चित्तवृत्ति
चित्तवृत्ति का सामान्य अर्थ है चित्त की वृत्ति।चित्तवृत्तियां अनेक है परन्तु पांच चित्तवृत्तियों को ही प्रमुख माना गया है। ये हैं - प्रमाण, विपर्यय अथवा मिथ्याज्ञान, विकल्प, निद्रा, तथा स्मृति।
चित्तवृत्ति के निरोध को ही पतंजलि ने अपने योगसूत्र में योग कहा है। अभ्यास तथा वैराग्य द्वारा इनका निरोध किया जाता है।
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चित्रात्मकता, चिन्तन प्रधान आलोचना, चिल्का झील, चुनरी, चूड़ाचक्र