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जम्मू और कश्मीर

हताहतों की घटती संख्या लेकिन आतंकवादी घुसपैठ में लगातार वृद्धि

ज्ञान पाठक - 2010-08-12 12:43
जम्मू और कश्मीर भारत का एक ऐसा राज्य है जिसके कारण भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा तनाव बना रहा और दोनों देशों के बीच तीन युद्ध और अनगिनत झड़पें हो चुकी हैं। यहां आंतरिक सुरक्षा की स्थिति खराब होने का प्रमुख कारण पाकिस्तान की गतिविधियां है जो सीमा पार से संचालित होती हैं।
भारत

जाति जनगणना पर विवाद खत्म नहीं

बायोमेट्रिक फेज की गणना को जनगणना नहीं मानते शरद
उपेन्द्र प्रसाद - 2010-08-12 12:35
नई दिल्लीः केन्द्रीय मंत्रिमंडल द्वारा गठित मंत्रियों के समूह के जाति जनगणना के पक्ष में कथित फैसले ने जाति जनगणना के मामले को और भी उलझा दिया है। सूत्रों के हवाले से प्रकाशित खबरों के अनुसार जाति जनगणना होगी और यह लोगों के बायोमेट्रिक सैंपल इकट्ठा करने के समय में की जाएगी।

और बिगड़ सकती है भारत की आंतरिक सुरक्षा की स्थिति

विशेष संवाददाता - 2010-08-11 12:48
नई दिल्ली। वैसे केन्द्र सरकार का दावा है कि देश के आन्तरिक सुरक्षा की स्थिति पिछले वर्ष काफी हद तक नियंत्रण में रही। लेकिन यदि देश भर के सभी क्षेत्रों पर नजर डालें तो स्पष्ट हो जाएगा कि सरकारी आंकड़ों के खेल के आधार पर ही ऐसा कहा जा रहा है जिसमें हताहतों की संख्या कम बतायी गयी है। सरकार की यह घोषणा सम्पूर्ण सच को नहीं बताती।

माओवादियों से संबंध को लेकर ममता को कोई पछतावा नहीं

पर शांति वार्ता को इससे मदद मिलेगी
अमूल्य गांगुली - 2010-08-11 12:44
ममता बनर्जी का माओवादियों के साथ संबंध कोई छिपी हुई बात नहीं है, इसलिए उस समय किसी को अचरज नहीं हुआ, जब रेलमंत्री ने माओवादियों के गढ़ में रैली करने की घोषणा की। वैसा करके उन्होंने एक साथ कई संदेश देने की कोशिश की है। एक संदेश तो यह है कि राज्य में वामपंथी दलों को छोड़कर अन्य सभी राजनैतिक ताकतों को वह अपने साथ करने में सफल हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि इस समर्थन के कारण उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में काफी फायदा मिलेगा।
भारत

क्षेत्रीय दलीय नेताओं से जूझती यूपीए सरकार

विजय कुमार मधु - 2010-08-10 13:06
भारतीय राजनीति का ढांचा कुछ ऐसा हो गया है कि आज सभी दलों का वर्चस्व कायम हो गया है और इन दलों के नेताओं की क्षमता और बहुमत की बात कही जाए तो उसमें कुछ ही नेता अपने आपको जनता के सामने मुखर पाते हैं और अन्य केवल कागजी घोड़े बनते नज़र आ रहे है और अन्य रास्तों से अपनी क्षमता के अनुसार नहीं बल्कि पैसे के बल पर संसद की सीढ़ियां चढ़ने को मजबूर हो चुके है। बिहार तथा उत्तर प्रदेश समेत उत्तरोपूर्व तथा दक्षिण में भी क्षेत्रीय दलों का बोलबाला हो चुका है। एक दल से कई दल निकल चुके है। करूणानीधि और जयललिता तमिल राजनीति की धूरी बनती जा रही है। करूणा नही ंतो जयललिता सही। जम्मू व कश्मीर में अब्दुला नहीं तो महबूबा ही सही। लेकिन कहीं कांग्रेस नहीं तो भाजपा ही सही और उत्तर प्रदेश में तो माया नहीं तो मुलायम ही सही वाली स्थिति बनती जा रही है।
भारत

