Loading...
 
Skip to main content

View Articles

तमिलनाडु की राजनीति संक्रमण के दौर में

मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम की होगी कड़ी परीक्षा
अमूल्य गांगुली - 2016-12-07 12:34 UTC
इसे हम विडंबना ही कहेंगे कि जिस देश में मादा भ्रूण की हत्या तक की जा रही हो, वहां जयललिता और इन्दिरा गांधी जैसी महिलाओ को देवी का दर्जा दे दिया जाता है और उनकी पूजा भी की जाती है। आज भी यदि देश के सबसे ज्यादा लोकप्रिय प्रधानमंत्री के नाम के लिए सर्वे किया जाय, तो इन्दिरा गांधी का नाम सबसे पहले आता है। अब जयललिता भी इन्दिरा गांधी वाली सूची में शामिल हो गई हैं। अब उन्हें भी देश दशकों तक उनकी उपलब्धियों के लिए याद रखेगा।

झारखंड मे जमीन अधिकरण के खतरे

मुख्यमंत्री भूमि अधिकार कानून में बदलाव के लिए आतुर
अरुण श्रीवास्तव - 2016-12-06 13:57 UTC
रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा के सदस्यों ने जनजातीय सलाहकार परिषद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफा लगभग 100 साल पुरान भूमि अधिकार कानूनों को संशोधित करने की ओर प्रदेश सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदम के खिलाफ दिया है। विपक्षी पार्टियां और जनजातीय समूहों ने राज्य सरकार द्वारा उठाए गए इन कदमो के खिलाफ अपना आंदोलन और तेज करने का फैसला किया है।

कैशलेस अर्थतंत्र की ओर

आग लगी है, कुंआ खोदें
उपेन्द्र प्रसाद - 2016-12-05 12:36 UTC
पुराने 500 और 1000 रुपये नोटों को रद्द कर दिए जाने के बाद मची अफरातफरी के बीच केन्द्र सरकार अब कैशलेस अर्थतंत्र की वकालत कर रही है। अफरातफरी का माहौल समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है और जितनी रकम के नोटों का रद्द किया है, उतनी रकम के नोट छापने में 6 महीने या उससे भी ज्यादा लग सकते हैं, लेकिन देश तब तक के लिए इंतजार नहीं कर सकता। यदि पर्याप्त नोट छपने का इंतजार किया गया और तबतक इसी तरह की अफरातफरी मची रही, तो देश को भारी नुकसान हो जाएगा। वैसे नुकसान तो अभी भी हो ही रहा है। देश में अभूतपूर्व मुद्रासंकट चल रहा है, क्योंकि बड़े पैमाने पर कैश की कमी हो गई है। हमारे देश में भ्रुगतान के लिए कैश का ही ज्यादातर इस्तेमाल होता रहा है। एक अनुमान के अनुसार देश में 90 फीसदी भुगतान कैश के द्वारा ही होता है और केशलेस भुगतान मात्र 10 प्रतिशत ही होता रहा है।

जम्मू और कश्मीर के दो लाख हिन्दू देशविहीन

प्रधानमंत्री का विकास पैकेज नाकाफी
देवसागर सिंह - 2016-12-03 14:09 UTC
यह बहुत ही दुख की बात है कि पिछले 6 दशकों से जम्मू और कश्मीर में रह रहे 2 लाख लोग तकनीकी तौर पर अभी किसी भी देश के नहीं हैं। वे किसी भी देश के नागरिक नहीं हैं। भारत ने उन्हें अभी तक पूर्ण नागरिकता नहीं दी है। उनमें से अधिकांश हिन्दू हैं। ये वो लोग हैं, जो 1947 में भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान से भारत आ गए थे। उनमें से ज्यादातर लोग तो पाक अधिकृत जम्मू और कश्मीर के ही हैं।

संसद का सत्र एक बार फिर बाधित

विभाजित विपक्ष का लाभ उठा रहे हैं मोदी
कल्याणी शंकर - 2016-12-02 10:01 UTC
संसद का शीतकालीन सत्र एक बार फिर बेकार साबित होने जा रहा है। यह 16 नंवबर को शुरू हुआ था और कुछ दिनों बाद ही इसका अवसान भी हो जाएगा। लेकिन दोनों में से किसी भी सदन में कोई काम नहीं हो पा रहा है। इसका कारण नरेन्द्र मोदी द्वारा 8 नवंबर को 500 और और 1000 रुपये के नोटों का किया गया विमुद्रीकरण था।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के आसार

