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गाँधीजी की जन्मतिथि 2 अक्तूबर के अवसर पर विशेष

महात्मा गांधी की समाज व्यवस्था का आधार है धर्मनिरपेक्षता

सभी भारतीयों को उनकी परिभाषा मान लेनी चाहिए
एल.एस. हरदेनिया - 2024-10-01 11:20
इस समय सम्पूर्ण देश में इस बात पर बहस जारी है कि सेक्युलरिज्म (धर्मनिरपेक्षता) भारतीय मूल्य है या यूरोपीय है। इस बात पर बहस तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा प्रारंभ की गयी है। परंतु जिस धर्मनिरपेक्षता को हम मानते हैं, जिसे इस देश की बहुसंख्यक जनता मानती है वह पूरी तरह से भारतीय है। हम धर्मनिरपेक्षता की उस परिभाषा को मानते हैं जो बापू ने की है। उनका धर्मनिरपेक्षता या सेक्युलरिज्म के प्रति जो विचार था वही हमारा विचार है।

तिरुपति लड्डू विवाद में राजनीतिक और धार्मिक आयाम

सर्वोच्च न्यायालय को इस मुद्दे को सदा के लिए सुलझाना चाहिए
कल्याणी शंकर - 2024-10-01 10:44
जब तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा बेचे जाने वाले श्रीवारी लड्डू जैसी हानिरहित मिठाई को लेकर विवाद और संदेह पैदा होता है, तो यह यहीं नहीं रुकता। पिछले हफ़्ते यह और भी आगे बढ़ गया और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू के लिए अपने पूर्ववर्ती जगन मोहन रेड्डी को मात देने का एक राजनीतिक हथियार बन गया। कांग्रेस और भाजपा जैसी अन्य राजनीतिक पार्टियाँ इसे अपने फ़ायदे के लिए इस्तेमाल कर रही हैं। कुछ लोग इसे धार्मिक मुद्दा मानते हैं। कुछ अन्य इसे भोजन की गुणवत्ता का मुद्दा मानते हैं।

स्टेट बैंक का बड़ी डिफॉल्टर कंपनी में इक्विटी खरीदना आपत्तिजनक

सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक ने 93 प्रतिशत ऋण माफ कर दिया
सी एच वेंकटाचलम - 2024-09-30 10:30
कॉरपोरेट पर्यवेक्षकों को आश्चर्यचकित करने वाले एक कदम में, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) डिफॉल्टर सुप्रीम इंफ्रास्ट्रक्चर इंडिया लिमिटेड (एसआईआईएल) के ऋण पुनर्समायोजन में दोहरी भूमिका निभायेगा। यह घटनाक्रम भारत के कॉर्पोरेट ऋण समाधान परिदृश्य में एक अभूतपूर्व कदम है, क्योंकि देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक पूर्व का ऋण वापस नहीं करने वाली कंपनी एसआईआईएल का प्राथमिक ऋणदाता होने के बाद अब इक्विटी शेयरधारक बनने की ओर बढ़ रहा है।

म्यांमार सैन्य शासन का सशस्त्र विद्रोहियों को राजनीतिक वार्ता के लिए आमंत्रण

चीन ने विद्रोहियों के एक वर्ग पर पश्चिम समर्थक समूहों से दूर रहने का दबाव डाला
अरुण कुमार श्रीवास्तव - 2024-09-28 10:38
तेजी से बदलते घटनाक्रम में म्यांमार के सत्तारूढ़ सैन्य शासक वर्ग (जुंटा) ने सशस्त्र विद्रोही समूहों को लड़ाई बंद करने और राजनीतिक वार्ता में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। जुंटा ने एक बयान में कहा, "हम जातीय सशस्त्र समूहों, आतंकवादी विद्रोही समूहों और आतंकवादी पीडीएफ समूहों को आमंत्रित करते हैं जो राज्य के खिलाफ लड़ रहे हैं और आह्वान करते हैं कि वे आतंकवादी लड़ाई छोड़ दें और राजनीतिक समस्याओं को राजनीतिक रूप से हल करने के लिए हमारे साथ संवाद करें।"

जम्मू-कश्मीर चुनाव के महत्वपूर्ण तीसरे चरण में भाजपा की नीतियों की अग्निपरीक्षा

अनुच्छेद 370 और राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दों पर बढ़ी कांग्रेस की मुश्किलें
डॉ. ज्ञान पाठक - 2024-09-27 11:09
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भाग लेने वाले सभी राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान निस्संदेह मुख्यतः भारतीय संविधान के निरस्त अनुच्छेद 370 की बहाली और इस केंद्र शासित प्रदेश का खोया हुआ राज्य का दर्जा वापस दिलाने के मुद्दों के आसपास घुम रहे हैं। चुनावी लड़ाई दो राष्ट्रीय दलों - भाजपा और कांग्रेस, दो क्षेत्रीय दलों नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और एक नये प्रवेशी इंजीनियर रशीद की अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी), जिसने भाजपा के 'नये कश्मीर' एजंडे को हराने की कसम खायी है, के लिए जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक प्रासंगिकता को फिर से स्थापित करने के संघर्ष में बदल रही है। इनमें बड़ी संख्या में कथित तौर पर भाजपा के छद्म उम्मीदवार और जमात-ए-इस्लामी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं।

