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क्या यूएसएआईडी ने अन्ना हजारे आंदोलन को धन दिया जिसके कारण यूपीए सरकार गिरी?

मौजूदा विवाद के बीच सच्चाई का पता लगाने के लिए गहन जांच की आवश्यकता
गिरीश लिंगन्ना - 2025-02-24 10:55 UTC
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यह दावा करके नई दिल्ली में खलबली मचा दी है कि भारत को संयुक्त राज्य अमेरिका की अंतर्राष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएआईडी) ने वोटर टर्नआऊट के लिए 21 मिलियन डॉलर की अमेरिकी सहायता दी थी। प्रकारान्तर से कहा गया कि उस धन का इस्तेमाल भारत के पिछले लोकसभा चुनाव 2024 को प्रभावित करने के लिए किया गया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देश की राजनीति में विदेशी हस्तक्षेप के आरोप लगाये हैं।

दिल्ली में भाजपा सरकार के सामने हैं अनेक मुश्किल काम

बहुत से वायदे जिन्हें पूरा करना कठिन, और मजबूत विपक्ष का सामना भी
डॉ. ज्ञान पाठक - 2025-02-22 11:02 UTC
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में अब भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में है, जिसके सामने अनेक चुनौतियां हैं। चुनाव अभियान के दौरान भाजपा ने बहुत से चुनावी वायदे दे रखे हैं जिन्हें पूरा करना एक बहुत ही कठिन कार्य है, और विपक्ष बहुत ही सतर्क और मजबूत है। यह बात मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली सरकार, जिसने 20 फरवरी को आधिकारिक रूप से कार्यभार संभाला, के पहले कैबिनेट फैसले और उसपर विपक्षी आप नेता और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी की प्रतिक्रिया से ही स्पष्ट हो गयी।

फडणवीस शिंदे के बीच बढ़ती दरार से महायुति की स्थिरता पर सवाल

शिवसेना के एक धड़े को आशंका - भाजपा कर देगी उसका जनाधार खत्म
सुशील कुट्टी - 2025-02-21 10:57 UTC
किसी को यह समझने में मुश्किल नहीं होनी चाहिए कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनके द्वारा विस्थापित पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच दरार बढ़ती जा रही है। फडणवीस अभी महाराष्ट्र के वर्तमान उपमुख्यमंत्री भी हैं और वह मुख्यमंत्रियों के खिलाफ जाने के लिए हमेशा तैयार ही रहते हैं जैसा कि उन्होंने उद्धव बालासाहेब ठाकरे जैसे नेता के मुख्यमंत्रित्व काल में किया था। क्या यह एक बेतुकी बात होगी, जो मूल मुद्दे से भटकती है, कि मुंबई शहर में सब कुछ ठीक नहीं है, जहां जल्द ही निकाय चुनाव होने वाले हैं? मुख्यमंत्री फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपनी कमर कस लेनी चाहिए। मीडिया ऐसा दिखा रहा है जैसे शिंदे खलनायक हैं और फडणवीस एक चमकता हुआ योद्धा। शिंदे को "हमारे बीच 'ठंडा ठंडा, कूल कूल' रिश्ता है" जैसे बेतुके बयान देने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जैसे कि यह कोला का विज्ञापन हो!

चुनाव आयोग के साथ विपक्ष के समीकरणों में तनाव बोया गया

दोनों पक्ष जनता का विश्वास जीतने के लिए विवेकपूर्ण तरीके से काम करें
के रवींद्रन - 2025-02-20 10:40 UTC
नये मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) की नियुक्ति के इर्द-गिर्द विवादास्पद परिस्थितियों ने कांग्रेस पार्टी और चुनाव आयोग के बीच अविश्वास की भावना को जन्म दिया है। इससे मुश्किल और तनावपूर्ण संबंधों वाली परिस्थिति बन गयी है। तनाव पहले से भी था जो तब और बढ़ गया जब राहुल गांधी ने सार्वजनिक रूप से अपनी असहमति व्यक्त की, जिससे इस अविश्वास को संस्थागत रूप मिला। हालांकि उन्होंने नियुक्त व्यक्ति पर सीधे व्यक्तिगत हमले करने से परहेज किया, लेकिन चयन प्रक्रिया के बारे में उनकी चिंताओं ने एक अपरिहार्य दरार पैदा कर दी है। एक प्रमुख राजनीतिक दल और स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार एक संस्था के बीच ऐसा सम्बंध लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और जनता के विश्वास को कमजोर करने का खतरा पेश करता है।

सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में सरकारी हिस्सेदारी कम करने का लक्ष्य हो तेज विकास

केवल बजट घाटे के वित्तपोषण के लिए विनिवेश करना एक गलत नीति
नन्तू बनर्जी - 2025-02-18 10:50 UTC
भारत के राज्य-नियंत्रित उद्यमों में सरकार द्वारा विनिवेश हमेशा स्वागत योग्य है, यदि इसका उद्देश्य उन्हें तेज़ विकास के लिए पेशेवर रूप से प्रबंधित इकाई बनाना है। दुर्भाग्य से, सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में बेतरतीब ढंग से किये गये विनिवेश का केवल एक ही उद्देश्य प्रतीत होता है - वार्षिक केंद्रीय बजट घाटे के एक हिस्से का वित्तपोषण करना। यह प्रथा पिछले कई वर्षों से चल रही है।

क्या बांग्लादेश की अंतरिम सरकार भारत के प्रति अपना रुख नरम करेगी?

