सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और राकांपा के बीच उत्पन्न ऊहापोह की स्थित पर पितृ पक्ष के बाद 19 सितम्बर को बातचीत होने की संभावना है। राकांपा नेता श्री पवार ने कहा कि पिछले चुनाव में उसे जितनी सीटें मिली थी इस बार भी वह उतनी ही सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करना चाहती है।
लोक सभा चुनाव में पार्टी को मिली बढ़त से उत्साहित कांग्रेस विधान सभा के चुनाव में पहले से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। गत लोक सभा चुनाव में कांग्रेस को 18 सीटों पर सफलता मिली थी। लिहाजा कांग्रेस अधिक सीटें चाहती है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने पार्टी के अंदर चल रही एक सोच का हवाला देते हुए मंगलवार को बताया कि पार्टी का एक तबका उत्तर प्रदेश की तर्ज पर महाराष्ठ्र में भी अकेला चुनाव लड़ने के पक्ष में है। उनका आकलन है कि इस पहल से कांग्रेस और राकांपा को अपनी जमीनी जनाधार का पता चल सकेगा। उनका कहना था कि राकांपा के साथ हमारा समझौता है लिहाजा चुनाव बाद हम मिल कर सरकार बना सकते हैं। हालांकि राकांपा इस बारे में जोखिम लेने के पक्ष में है। शरद पवार का कांग्रेस के साथ मिल कर चुनाव लड़ने के प्रस्ताव को उन्हीं संभावनाओं को ध्यान में रख कर देखा जा रहा है।
इस बीच राकांपा नेता औरनागरिक उड्यन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए दोनों दलों को साथ मिल कर चुनाव लड़ना चाहिए।
कांग्रेस में उच्च सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी अकेला चुनाव लड़ने का शोशा छोड़ कर राकांपा पर दबाव कायम करना चाहती है ताकि उसे सीमित सीटों पर राजी किया जा सके। गौरतलब है कि पिछले विधान सभा चुनाव में राकांपा को समझौते में 121 सीटें मिली थी। परिसीमन के बाद और लोक सभा चुनाव में मिली सफलता के मद्देनजर कांग्रेस लगभग 22 अतिरिक्त सीटें चाहती है। उसका आकलन है कि परिसीमन के बाद बने नये चुनाव क्षेत्रों पर कांग्रेस का खासा प्रभाव है।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि राकांपा को अपनी जमीनी वास्तविकता का पता होना चाहिए कि इन क्षेत्रों में कांग्रेस के मुकाबले उसका (राकांपा) प्रभाव सीमित है। उसने कहा कि गत लोक सभा चुनाव में कांग्रेस के 18 सीटों के मुकाबले राकांपा को सिर्फ 7 सीटें मिल सकी। उनका तर्क था कि भाजपा को 9 और शिवसेना को 11 सीटें मिली। इससे साफ है कि राज्य में कांग्रेस का जनाधार मजबूत हुआ है।
कांग्रेस के एक नेता ने शरद पवार की राजनीतिक महत्वाकांक्षा का हवाला देते हुए कहा कि पार्टी में उन्हें हम शक की निगाह से देखते हैं। हाल में खाद्ध पदार्थों की कीमत में लगातार हो रही वृद्धि का उलेलख करते हुए पार्टी के प्रवक्ता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कृषि मंत्री के खराब प्रबंधन के लिए उनकी आलोचना की थी जिसे कांग्रेस ने खंडन करने से परहेज किया। जबिक समाजवादी पार्टी के नेता अमर सिंह के खिलाफ बोलने के आरोप में पार्टी ने श्री चतुर्वेदी को खबरदार किया था।#
महाराष्ट्र चुनाव
राकांपा–कांग्रेस मिल कर चुनाव लड़ेः पवार
विशेष संवाददाता - 2009-09-08 13:39
नई दिल्ली, 8 सितम्बर। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने मंगलवार को महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ मिल कर साझा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है। 288 सदस्सीय महाराष्ट्र विधान सभा के लिए अगले महीने की 13 तारीख को मतदान होगा।