बीमार चीनी अर्थव्यवस्था को केंद्रीय बैंक से मिला भारी प्रोत्साहन

विकास दर को लक्षित 5 प्रतिशत पर बनाये रखना मूल उद्देश्य
अंजन रॉय - 2024-09-26 10:37
चीनी अर्थव्यवस्था में लगातार 23 महीनों से अपस्फीति देखी जा रही है - यानी, कीमतें वास्तविक समय में गिर रही हैं। इसने वास्तव में चीनी राजनीतिक आकाओं की चिंताएँ बढ़ा दी हैं, जो मंगलवार को चीन के केंद्रीय बैंक के कदम में परिलक्षित हुई।

श्रीलंका में वामपंथी अनुरा दिसानायके की जीत का भारत के लिए निहितार्थ

55 वर्षीय मार्क्सवादी दक्षिण एशियाई भू-राजनीति में प्रमुख आवाज़ बनेंगे
नित्य चक्रवर्ती - 2024-09-25 11:05
भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका ने शनिवार, 21 सितंबर को हुए राष्ट्रपति चुनावों में मार्क्सवादी-लेनिनवादी नेता अनुरा कुमार दिसानायके को अगला राष्ट्रपति चुना है। मतदान करने वाली कुल 1700 लाख आबादी में से लगभग 75 प्रतिशत ने वर्षों से चली आ रही दो राजनीतिक संरचनाओं के द्विभाजन से निर्णायक रूप से अलग होकर नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) को सत्ता में लाने का अज्ञात मार्ग चुना, जो 28 सीमांत वामपंथी दलों और नागरिक समाज समूहों का गठबंधन है, ऐसे समय में जब श्रीलंका की अर्थव्यवस्था एक बड़े संकट का सामना कर रही है।

‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के मार्ग में प्रधानमंत्री की बड़ी चुनौतियां

वर्तमान लोकसभा में एनडीए सरकार के लिए दो-तिहाई बहुमत प्राप्त करना लगभग असंभव
कल्याणी शंकर - 2024-09-24 10:40
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' का विचार संसद और सार्वजनिक बहस की ओर बढ़ रहा है। नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले सप्ताह इस मुद्दे को आगे बढ़ाने का फैसला किया। केन्द्रीय कैबिनेट ने आगामी सत्र में संसद में एक विधेयक लाने का फैसला किया। इस अवधारणा पर पहले भी कई बार बहस हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई राजनीतिक आम सहमति नहीं बन पायी है।

पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोट मध्य पूर्व में नये तकनीकी युद्ध का संकेत

इज़राइली कार्रवाई दूरगामी परिणामों के साथ एक उच्च-दांव वाला जुआ
एम ए हुसैन - 2024-09-23 10:45
हाल ही में लेबनान में हज़ारों पेजर तथा वॉक-टॉकी सेटों का विस्फोट एक ख़तरनाक घटना है जो इज़राइली हाथ के लक्षण दर्शाता है, जो संभवतः इज़राइल और हिज़्बुल्लाह के बीच आसन्न सैन्य युद्ध में वृद्धि का संकेत देता है। यह तनाव हिज़्बुल्लाह की हाल ही में इज़राइली सेना के साथ झड़पों के बाद से बढ़ रहा है, जो 7 अक्टूबर को हमास के नेतृत्व वाले घातक हमले के बाद गाजा के खिलाफ़ इज़राइल की तीव्र सैन्य कार्रवाइयों का सीधा जवाब है। लेबनान के पेजर को लक्षित करने के पीछे रणनीतिक उद्देश्य स्पष्ट है: हिज़्बुल्लाह के आंतरिक संचार को पंगु बनाना, जो इसके सैन्य अभियानों का एक महत्वपूर्ण घटक है।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की भारी कटौती का वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों पर असर

भारतीय नीति निर्माताओं को इसके पूरे निहितार्थों का आकलन कर समायोजन करना होगा
अंजन रॉय - 2024-09-21 10:42
19 सितंबर 2024 दुनिया भर के वित्तीय बाजारों के लिए एक बड़ा दिन था। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने आखिरकार वैसा ही किया जैसा बाजारों को उम्मीद थी। इसने ब्याज दरों में भारी कटौती की। इसका वैश्विक स्तर पर व्यापक असर हो रहा है और शेयर बाजारों, जो पहले से ही समायोजन कर रहे हैं, को अधिक समायोजन करना पड़ रहा है, जैसा कि हमने भारतीय बाजार में तेज उछाल के दौरान देखा है। मार्च 2020 के बाद से अमेरिकी केंद्रीय बैंक की ओर से यह पहली ब्याज दर कटौती है।