उनके प्रवेश से गांव के लोगों को तो आश्चर्य हुआ ही था, मायावती की सरकार सकते में रह गई थी। विपक्ष के नेताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्हें पता नहीं चल रहा है कि राहुल की इस राजनीति का वह किस तरह से मुकाबला करें।

फिलहाल विप़क्षी नेता कह रहे हैं कि मायवती की राहुल से मिलीभगत ह और उन्होंने जानबूझकर उनहें वहां प्रवेश होने दिया, जबकि अन्य विपक्षी नेताओं को प्रवेश करने की कोशिश करते समय गिरफ्तार कर लिया गया था।

भाजपा के नेता राजनाथ सिंह पुलिस के हाथों अपनी गिरफ्तारी का हवाला दे रहे हैं। सपा के शिवपाल यादव को भी गांव में नहीं घंसने दिया गया था। उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।

दूसरी तरफ आंदोलन कर रहे किसान राहुल के दनके बीच आने से खुश हैं। वे कह रहे हैं कि विपक्ष के अन्य नेता ढोल पीट कर गांव आने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें पता था कि उस तरह से गांव में प्रवेश करने की कोशिश पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके बावजूद वे उसी तरीके से आने की कोशिश कर रहे थे। गांव वाले कह रहे हैं कि अन्य विपक्षी नेताओं की उद्देश्य गिरफ्तारी देने तक ही सीमित था, जबकि राहुल गांधी प्रवेश करने के लिए गंभीर थें। जाहिर है उनके बीच राहुल के आने का अंदाज गांव वालों को पसंद आया है।

मायावती सरकार का विकल्प बनने की कोशिश समाजवादी पार्टी और भाजपा भी कर रही है। भट्टा परसौल में राहुल के सफल घरने ने उनकी कोशिशों को पीछे छोड़ दिया है। इसके साथ ही राहुल ने अपनी पार्टी की तरफ से मिशन 2012, जिसके तहत राज्य की सत्ता पर कब्जा करना है, की अच्छी शुरुआत कर दी है।

राहुल गांधी को वरुण गांधी की तरफ से भी प्रशंसा के दो शब्द मिले हैं। जब विपक्ष के लोग कह रहे थे कि राहुल गांधी रजनीति और नौटंकी कर रहे हैं, तो वरुण ने कहा कि उसके पीछे राहुल गांधी की कोई राजनीति नहीं है, बल्कि किसानों के लिए उनकी हमदर्दी उन्हें भट्टा परसौल खींच लाई।

मायावती भी अब डर गई हैं। उन्होंने राहुल गांधी को उसी रात गिरफतार भी करवा दिया। लेकिन राहुल की गिरफ्तारी से कांग्रेस की सक्रियता और भी बढ़ गई है। गिरफ्तारी के दूसरे दिन राज्य भर मे ंकांग्रेसियों ने आंदोलन किया। उसके कारण संगठन चुनाव का सामना करने के लिए अपने को तैयार करता दिखाई दे रहा है।

कांग्रेस को मिली नई स्फूर्ति से मायावती के होश उड़ गए हैं। उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं की एक बैठक आयोजिक की और उन्हें कहा कि वे किसानों के बीच जाएं और यह बताएं कि पिडले 4 साल में उनके लिए प्रदेश सरकार ने क्या क्या किया। (संवाद)