Loading...
 
Skip to main content

View Articles

भारत

ममता बनर्जी मध्यवर्ग का समर्थन खो रही हैं

बर्दमान विस्फोट के राष्ट्रीय मायने हैं
अमूल्य गांगुली - 2014-10-16 18:37
मध्यवर्ग में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की लोकप्रियता उसी समय घटने लगी थी, जब उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के कुछ समय बाद में ही एक पुलिस थाने में जाकर कुछ असामाजिक तत्वों को रिहा करवा दिया था। उन तत्वों को पुलिस ने गुंडागर्दी करते हुए गिरफ्तार किया था।
भारत

मध्यप्रदेश में निवेश: क्या धरातल पर उतरेंगे करार?

राजु कुमार - 2014-10-16 17:54
इंदौर में आयोजित चौथे ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के समापन के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान बहुत ही उत्साहित हैं। उनके उत्साह के दो प्रमुख कारण हैं। पहला, समिट के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आना और इसमें शिवराज सिंह चैहान और मध्यप्रदेश के विकास की तारीफ करना। दूसरा, निजी निवेशकों के साथ-साथ विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों द्वारा विभिन्न नई परियोजनाओं और मौजूदा परियोजनाओं के विस्तार के माध्यम से मध्यप्रदेश में लगभग ढाई लाख करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा करना। इन घोषणाओं एवं निवेश प्रस्तावों के बाद मुख्यमंत्री यह विश्वास व्यक्त कर रहे हैं कि कृषि विकास में प्रदेश को आगे ले जाने के बाद औद्योगिक विकास में भी वे आगे ले जाएंगे। पर इस विश्वास की राह बहुत ही कठिन है। इसके पहले भी मध्यप्रदेश में तीन ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट हो चुके हैं और हर बार यही कहा जाता रहा है कि प्रदेश में लाखों करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश होगा एवं लाखों युवाओं को रोजगार मिलेंगे, पर इस दिशा में कुछ उल्लेखनीय उपलब्धि प्रदेश के खाते में नहीं आई। समिट में नौ देशों को पार्टनर बनाया गया था, और 38 देशों के राजदूतों की उपस्थिति थी पर वहां से किसी भी तरह का निवेश प्रस्ताव प्रदेश में नहीं आया है। ग्लोबल समिट के माध्यम से विदेशी पूंजी का निवेश भी प्रदेश में नहीं हुआ है।
भारत

राजनीति खतरे में पड़ने से बेचैन हो रहे नेता

काठ की हांड़ी कितनी बार आग पर चढ़ेगी?
उपेन्द्र प्रसाद - 2014-10-14 16:30
जनता दल से टूट टूट कर बनी पार्टियों के कुछ नेता एक बार फिर एक साथ आने के लिए बेचैनी से हाथ पांव मार रहे हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों के नतीजे के बाद नवीन पटनायक को छोड़कर इस परिवार के सभी नेताओं की राजनीति खतरे में दिखाई पड़ने लगी। नीतीश कुमार को तो मुख्यमंत्री की अपनी कुर्सी तक गंवानी पड़ी। अजित सिंह अपने पूरे कुनबे के साथ चुनाव हार गए और खुद तीसरे स्थान पर आ गए। बेचारे को दिल्ली का बंगला छोड़ना पड़ा, हालांकि उसे बरकरार रखने के लिए उन्होंने आंदोलन तक छेड़ डाला। मुलायम सिंह यादव की पार्टी तो हारी, पर उनके कुनबे की जीत हुई। इसलिए वे अपने भविष्य के लिए पूरी तरह से चिंतित नहीं दिखे और उपचुनावों में जीत दर्ज करने के बाद वे कथित जनता दल परिवार के अन्य नेताओं की तरह बदहवाश नहीं, लेकिन मुलायम और नवीन पटनायक के अलावा अन्य सारे जनता नेता अपना अपना राजनैतिक बजूद बचाए रखने के लिए जबर्दस्त हाथ पैर मारने में लगे हुए हैं।
भारत

बहुजन समाज पार्टी का भविष्य

मायावती हैं निश्चिंत
प्रदीप कपूर - 2014-10-13 17:17
लखनऊः बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती 2017 में होने वाले उत्तर प्रदेश के आम चुनावों में अपनी पार्टी के प्रदर्शन को लेकर निश्चिंत हैं। पिछले लोकसभा चुनाव मे उनकी पार्टी की करारी हार हुई थी और उसका खाता तक नहीं खुल सका था। उस चुनाव के बाद 11 विधानसभाओं और एक लोकसभा चुनाव के उपचुनाव हुए थे। उसमें हिस्सा न लेकर मायावती ने एक बड़ी गलती कर दी। उस चुनाव में समाजवादी पार्टी को भारी जीत हासिल हुई थी और उसके कारण बहुजन समाज पार्टी का भविष्य अंधकारमय दिखाई पड़ रहा है।

मुसलमानों का सियासी शोषण करने वाले सेकुलरिज्म के सूरमाओं का सूपड़ा साफ बस दुम बची-नकवी

एस एन वर्मा - 2014-10-13 14:03
नई। दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा भारतीय मुसलमानों का सियासी शोषण करने वाले सेकुलरिज्म के सियासी सूरमाओं का सूपड़ा साफ हो चुका है, बस दुम बची है, इन विधानसभा चुनावों में उसका भी सफाया होगा।
भारत