यूनुस सरकार दबाव में, दिल्ली को ढाका से निपटने में अमेरिका का समर्थन
नित्य चक्रवर्ती - 2025-02-17 11:30 UTC
व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के नतीजे का असर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर पड़ सकता है, जिसका नेतृत्व डॉ. मोहम्मद यूनुस कर रहे हैं, जो 5 अगस्त को शेख हसीना सरकार के हटने के तीन दिन बाद 8 अगस्त, 2024 से सत्ता में हैं।

दिल्ली चुनाव में आप को हराने में केंद्रीय प्रशासन ने बड़ी भूमिका निभायी

कांग्रेस-आप का गठबंधन सुनिश्चित कर सकता था इंडिया ब्लॉक की मामूली जीत
पी. सुधीर - 2025-02-14 10:37 UTC
भाजपा 45.6 प्रतिशत वोट पाकर 48 सीटों के साथ दिल्ली विधानसभा चुनाव जीती। आम आदमी पार्टी (आप) 43.6 प्रतिशत वोट पाकर 22 सीटें जीती। दोनों के बीच अंतर केवल 2 प्रतिशत था, लेकिन यह 2020 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली केवल 8 सीटों से 40 सीटें अधिक था।

भारत को विकसित हो रही एआई विश्व व्यवस्था में प्रमुखता से शामिल होना होगा

एआई का इतिहास चीनी डीपसीक से पहले और बाद के रूप में चित्रित किया जायेगा
के रवींद्रन - 2025-02-13 10:54 UTC
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) द्वारा आकार दिये जा रहे विकासशील विश्व व्यवस्था में वैश्विक दक्षिण पर अधिक जोर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आह्वान एक रणनीतिक प्रस्ताव है। 21वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण तकनीकी शक्ति बनने के साथ, यह जरूरी है कि विकासशील देश, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण में, इसके प्रक्षेपवक्र को परिभाषित करने में भूमिका निभायें। पेरिस संस्करण के बाद अगले एआई शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने की भारत की पेशकश, जिसकी सह-अध्यक्षता मोदी ने की, इस परिवर्तनकारी स्थान में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की उसकी महत्वाकांक्षा को रेखांकित करती है।
राष्ट्रीय सामाजिक गौरव सम्मान पुरस्कार समारोह 2025

समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए समर्पण और सेवा आवश्यक- डॉ महेश शर्मा

विशेष संवाददाता - 2025-02-12 17:52 UTC
नोएडा। राष्ट्रीय सामाजिक गौरव सम्मान पुरस्कार समारोह 2025 का आयोजन डॉ. कुसुम पथारिया द्वारा, सामाजिक न्याय एवं महिला अधिकारिता बोर्ड के तत्वावधान में जलवायु विहार, सेक्टर 21 में किया गया। इस सम्मान समारोह में सामाजिक कार्य, महिला सशक्तिकरण, मानवाधिकार रक्षा, और न्याय प्रणाली को सुदृढ़ करने में योगदान देने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया। समाजिक सरोकारों से जुड़े लेखन के लिए पत्रकार एस एन वर्मा को भी शॉल और प्रतीक चिन्ह दे कर सम्मानित किया गया।

टैरिफ में बढ़ोतरी के ट्रंप के फैसले से भारत को घबराने की कोई जरूरत नहीं

भारत के निर्यात बास्केट में नयी चुनौती का सामना करने के लिए पर्याप्त लचीलापन
सुब्रत मजूमदार - 2025-02-12 10:30 UTC
वर्तमान में भारत की निर्यात आर्थिक वृद्धि के लिए अमेरिका प्रमुख उत्प्रेरक है। यह भारत का सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। निर्यात वृद्धि का प्रक्षेपवक्र गत वर्षों में यदा कदा नहीं रहा है। अमेरिका एक दशक से अधिक समय से लगातार भारतीय माल का सबसे बड़ा आयातक रहा है। यहां तक कि डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल (2017-2020) के दौरान भी, निर्यात में समग्र वृद्धि बरकरार रही, हालांकि ट्रंप का संरक्षणवाद था। अमेरिका को निर्यात ने भारत की बाहरी अर्थव्यवस्था के लिए साल-दर-साल प्रगतिशील विकास के बीज बोये, जिससे भारत के बड़े आयातों में काफी हद तक संतुलन बना रहा। भारत के निर्यात में इसकी हिस्सेदारी 2013-14 में 12.4 प्रतिशत से बढ़कर 2023-24 में 17.7 प्रतिशत हो गयी।