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बांग्लादेश भारत को व्यापार का रास्ता देगा

संपर्क बढ़ाने के प्रयास जारी
आशीष बिश्वास - 2010-06-28 08:50
कोलकाताः भारत और बांग्लादेश के आपसी रिश्ते में आगामी 16 जुलाई का दिन एक ऐतिहासिक दिन होगा। उस दिन भारत पहली बार बांग्लादेश की जमीन का इस्तेमाल किसी तीसरे देश के साथ व्यापार में रास्ते के रूप में करेगा।

आतंकी हाफिज़ को बचाना चाहता है पाक!

ओ.पी. पाल - 2010-06-28 08:40
पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद की भारत के खिलाफ जहरीले प्रहार को लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता करार दिया और उसकी जहरीली जुबान पर ताला लगाने से इंकार कर दिया है। इसका मतलब साफ है कि पाकिस्तान हाफिज सईद के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं करना चाहता है? लेकिन सवाल है कि यदि पाकिस्तान का यही रवैया रहा तो भारत और पाकिस्तान की बातचीत आगे कैसे बढ़ सकेगी।

अफगान-पाक रणनीति पर ओबामा की उलझनें

अमेरिका के ढुलमूल रवैये पर भारत को चिंता
कल्याणी शंकर - 2010-06-25 11:38
वाशिंगटनः भारत पाकिस्तान के बीच अच्छे संबंध क्या ओबामा की अफगानिस्तान नीति की मुख्य रणनीति है? क्या इसके कारण ही अमेरिका भारत और पाकिस्तान को बातचीत में लगे रहने के लिए दबाव डाल रहा है? कुछ समस पहले वाल स्ट्रीट जनरल की एक रिपोर्ट में छपा कि ओबामा ने एक गुप्त सरकुलर जारी किया है, जिसके तहत भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने को कहा गया है, ताकि अमेरिका पाकिस्तान से अफगानिस्तान के मसले पर ज्यादा ज्यादा से ज्यादा मदद पा सके। इसके कारण ही भारत और पाकिस्तान आपस में बातचीत में लगे हुए हैं।

प्रथम अंतर्राष्ट्रीय शास्त्रीय तमिल सम्मलेन

प्रो0 एम नागनाथन - 2010-06-24 09:09
तमिलनाडु के कोयंबटूर में पांच दिवसीय प्रथम अंतर्राष्ट्रीय शास्त्रीय तमिल सम्मेलन इस महीने की 23 तारीख से हो रहा है। यह साहित्यिक-सांस्कृतिक समारोह आधुनिक तमिलनाडु के इतिहास में सबसे बड़ा समागम है।

बांग्लादेश ने चीन के साथ अपने सैनिक संबंध बढ़ाए

भारत को इसके असर का आकलन करना होगा
आशीष बिश्वास - 2010-06-24 07:58
कोलकाताः भारतीय नीतिनिर्धारको के कलए यह अचरज की बात हो सकती है, लेकिन सचाई यही है कि बांगलादेश की वर्तमान सरकार विदेशों से हथ्यिार खरीदने के मामले में मुख्य विपक्ष बांग्लादेश देश नेशनल पार्टी से अलग नहीं है। खासकर जब चीन से हथियार खरीदने का मामला हो, तो फिर तो कतई अलग नहीं है।

क्या विश्वास बहाली में सार्थक होगी भारत-पाक वार्ता?

ओ.पी. पाल - 2010-06-23 09:06
भारत और पाकिस्तान के बीच आपसी सांन्धों को सुधारने की दिशा में दोनों देशों के बीच सचिव स्तर की बातचीत 24 जून को इस्लामाबाद में होने जा रही है, जिसका पहला मकसद एक-दूसरे के प्रति विश्वास और भरोसे को बहाल करना है ताकि पडोसियों के बीच अन्य मुद्दों पर वार्ताएं करने के लिए सहमति का माहौल तैयार किया जा सके। विशेषज्ञों का मानना है कि हालांकि मुंबई हमले के बाद अभी तक पाकिस्तान ने कोई ऐसा प्रमाण नहीं दिया है कि दोनों देशों के बीच शुरू हुई बातचीत का वातावरण उत्साहवर्धक हो, लेकिन एक-दूसरे के बीच विश्वास और भरोसे की खाई को पाटने के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत का सिलसिला चलता रहना चाहिए। बातचीत से ही एक अनुकूल वातावरण की जमीन तैयार की जा सकती है।

कई प्रजातियां, एक ग्रह, एक भविष्य

अहमद नूर खान - 2010-06-04 11:16
विकास के प्रति अपने मौजूदा दृष्टिकोण से हमने मूल वनों को साफ करने, आद्र्र भूमि को नष्ट करने, मत्स्य भंडार के तीन चौथाई को निगलने तथा आगामी कई शताब्दियों तक इस ग्रह को गर्म रखने वाली गैसों का उत्सर्जन किया है।

थाईलैंड का संकट

किसी दृष्टि से अप्रत्याशित या आश्चर्य की घटना नहीं
अवधेश कुमार - 2010-05-24 10:25
दक्षिण पूर्व एशिया के देश थाईलैंड में अंततः सेना ने विद्रोहियों का दमन करने में तत्कालिक सफलता पा ली है। हालांकि सेना और व्रिदोहियों के बीच राजधानी बैंकॉक में कायम मोर्चेबंदी पर दुनिया अचरज में थी। ऑक्सफोर्ड शिक्षित एवं एलिट माने जाने वाले प्रधानमंत्री अभिसित वेज्जाजिवा के लिए भी यह अप्रत्याशित था। उन्होंने अपने वक्तव्य में कह दिया कि यदि विद्रोह का अंत नहीं हुआ तो देश के अनेक भाग गृहयुद्ध के मुहाने पर पहुंच जाएंगे। धीरे-धीरे आपातकाल लागू किए गए राज्यों की संख्या बढ़ रही थी। 1933 से अब तक सैनिक विद्रोहों की कम से कम 18 वास्तविक या प्रयासों वाली परंपरा के देश में अभिसित को लोकतांत्रिक मूल्यांे का पालन करने वाले अनिर्वाचित नेता के रुप में देखा जाता था और सेना के प्रयोग के कारण उनकी आलोचना हो रही है।

थिम्पू सार्क शिखर सम्मेलन

सुरेश प्रकाश अवस्थी - 2010-05-08 08:21
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन-सार्क की रजत जयंती के अवसर पर भूटान की राजधानी थिम्पू में सम्पन्न 16वां शिखर सम्मेलन कई अर्थों में महत्त्वपूर्ण रहा। सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी आठ सदस्य देशों - भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान, मालदीव और अफगानिस्तान में इस बात की उत्कंठा दिखाई दे रही थी कि इस क्षेत्र को समूचे विश्व में एक जीवंत क्षेत्र बनाने के लिये एकजुट होकर कार्य करने की अतीव आवश्यकता है। सभी सदस्य देश क्षेत्रीय सहयोग को तीव्र गति देने को इच्छुक दिखायी दिये।

भारत ब्रिक को मजबूत देखना चाहता है

कृषि और ऊर्जा पर खास जोर
विशेष संवाददाता - 2010-04-16 08:36
नई दिल्लीः 16 अप्रैल को ब्रिक (ब्राजिल, रूस, इंडिया और चीन के समूह देश) का शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। यह सम्मेलन ब्रिक का दूसरा शिखर सम्मेलन है। पहला शिखर रूस में हुआ था। दूसरा सम्मेलन ब्राजिल में हो रहा है।