भाजपा में गुटबंदी चरम पर

कार्यकारिणी की सूची पर असंतोष
प्रदीप कपूर - 2010-08-10 12:54
लखनऊः राज्य कार्यकारिणी की सूची जारी किए जाने के बाद उत्तर प्रदेश भाजपा में असंतोष कर स्थिति पैदा हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने केन्द्रीय नेतृत्व से हरी झंडी मिलने के बाद सूची जारी की थी। उसे तैयार करते समय ध्यान रखा गया था कि उसमें पार्टी के सभी गुटों को प्रतिनिधित्व मिले। लेकिन यह काम आसान नहीं था और सूची के सामने आने के बाद इसके खिलाफ आवाज भी उठने लगी है।

ऑनर किलिंग की परम्परा

विशेष संवाददाता - 2010-08-09 13:32
महिला और बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा तीरथ ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा शुरू किए गए और गैर-सरकारी संगठन शक्ति वाहिनी द्वारा कराए गए अध्ययन हरियाणा, पंजाब राज्यों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक सीमित थे । तथापि, उक्त संगठन ने जिन 560 मामलों की रूपरेखा तैयार की, उनसे पता चलता है कि यह उत्तर भारतीय समस्या है ।

सरिस्का में बाघों के पुनर्वास से बंधी आशा

डॉ0 राजेश कुमार व्यास - 2010-08-09 13:24
एक मोटे अनुमान के अनुसार 20वीं सदी में बाघों की संख्या एक लाख से 97 प्रतिशत घट गई है । भारत की ही बात करें, हमारे यहां वर्ष 1989 में प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत देश में बाघों की संख्या 4 हजार 334 थी, जो 2001-2002 में घटकर 3 हजार 642 हो गई । वर्ष 2006-07 में यह संख्या और घटकर 2 हजार 438तक पहुंच गयी और आज स्थिति यह है कि पूरे देश में मात्र एक हजार 411 बाघ ही बचे हैं ।

विचित्रपुर की जल समाधि

सुरेन्द्र भट्ट - 2010-08-09 13:11
विचित्रपुर नाम से लगता है कि यह कोई शहर कस्बा या कोई नगर होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। विचित्रपुर टिहरी रियासत के संस्थापक शाह वंशज महाराज सुदर्शन शाह के पौत्र महाराज प्रतापशाह के दूसरे नम्बर के पुत्र विचित्र शाह द्वारा स्थापित फलदार वृक्षों के एक अनोखे बाग का नाम है जो आज टिहरी बांध के सहायक बांध परियोजना के निर्माण के कारण जल समाधि लेने जा रहा है। वर्तमान में विचित्रपुर उत्तराखण्ड राज्य के टिहरी जनपद में देवप्रयाग विकास खण्ड की पट्टïी पौड़ी खाल का सीमान्त भागीरथी नदी से सटा हुआ राजस्व ग्राम है।

सम्मान से अवसान तक की सेवा का केंद्र

देवेन्द्र उपाध्याय - 2010-08-09 13:05
अनोखे लाल महीनों से फुर्सत में थे। दिल्ली में फिलहाल कोई चुनाव है नहीं, सो क्या करें- यह समझ नहीं पा रहे थे। चुनावों में तो हर पार्टी की सेवा करना उनका पेशा भी है और धर्म भी। अपने रेजीडेंस-कम-ऑफिस में वे बैठे हुए थे। एक टूटी कुर्सी और ढाई टांग की मेज पर उनका अॅाफिस चलता है। दरवाजा और खिड़की खुली रखते हैं क्योंकि छिपाने के लिए कुछ है नहीं।