बिहार की जातिगणना और उसके बाद
देश में जाति जनगणना को अब रोका नहीं जा सकता
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2022-06-04 10:43
आखिरकार जातिगणना को बिहार मंत्रिमंडल की स्वीकृति मिल ही गई। इसके साथ देश की तीसरी सबसे बड़ी आबादी वाले प्रदेश की जाति गणना का काम सुनिश्चित हो गया है, लेकिन इसका असर सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहेगा। देश की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले महाराष्ट्र में भी इसी तरह की गणना की मांग तेज होने लगी है और मांग करने में शरद पवार की एनसीपी सबसे आगे है। महाराष्ट्र विधानसभा ने तो बतौर प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार से कहा था कि वह राष्ट्रीय जनगणना में जाति की गणना भी कराए। हालांकि केन्द्र सरकार ने वैसा कराने से साफ तौर से इनकार कर दिया। वैसे न कराने का कोई ठोस कारण केन्द्र सरकार नहीं दे पाई।