गाँधीजी की जन्मतिथि 2 अक्तूबर के अवसर पर विशेष
महात्मा गांधी की समाज व्यवस्था का आधार है धर्मनिरपेक्षता
सभी भारतीयों को उनकी परिभाषा मान लेनी चाहिए
2024-10-01 11:20
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इस समय सम्पूर्ण देश में इस बात पर बहस जारी है कि सेक्युलरिज्म (धर्मनिरपेक्षता) भारतीय मूल्य है या यूरोपीय है। इस बात पर बहस तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा प्रारंभ की गयी है। परंतु जिस धर्मनिरपेक्षता को हम मानते हैं, जिसे इस देश की बहुसंख्यक जनता मानती है वह पूरी तरह से भारतीय है। हम धर्मनिरपेक्षता की उस परिभाषा को मानते हैं जो बापू ने की है। उनका धर्मनिरपेक्षता या सेक्युलरिज्म के प्रति जो विचार था वही हमारा विचार है।