नवीनतम घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण में दिखती है गरीबों की चुनौतियाँ
खाद्य कीमतों में वृद्धि से हाशिए पर पड़े लोगों के लिए पोषण का संकट
2025-01-15 11:15
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राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने हाल ही में घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण 2023-24 की तथ्य-पत्रिका जारी की है। यह वार्षिक श्रृंखला की दूसरी सर्वेक्षण रिपोर्ट है जो 2011-12 में सरकार द्वारा जारी किये गये 68वें दौर के उपभोग व्यय सर्वेक्षण के बाद लंबे अंतराल के बाद 2022-23 में शुरू हुई है। सरकार इस बार यह रिपोर्ट जारी करने में सहज प्रतीत होती है क्योंकि ग्रामीण भारत में मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय (एमपीसीई) 2022-23 में 3,773 रुपये से बढ़कर 2023-24 में 4,122 रुपये और शहरी भारत में 6,459 रुपये से बढ़कर क्रमशः 6,996 रुपये हो गया है। इसका अर्थ है कि ग्रामीण और शहरी भारत में उपभोग व्यय में क्रमशः 9.25 और 8.31 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।