Loading...
 
Skip to main content

View Articles

लालू परिवार में गृहयुद्ध

अपनी स्वाभाविक मौत की ओर बढ़ रहा है राजद
उपेन्द्र प्रसाद - 2019-07-11 09:32
राष्ट्रीय जनता दल का स्थापना दिवस समारोह मनाया गया और उसके अगले दिन उसकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। दोनों दिन जो कुछ हुआ और जो देखने को मिला, उससे स्पष्ट है कि 1997 में गठित राष्ट्रीय जनता दल अपनी मौत की ओर बढ़ रहा है। जिंदा रहने की इसकी इच्छा शक्ति समाप्त हो गई है और यह एक पतवार विहीन नाव हो गया है।

कर्नाटक का नाटक

कुमारस्वामी सरकार शुरू से ही अस्थिर थी
कल्याणी शंकर - 2019-07-10 09:37
भारत में गठबंधन सरकारें सामान्य रूप से सफल क्यों नहीं होती? ऐसा राज्य और संघीय स्तर पर अलग अलग कारणों से होता है। यह एक या दो बार नहीं, बल्कि कई बार हुआ है।

बीएसपी पहली बार लड़ रही है उपचुनाव

गठबंधन से बाहर होने के बाद उसे मुस्लिम वोट शायद नहीं मिले
प्रदीप कपूर - 2019-07-09 10:56
लखनऊः 12 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव के नतीजे ही बताएंगे कि समाजवादी पार्टी के साथ गटबंधन को खत्म करने का बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती का एकतरफा फैसला सही था या नहीं। उपचुनाव हो रहे हैं क्योंकि विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायकों ने लोकसभा चुनाव जीतकर अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों के विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया है। होने वाले उपचुनावों में पहली बार बसपा उपचुनाव लड़ रही है।

एक देश एक चुनाव

यह अकेले मोदी का नहीं पूरे संघ परिवार का एजेंडा है
एल. एस. हरदेनिया - 2019-07-08 08:39
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक देश, एक चुनाव‘ की अपनी जिद पर राष्ट्रव्यापी बहस प्रारंभ करवा दी है। इस दिशा में पहला कदम उन्होंने 19 जून को उठाया जब देश के सभी राजनीतिक दलों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में यह स्पष्ट हो गया कि इस मुद्दे पर देश बुरी तरह से विभाजित है। आधी से ज्यादा पार्टियों ने सम्मेलन का बहिष्कार किया और जो पार्टियां शामिल हुईं उनमें से भी अनेक ने इस प्रस्ताव का विरोध किया।

सीतारमण का निर्मल बजट: दावे कितने सही हो पाएंगे?

उपेन्द्र प्रसाद - 2019-07-05 10:42
पहली पूर्णकालिक महिला वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का बजट पेश करते हुए यह साबित करने की कोशिश की है कि उनमें एक अर्थशास्त्री की दृष्टि है। यह दृष्टि उनके पूर्ववर्ती अरुण जेटली में नहीं थी, क्योंकि वे अर्थशास्त्र की पृष्ठभूमि से थे ही नहीं। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की अर्थशास्त्र की छात्रा रहीं निर्मला सीतारमण ने वह सब करने की कोशिश की है, जो करने का वायदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले दिनों संपन्न लोकसभा के चुनाव प्रचार के दौरान कर रहे थे।

पीएम मोदी के कठोर शब्दों का मध्यप्रदेश में स्वागत

प्रदेश भाजपा कार्रवाई को लेकर अनिर्णय की स्थिति में
एल एस हरदेनिया - 2019-07-04 11:16
भोपालः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आकाश विजयवर्गीय की गुंडागर्दी के कृत्य की निंदा सुनने के बाद मध्य प्रदेश सरकार के सभी सरकारी कर्मचारियों ने राहत की सांस ली होगी। लोकसभा चुनावों के बाद राज्य के विभिन्न जिलों के सरकारी सेवकों पर हमले की खबरें सामने आ रही थीं। अधिकांश मामलों में अपराधी भाजपा या उनके सहायक संगठनों के होते हैं। हिंसक हमले के अलावा भाजपा नेताओं ने मौखिक धमकी भी दी। भाजपा के कैडरों ने प्रदेश की सत्ता जाने के बाद आतंक का माहौल बना दिया था।

