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केन्द्रीय बजट पर हावी रहेगा 2019 का चुनाव

घटते विकास दर की चुनौती
एस सेतुरमन - 2018-01-10 10:32 UTC
वित्त मंत्री अरूण जेटली आने वाले एक फरवरी को पेश कर रहे अपने पांचवी तथा इस सरकार के आखिरी बजट में कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। लोकसभा के 2019 के चुनावों के पहले आ रहे इस बजट में राजनीति पूरी तरह प्रभावी रहेगी। यह बजट अधपकी जीएसटी के लागू होने के कारण नीचे आ गई देश की वित्तीय व्यवस्था और पिछले चार सालों की अवधि में घरेलू निवेश को लगातार जारी रखने में विफल रही मोदी सरकार की विफलता की पृष्ठभूमि में पेश हो रहा है।

2022 तक किसानों की आय दुगना करने का लक्ष्य

लक्ष्य पाने के लिए सही कदम उठाए ही नहीं जा रहे हैं
ज्ञान पाठक - 2018-01-10 10:29 UTC
2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने की योजना के पहले वर्ष में, ‘कृषि, वानिकी और मछली पकड़ने’ की वृद्धि दर में आधे से भी कम की गिरावट का अनुमान है। वर्ष 2017-18 के लिए राष्ट्रीय आय का पहला अनुमान इस क्षेत्र में संभावित वृद्धि को अपने सकल मूल्य में जोड़ (जीवीए) में 2.1 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाता है, जबकि पिछले वर्ष के 4.9 प्रतिशत के मुकाबले यह कम है।

लालू की सजा और उसके बाद

राजद के सामने अस्तित्व का संकट
उपेन्द्र प्रसाद - 2018-01-09 10:19 UTC
लालू यादव बार फिर जेल में हैं। सजा पाकर पहली बार वे 2013 में जेल गए थे। उसके बाद उनकी राजनैतिक कैरियर के साथ साथ उनके राष्ट्रीय जनता दल के भविष्य पर सवाल खड़ा कर दिया था। पर कुछ दिनों के बाद वे जमानत पर जेल से बाहर आ गए थे। वे खुद तो चुनाव लड़ नहीं सकते थे, लेकिन अपनी पार्टी का नेतृत्व करने में वे सक्षम थे और 2014 का चुनाव उनके दल ने उनके नेतृत्व में ही लड़ा। पर वे बुरी तरह चुनाव हार गए। उनकी बेटी भी चुनाव हारी और उनकी पत्नी भी। लगने लगा कि उनकी राजनैतिक मौत हो चुकी है। पर हार के बावजूद उनके पास 20 फीसदी से ज्यादा मतों का एक बैंक था और उसे भुनाकर उन्होंने 2015 के विधानसभा चुनाव में नीतीश से गठबंधन कर न केवल अपनी राजनीति बचा ली, बल्कि नीतीश कुमार को भी मुख्यमंत्री बनवा डाला। इस तरह उन्होंने अपनी राजनैतिक मौत को टाल दिया।

परमाणु हथियार बनाम स्वास्थ्य

दुनिया में हथियार पर असीम खर्च
डा. अरूण मित्रा - 2018-01-09 10:17 UTC
दुनिया के विभिन्न हिस्सों में तनाव की बढ़ती घटनाओं के बीच 2017 का अंत एक सकारात्मक बिंदु पर हुई। संयुक्त राष्ट्र आम सभा में 7 जुलाई, 2017 को पारित परमाणु हथियार प्रतिबंधक संधि को इतिहास ने एक अत्यंत महत्वपूर्ण घटना के रूप में दर्ज किया जाएगा। इसने परमाणु हथियार और उससे होने वाले विध्वंस से रहित विश्व की उम्मीद जगा दी है। अच्छा स्वास्थ्य हर व्यक्ति की बुनियादी जरूरत है। इसलिए हर व्यक्ति एक हिंसा से रहित जीवन चाहता है।

तलाकः गलत दलीलों पर आधारित विरोध

तलाक पर कांग्रेस का रवैया उलटा पुलटा
के रवींद्रन - 2018-01-09 10:15 UTC
जहां तक मुसलिम समाज को उसकी पुरानी पड़ गई परंपराओं से छुटकारा दिलाने का सवाल है, कंाग्रेस तथा अन्य पार्टियों का तरीका दो कदम पीछे,एक कदम आगे वाला रहा है। अभी तीन तलाक पर विवाद के मामले में भी यही हो रहा है। ज्यादातर इसे गलत मानते हैं और इसे खत्म करना चाहते हैं। उन्हें इसमें कोई शक नहीं है कि इस परंपरा का खत्मा लाखों मुसलिम औरतों को लाभ पहंुचाएगा जिनके मर्दाें ने उनके साथ दुव्र्यवहार किया है और उन्हें अचानक छोड़ दिया है। इसलिए वे इस समस्या से निपटने के लिए बन रहे कानून का विरोध करते दिखना नहीं चाहते।

राज्यसभा चुनाव में ‘आप’ भी ‘गुप्त रोग’ की शिकार!

