प्राण-प्रतिष्ठा से पहले राम मंदिर: बने हुए हैं दिल, दिमाग, डर और एहसान के मुद्दे
अयोध्या फैसले पर मुख्य न्यायाधीश की अंतर्दृष्टि में छिपी है समस्या की अथाह गहराई
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2024-01-08 10:04 UTC
माना जाता है कि प्रत्येक अदालत का फैसला 'भय या पक्षपात' और 'स्नेह या द्वेष' के बिना दिया जाता है, लेकिन भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ द्वारा अयोध्या राम मंदिर भूमि फैसले पर प्रदान की गयी अंतर्दृष्टि से पता चलता है कि कैसे कुछ अस्वीकृत प्रवृत्तियाँ राम मंदिर मामले के अंतिम निर्णय में भी प्रविष्ट हो गयीं। राम मंदिर के अभिषेक में अब कुछ ही दिन बाकी हैं, ऐसे में भाजपा को छोड़कर हर राजनीतिक दल को इसी दुविधा से जूझना पड़ रहा है।