प्रदीप कपूर - 2016-12-01 18:20 UTC
लखनऊः मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सपा और कांग्रेस के बीच होने वाले चुनावी गठबंधन से संबंधित फैसला लेंगे। भारतीय जनता पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिए दोनों पार्टियां एक दूसरे से हाथ मिलाना चाहती हैं। राजनैतिक सूत्रों का कहना है कि दोनों नेताओं के बीच पहले से ही अच्छी समझ है और दोनों एक दूसरे की प्रशंसा करते रहे हैं।

नरेन्द्र मोदी ने मारी पलटी

केन्द्र सरकार ने अपने पांव पीछे क्यों खींचे?
उपेन्द्र प्रसाद - 2016-11-30 16:50 UTC
पिछले 8 नवंबर को जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काले धन को समाप्त करने के इरादे से 500 और हजार रुपयों के बड़े नोटों को बंद करने का एलान किया था, तो कुछ काले धन के मालिकों को छोड़कर देश की जनता खुश हो गई थी। उन्हें यह तो नहीं लग रहा था कि उनके अच्छे दिन आने वाले हैं, लेकिन उनको लग रहा था कि काली कमाई करने वाले भ्रष्ट लोगों के बुरे दिन आने वाले हैं। यही सोच सोच कर वे खुश थे और नोटबंदी की तकलीफों के बावजूद वे सरकार का समर्थन कर रहे थे।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने पूरा किया 11 साल का कार्यकाल

विशेष संवाददाता - 2016-11-29 14:31 UTC
मध्यप्रदेश की राजनीतिक उठापठक को झेलते हुए शिवराज सिंह चौहान 11 साल तक मुख्यमंत्री के पद पर रहने का कीर्तिमान बना चुके हैं। 29 नवंबर, 2015 के पहले के कुछ महीने शिवराज के लिए बहुत ही मुश्किल भरे थे, जब व्यापमं का मामला जोरों पर था और मुख्यमंत्री पद से उनकी विदाई के कयास तेज थे। केन्द्र में भेजे जाने से लेकर संगठन में दायित्व दिए जाने तक की चर्चाएं राजनीतिक गलियारे में थी। पर शिवराज न तो तब हटाए गए और न ही अब। अब तो यह कयास लगाया जाने लगा है कि इनके मुख्यमंत्री के रूप में लंबे कार्यकाल को शायद ही कोई तोड़ पाए।

नुकसान को कम करने की मोदी की कोशिश

आपातकाल जैसी स्थिति पैदा हो गई है
एस सेतुरमन - 2016-11-29 14:26 UTC
1975 के आपातकाल के अलावा और कभी हमारे देश में वैसी स्थिति पैदा नहीं हुई थी, जैसी आज है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विमुद्रीकरण के निर्णय ने चैतरफा अशांति की स्थिति पैदा कर दी है और चारों तरफ तबाही ही तबाही देखी जा सकता है। इस निर्णय से न तो रोजगार का सृजन होने वाला है और न ही इससे समानता आने वाली है।

नोटबंदी पर नीतीश कुमार

क्या वे एक बार फिर भाजपा का दामन थामेंगे?
उपेन्द्र प्रसाद - 2016-11-28 14:21 UTC
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नोटबंदी के मसले पर केन्द्र सरकार का अपना समर्थन देकर अपने आपको उन विपक्षी पार्टियों से अलग कर लिया है, जो इसका विरोध कर रहे हैं। लगभग सभी विपक्षी पार्टियां नोटबंदी के विरोध में लामबंद हो गई हैं, लेकिन नीतीश कुमार बार कार बयान देकर इसका समर्थन कर रहे हैं। वे लोगों की कठिनाइयों के प्रति सहानुभूति भी व्यक्त कर रहे हैं और हल्के अंदाज में पूरी तैयारी के साथ नहीं उतरने के कारण केन्द्र सरकार की कुछ आलोचना भी कर देते हैं, लेकिन आलोचना करते वक्त वे इस बात का ख्याल रखते हैं कि वे नोटबंदी के खिलाफ नहीं दिखाई पड़ें।