर्जी सिर्फ सपने बेचने में लगी हुई है जो कभी पूरे नहीं हेानेे पाले नहीं है। पिछड़े जिलों के लोग अभी भी अपने क्षेत्र में रेल का बाट जोह रहे हैं।उन्होंने कहा कि ममता की पिछले दो रेल बजटों में नई ट्ेन,अस्पताल,स्कूल,मॉल,खेलों के लिए मैदान आदि बातों का जिक्र किया गया था जिस पर अभी कुछ कार्य नहीं हो पाया है। इस तरह से यह बजट भी जनता केा गुमराह करने वाला है।
सीपीएम नेता सीताराम येचूरी ने कहा कि यह गठबंधन की सरकार को सतुष्ट करने वाला बजट है।आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार रेल का लाभ प्रतिषत घट रहा है। ऐसा ही हाल रहा तो एक दिन रेल मंत्रालाय का दिवाला निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक लगभग 4 सौ प्रोजेक्ट पेंडिंग है। ममता ने जो भी घोषनाएं की हैं वे सभी प्रधानमंत्री रेल विकास योजना के अंतर्गत आ जाने से इसे क्रिन्यावयन में देर हो सकता है क्योंकि वे सभी 12 वी योजना आयोग में समाहित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोंकण रेलवे की एंटी कोलिजन डिवाइस प्रणाली पूरे देष में लगाने की घोषणा की गयी थी लेकिन इस पर अभी तक अमल नहीं हुआ है। ममता ने रेलवे सुरक्षा की उपेक्षा की है।
सीपीएम नेता वासुदेव आचार्या ने कहा कि घोषणा के बावजूद 50 में से एक भी स्टेषन केा वर्ल्ड क्लास में अपग्रेड नहीं किया गया हैं।लगभग 7 हजार स्टेषनों पर यात्री सुविधाओं का अभाव है।नई ट्ेनों की घोषनाएं हो रही है लेकिन पटरी की क्षमता नही बढ़ाई जा रही है। इनफ्रास्ट्क्चर मजबूत नहीं किया जा रहा है जिस कारण प्राइवेट पब्लिक पार्टनरषिप में कार्य करने के लिए निजी कंपनियां आगे नहीं आ रही है।किसानों के लिए रेलवे में कोई सुविधा नहीं दी गयी है।