आरक्षण की राजनीति के साईड इफेक्ट

उत्तर प्रदेश की कुछ ओबीसी जातियों का स्टैटस क्या है?
उपेन्द्र प्रसाद़ - 2019-07-03 11:13
पुराणों में त्रिशंकु नाम के एक राजा की कहानी है। कहानी के अनुसार त्रिशंकु जीते जी स्वर्ग जाना चाहते थे। ऋषि विश्वामित्र ने अपने तपोबल से उन्हें स्वर्ग की ओर भेज दिया। लेकिन स्वर्ग के देवों को यह मंजूर नहीं था। इसलिए त्रिशंकु स्वर्ग से जमीन पर नीचे गिरने लगे। तब विश्वामित्र ने अपने तपोबल से त्रिशंकु को नीचे गिरने से रोक दिया और तरह वे स्वर्ग और पृथ्वी के बीच ही लटक कर रह गए। देवताओं और विश्वामित्र में सहमति हो गई कि उन्हें बीच में ही रहने दिया जाय और तब से त्रिशंकु दक्षिण आसमान की ओर आकाश में लटके हुए हैं।

पूजा के पाखंड से गंगा की सफाई नहीं हो सकती

मोदी की नाक के नीचे यमुना सबसे ज्यादा प्रदूषित
ज्ञान पाठक - 2019-07-02 17:34
नमामि गंगे, अविरल धरा, निर्मल धरा, और स्वच्छ किनारा केवल कुछ आकर्षक नारे हैं जो पिछले पांच वर्षों से उपयोग में हैं। इस तरह के नारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्थिति की भयानक वास्तविकता को छिपाने में उपयोगी हो रहे हैं। यद्यपि उनके शब्दों और कर्मों के बीच का विशाल अंतर उनकी विफलता को उजागर करने के लिए पर्याप्त है। नमामि गंगे कार्यक्रम एक उदाहरण है। गंगा अशुद्ध बनी हुई है, और यमुना जो नमामि गंगे का हिस्सा है, मोदी की नाक के नीचे दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रदूषित है। वह आम लोगों को इसके लिए दोषी नहीं ठहरा सकते क्योंकि औद्योगिक और नगर निगम के कचरे के कारण यमुना प्रदूषित है।

सूखे का गहराता संकट

पहले से तैयारी का तंत्र विकसित करना होगा
अनिल जैन - 2019-07-01 09:30
भीषण गरमी, मॉनसून में देरी और प्री मॉनसून बारिश की कमी ने इस साल देश में सूखे के संकट को गंभीर बना दिया है। आईआईटी, गांधीनगर के वैज्ञानिकों के मुताबिक देश का लगभग आधा हिस्सा सूखे से प्रभावित है और इसमें भी 16 फीसद इलाके तो भीषण सूखे की मार झेल रहे हैं। इस स्थिति की जानकारी रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिए हासिल हुई है। आईआईटी के एसोसिएट प्रोफेसर विमल मिश्र के मुताबिक देश में सूखे की स्थिति के अध्ययन के लिए रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम उनकी टीम द्वारा चलाया जाता है।

कांग्रेस में अब इस्तीफों का दौर

नाटक जारी है
उपेन्द्र प्रसाद - 2019-06-29 09:57
कांग्रेस में अब इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। यह नाटक का अगला अध्याय है। यह अध्याय राहुल गांधी की उस तलाड़ से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हार के बाद उन्होंने तो इस्तीफा दे दिया, लेकिन और लोग अपने अपने पदों पर जमे हुए हैं। यह उन्होंने उस समय कहा जब युवा कांग्रेस के कार्यकत्र्ता उनके घर पर प्रदर्शन करते हुए उनसे अपना इस्तीफा वापस लेने की मांग कर रहे थे।