अभिव्यक्ति की आजादी के बिना कैसा न्यू इंडिया?
लेकिन लोकतांत्रिक संस्थाओं का तेजी से क्षरण हो रहा है
2017-04-03 11:58
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हाल ही में पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आने के बाद दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पर अपने पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था- ‘‘2022 में जब हमारी आजादी के 75 वर्ष पूरे होंगे, मैं देश को ‘न्यू इंडिया’ के रूप में देखना चाहता हूँ और इन पांच राज्यों के नतीजों में मुझे न्यू इंडिया की नींव के दर्शन हो रहे हैं। अपने ‘न्यू इंडिया’ की विस्तृत अवधारणा पेश करने के क्रम में ही मोदी ने कहा था- कोई भी पेड कितना ही ऊंचा हो, लेकिन जैसे ही उस पर फल लगने लगते हैं, वह झुकने लग जाता है। अब जबकि भारतीय जनता पार्टी रूपी वटवृक्ष पर विजय रूपी फल लगे हैं तो हमारा जिम्मा बनता है कि हम सबसे ज्यादा झुकें, और अधिक विनम्र बनें।’