दृष्टि
दृष्टि का सामान्य अर्थ है देखने की सम्पूर्ण शारीरिक तथा मानसिक क्षमता। वस्तुओं से सीधे या टकराकर आने वाले प्रकाश के नेत्र तक पहुंचने के बाद उसका बिम्ब बनाना, तथा वहां से उसके संकेत स्नायु के माध्यम से मस्तिस्क के अन्दर तक पहुंचना, और फिर मानसिक क्रियाओं द्वारा उसे देखने-समझने की क्षमता ही दृष्टि है।दृष्टि को दो भागों में बांटा जाता है – बाह्यदृष्टि तथा अन्तर्दृष्टि। शरीर के बाहर की वस्तुओं को भौतिक स्वरूप में देखना बाह्यदृष्टि है जबकि मन तथा मस्तिष्क की आंखों से स्वयं के अन्दर या किसी भौतिक स्वरूप के रहस्यों को जानने की क्षमता को अन्तर्दृष्टि नाम से अभिहित किया जाता है। अन्तर्दृष्टि अन्तरानुभूति के अर्थ में भी प्रयुक्त होता है।
इसी दृष्टि के कारण अनेक द्रष्टा भूत, वर्तमान, तथा भविष्य भी देख लेते हैं तथा उसी के अनुरूप अपने ज्ञान प्रकट करते हैं।