केजरीवाल का जवाब नहीं
अनिल जैन - 2018-01-08 10:17 UTC
दिल्ली से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए इसी महीने होने वाले चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का एलान करने के साथ ही न सिर्फ आम आदमी पार्टी एक बार फिर सवालों से घिर गई है, बल्कि यह सवाल भी फिर ताजा हो गया है कि संसद का यह उच्च सदन आखिर किन लोगों के लिए है और यह किसका प्रतिनिधित्व करता है?

अनर्गल बहस राष्ट्रहित में कदापि नहीं

इससे देश का नुकसान ही हो रहा है
डाॅ. भरत मिश्र प्राची - 2018-01-06 09:15 UTC
आजादी से लेकर आजतक पाक का रवैया सदा से भारत के खिलाफ ही रहा है। वह आजतक एक अच्छा पड़ोसी नहीं बन सका, जबकि पाक से बेहतर संबंध बनाने की दिशा में हर संभव प्रयास भारत सरकार द्वारा बराबर किये जाते रहे । इस दिशा में वर्षो से बंद पड़ी सदभावना रेल सेवा को शुरू भी किया गया पर परिणाम जो मिला सभी के सामने है। पाक के इरादे सदा से ही नापाक रहे है। जिसकी वजह से सीमा पर सदा तनाव बने रहते है। कब सीमा पर तनाव बढ़ जाय, कुछ कहा नहीं जा सकता । इस तरह के परिवेश के पीछे पाक में पनाह ले रहे आतंकवादी गिरोह के साथ - साथ अंतर्रराष्टीªय स्तर पर हो रही भारत विरोधी गतिविधियां भी शामिल है जो किसी भी कीमत पर भारत को पनपने नहीं देना चाहती । इस तरह के हालात पाक भारत रिश्तें को कभी बेहतर नहीं बनने देंगे। पाक की बदलती सत्ता एवं सत्ता पर आतंकवादी गिरोह का अप्रत्यक्ष कब्जा पाक - भारत रिश्ते के मार्ग में रोड़ा है।

कोरेगांव की हिंसा और उसके बाद

झूठे इतिहास का डंक
उपेन्द्र प्रसाद - 2018-01-05 10:26 UTC
नये साल की शुरुआत भारत के लिए शुभ नहीं कही जा सकती, क्योंकि पहले दिन ही देश में जातीय हिंसा शुरू देखी गई। यह हिंसा मराठों और दलितों के बीच हुई। कोरेगांव की वह घटना, जिसमें दलित शौर्य दिवस के उत्सव में हिस्सा लेने वालों पर मराठों ने हमले किए, कोई ऐसी घटना नहीं है, जो तात्कालिक रूप से घटित होकर विस्मृति की भेंट चढ़ जाय। दरअसल यह घटना किसी क्षणिक क्रिया की प्रतिक्रिया नहीं थी, बल्कि यह मराठों के दिल में पिछले कुछ सालों से बन रहे गुबार का परिणाम था। वह गुबार उन्हें दलित विरोधी बना रहा है।

आजाद भारत में इस शौर्य दिवस का मतलब क्या ?

भीमा गाँव की हिंसा भारत को बाँटने की साजिश
प्रभुनाथ शुक्ल - 2018-01-04 10:14 UTC
हिंदुस्तान से अंग्रेज विदा हो गए , लेकिन फूट डालो और राज करो का बीज जो उन्होंने बोया था, वह आज विशाल वटवृक्ष बन गया, जिसकी वजह से हमारा समाज जाति , धर्म , भाषा , नस्लवाद और दलित, अगडे, पिछड़े , हिंदुत्व और इस्लाम में विभाजित है। बाकि बची रिक्तता को राजनीति और नेताओं की गंदी सोच पूरा कर दी है ।

रजनीकांतः एक और केजरीवाल?

कर पाएंगे तमिलनाडु में व्यवस्था परिर्वतन?
अमूल्य गांगुली - 2018-01-04 10:10 UTC
कुछ समय के लिए राजनीति में आने और जल्द बाहर निकल जाने के बाद अमिताभ बच्चन ने भारत की राजनीति को गंदे नाले की संज्ञा दी थी। जब से देश की राजनीति ऐसी हो गई है, गंदगी साफ करने की घोषणा करते झाड़ू लिए सजे-धजे शूरवीर का विचार लोगेंो को सम्मोहित करता है।