मालूम हो कि ट्स्ट को यह जमीन वर्ष 2006 मे आवंटित की गयी थी।कांग्रेस ने इस जमीन आवंटन घोटाले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी,मुरली मनोहर जोशी तथा वेंकैया नायडू के नाम घसीटते हुए कहा है कि दोषियों के खिलाफ मुकदमा दायर किया जाना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता जयंती नटराजन ने बताया कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस जमीन आवंटन के बारे में सिलसिलेबार ढंग से स्पष्टीकरण देने को कहा है।उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी की मांग है कि आडवाणी इसके लिए जनता से माफी मांगे क्योंकि यह जमीन जनता की थी जिसे नियमों को ताख पर रख कर कुशाभाउ ठाकरे ट्स्ट को दे दी गयी।
जयंती नटराजन ने बताया कि ट्स्ट बनने के छह महीने पहले ही बीजेपी सरकार द्वारा जमीन का आवंटन कर दिया गया था।जमीन की कीमत लगभग 60 करोड़ थी जिसका लीज 4 करोड 60 लाख का बनता था लेकिन सरकार ने इसे औने पौने दाम में ट्स्ट केा बेच दिया।जमीन केा बेचने के पहले इसका लैंड यूज तीन बार बदला गया था ताकि इसे ट्स्ट को बेचने में कोई नियम आडे़ न आए।उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा शर्मनाक षडंयत्र है जिसे जानबूझ कर सरकार ने बीजेपी केा लाभ पहुंचाने के लिए जनता के विश्वास के साथ धोखा देते हुए किया।
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नियमों को ताख पर रख कर किया गया था कुशाभाउ ठाकरे ट्रस्ट की जमीन का आवंटन
एस एन वर्मा - 2011-04-06 17:46
नई दिल्ली। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा आवंटन के नियमों की धज्जियां उड़ा कर कुशाभाउ ठाकरे ट्स्ट को जमीन का आवंटन किया गया था।उच्चतम न्यायालय द्वारा इस जमीन का आवंटन रद्द कर दिए जाने के बाद जो बातें खुल कर सामने आई है,उससे पता चलता है कि सत्ता में रहते हुए कोई भी पार्टी किस हद तक जनता की संपति केा हथियाने का षडयंत्र कर सकती है।भष्टाचार के आरोपों के कारण कांग्रेस में कोहराम मचा हुआ है। कांग्रेस ने मौके का लाभ उठाते हुए आज मध्यप्रदेश सरकार की इस करतूत की निंदा करते हुए बीजेपी को देश की जनता से माफी मांगने को कहा है।