ज्ञान क्या है इसपर लगातार चिंतन की प्रक्रिया जारी है। यह कैसे हासिल किया जा सकता है और इसे किन-किन श्रेणियों में बांटा जा सकता है पर मतभेद हैं। फिर भी
हम अपनी इन्द्रियों द्वार जो कुछ अनुभूत करते हैं वही ज्ञान है। अर्थात् हमारा ज्ञान और उसका सही होने का स्तर इस बात पर निर्भर है कि हमारे शरीर की ज्ञानेन्द्रियां कितनी दुरुस्त हैं। ज्ञानेन्द्रियों द्वारा अनूभूत, उस अनुभूति को धमनियों द्वारा मस्तिष्क तक पहुंचाने का मार्ग और स्वयं मस्तिष्क की सेहत पर हमारे ज्ञान का सही या गलत होना निर्भर है।
आइये हम तामाम चुनौतियों के बावजूद ज्ञान हासिल करने के मार्ग और उसके प्रचार प्रसार में शामिल हों ताकि दुनिया के लोगों की जीवन-दशा में सुधार आ सके।
इस वेबसाइट के लिए हमने पांच श्रेणियां बनायी हैं जिनमें समस्त ज्ञान को रखा जा सकता है। ये श्रेणियां हैं -
समय, ब्रह्माण्ड, पदार्थ, जीवन और ऊर्जा
आप जो भी कार्य करते हैं उन्हें भी चार श्रेणियों में बांटा जा सकता है। पारंपरिक रुप से ये श्रेणियां हैं - धर्म अर्थ काम और मोक्ष
हम अपनी इन्द्रियों द्वार जो कुछ अनुभूत करते हैं वही ज्ञान है। अर्थात् हमारा ज्ञान और उसका सही होने का स्तर इस बात पर निर्भर है कि हमारे शरीर की ज्ञानेन्द्रियां कितनी दुरुस्त हैं। ज्ञानेन्द्रियों द्वारा अनूभूत, उस अनुभूति को धमनियों द्वारा मस्तिष्क तक पहुंचाने का मार्ग और स्वयं मस्तिष्क की सेहत पर हमारे ज्ञान का सही या गलत होना निर्भर है।
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