नये राज्यपाल के आने के बाद बिहार में राजनीतिक बदलाव की संभावना
बिहार में तेजी से हो रहे घटनाक्रम के पीछे अमित शाह के विश्वासपात्र
2024-12-27 10:58
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राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की 25 दिसम्बर को हुई बैठक के कई जटिल निहितार्थ थे। इसका उद्देश्य विपक्ष के आख्यानों का मुकाबला करने के लिए एक तंत्र विकसित करना था, मुख्य रूप से भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह को कांग्रेस के आक्रामक रूख से बचाने के लिए, क्योंकि कांग्रेस नेता भारत के संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. अंबेडकर संबंधी शाह के बयान पर उनपर निशाना साध रहे हैं। दूसरा महत्वपूर्ण एजंडा नीतीश कुमार जैसे नेताओं को उनकी जगह दिखाना था। इसी के मद्देनजर, भाजपा की तर्ज पर एनडीए के लिए मार्गदर्शक मंडल बनाने का मुद्दा भी सामने आया।