लोकसभा चुनावों में भ्रष्टाचार जनता के सामने कोई मुद्दा नहीं रहेगा
राजनीतिक दलों को पहले से ही भ्रष्ट मानते हैं अधिसंख्य मतदाता
10-04-2024 10:31 GMT-0000
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भ्रष्टाचार से कौन डरता है? निश्चित रूप से भारत के राजनीतिक दल तो बिल्कुल नहीं, जो वर्तमान लोकसभा चुनाव अभियान में एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं। न ही आम जनता, जो वर्षों से देश की भ्रष्टाचार की दुष्ट व्यवस्था का हिस्सा रही है। केंद्रीय जांच एजंसियों, जैसे कि सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग, द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों पर चुनिंदा विपक्षी राजनीतिक पार्टियों और राज्य नेताओं के परिसरों पर छापे और गिरफ्तारियों से आम जनता की यह धारणा बदलने की संभावना नहीं है कि सभी राजनीतिक दल भ्रष्ट हैं। उनका मानना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चुनाव पूर्व गिरफ्तारी का संबंध किसी और चीज से ज्यादा लोकप्रिय राजनेता को चुनाव अभियान में भाग लेने से रोकने के इरादे से है।