कांग्रेस का थरूर संकट

प्रदेश कांग्रेस की प्रतिक्रिया अनावश्यक
पी श्रीकुमारन - 2014-10-11 16:36
तिरुअनंतपुरमः कांग्रेस नेता शशि थरूर के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रस्ताव प्रदेश कांग्रेस कमिटी की ओर से किया गया एक ऐसा फैसला है, जिसकी कोई जरूरत अभी नहीं थी। गौरतलब हो कि शशि थरूर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करने लगे थे और उसके बाद केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी के नेता उनकी आलोचना पर उतर आए। इतना ही नहीं, उन्होंने कांग्रेस के आलाकमान से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी कर दी है।
भारत

हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव

प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिष्ठा दांव पर
कल्याणी शंकर - 2014-10-10 17:16
क्या हरियाणा और महाराष्ट्र की विधानसभा के चुनाव केन्द्र की मोदी सरकार के पक्ष या विपक्ष में जनमत संग्रह की तरह देखे जा सकते हैं? इसमें कोई दो मत नहीं कि इन दोनों राज्यों के चुनाव में नरेन्द्र मोदी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। नरेन्द्र मोदी के साथ साथ सोनिया गांधी के लिए भी ये चुनाव महत्वपूर्ण हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में जहां नरेन्द्र मोदी को शानदार सफलता मिली थी, वहीं सोनिया गांधी को भारी और शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा था। सोनिया गांधी के लिए तो वह एक बड़ा सदमा से कम नहीं था और वह अभी तक उस सदमें से नहीं उबर पाई है। इन दोनों राज्यों के चुनाव उन्हें सदमे से उबरने का एक मौका दे रहे हैं। कांग्रेस की दृष्टि से यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि राहुल गांधी को इसमें हाशिए पर रखा गया है और मोर्चा सोनिया गांधी ने संभाल रखा है। चुनाव नतीजे इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं कि इस चुनाव के तुरंत बाद जम्मू और कश्मीर, झारखंड और दिल्ली विधानसभा के चुनाव भी इसी साल होने हैं और उन चुनावों की तैयारियों पर भी इनके नतीजों का असर पड़ेगा।
भारत

पर्यटन से बढ़ेगी विकास की रफ्तार

राजु कुमार - 2014-10-09 16:35
मध्यप्रदेश के इंदौर में आयोजित चैथे ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के पहले दिन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों पर जोर दिया गया। दूसरे एवं तीसरे दिन देश-दुनिया की बड़ी कंपनियों के कर्ता-धर्ता प्रदेश में निवेश के लिए मंथन का समय रखा गया है। राज्य सरकार की ओर विभिन्न सेक्टर में निवेश एवं उद्योग लगाने के लिए प्रजेंटेशन तैयार किया गया है, जिसमें एक महत्वपूर्ण सेक्टर पर्यटन है। पर्यटन ऐसा उद्योग है, जिसमें बड़ी मात्रा में कृषि जमीन का औद्योगिक विकास के लिए हस्तांतरण करने की जरूरत नहीं पड़ती। इसके साथ ही यह बड़े उद्यम से लेकर छोट उद्यमों तक के लिए निवेश का एक बेहतर क्षेत्र है। देश के कई राज्य एवं दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था ही पर्यटन पर टिकी हुई है। मध्यप्रदेश में भी पर्यटन की व्यापक संभावनाएं हैं, जिसका समुचित विकास कर इसमें निवेश करते हुए प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सकता है।
भारत

मोदी ने कहा केंद्र-राज्य एक-दूसरे के पूरक

ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री ने ग्लोबल टैलेंट पूल पर दिया जोर
राजु कुमार - 2014-10-09 16:32
मध्यप्रदेष के इंदौर में आयोजित ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का उद्घाटन आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। उन्होंने यहां वर्तमान केंद्रीय मंत्रियों एवं भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं की तरह पहली बार मध्यप्रदेष की खुले तौर पर तारीफ की। इस अवसर पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि देष के विकास में राज्यों की महत्वपूर्ण भूमिका है। केंद्र एवं राज्य एक-दूसरे के पूरक हैं। इस अवसर पर मध्यप्रदेष के संदर्भ में उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश की अर्थव्यवस्था का ड्राइविंग फोर्स बन सकता है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री इस दिशा में उम्दा प्रयास कर रहे हैं।
भारत

कृषि उद्योग में हो ज्यादा निवेश

अनाज उत्पादन में मध्यप्रदेश ने कामयाबी हासिल की
राजु कुमार - 2014-10-09 16:29
भोपालः मध्यप्रदेश पिछले कुछ सालों में कृषि विकास में देश के अग्रणी राज्यों में शुमार हो गया है। प्रदेश में अनाज उत्पादन में मिली सफलता को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित भी किया गया है। तीन साल पहले स्थापित कृषि कर्मण पुरस्कार में मध्यप्रदेश को दो बार सम्मानित किया जा चुका है। अगले साल जनवरी में मिलने वाले कृषि कर्मण पुरस्कार के लिए एक बार फिर मध्यप्रदेश को संक्षिप्त सूची में शामिल कर लिया गया है। कृषि क्षेत्र में अनाज उत्पादन के बाद अब कृषि उद्योग विकास पर जोर देने एवं उसमें निवेश के लिए बड़े उद्योगपितयों को आकर्षित करने की दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है।