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डोकलाम में भारत-चीन तनाव

सुरक्षा के साथ समझौता नहीं
उपेन्द्र प्रसाद - 2017-07-06 10:39 UTC
भारत और चीन के बीच 1962 के बाद का सबसे बड़ा तनाव आज सिक्किम सेक्टर में पैदा हो गया है। भारत के सिक्क्मि, चीन और भूटान का त्रिवेणी संगम डोकलाम में है और वहां भूटान की सीमा में घुसकर चीन रोड बना रहा था। भारत और भूटान के बीच एक सामरिक समझौता है, जिसके तहत भूटान की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत की है। जाहिर है, भारत भूटान की भूमि में चीनी अतिक्रमण को रोकने के लिए बचनबद्ध है।

क्या विपक्ष मोदी के खिलाफ एक हो पाएगा?

अभी तो लक्षण ठीक नहीं हैं
कल्याणी शंकर - 2017-07-05 10:02 UTC
विपक्षी पार्टियों में यह मान्यता बनती जा रही है कि यदि वे सब एक नहीं हुईं, तो उनका अस्तित्व ही खतरे में पड़ सकता है। लोकतंत्र में एक प्रभावी विपक्ष का होना बहुत जरूरी है। यही कारण है कि गैर राजग पार्टियां आपस में एकताबद्ध होने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन इसके रास्ते में उनके सामने अनके प्रकार की बाधाएं भी आ रही हैं।

विपक्ष में अपनी उपेक्षा से नाराज हैं नीतीश कुमार

राष्ट्रपति चुनाव तो बहाना है
उपेन्द्र प्रसाद - 2017-07-04 12:40 UTC
नीतीश कुमार अपनी उस आक्रामक मुद्रा में एक बार फिर वापस आ गए हैं, जिस मुद्रा के साथ वह भारतीय जनता पार्टी के अंदर नरेन्द्र मोदी के उभार का विरोध किया करते थे। नरेन्द्र मोदी सामाजिक रूप से एक पिछड़े वर्ग से आते हैं। इस बात को नीतीश कुमार गोधरा बाद हुए दंगे के बाद से ही जानते थे। इसलिए उन्हें यह भी पता था कि यदि नरेन्द्र मोदी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर पहुंचे तो भाजपा के लिए उनकी (नीतीश की) उपयोगिता समाप्त हो जाएगी। भाजपा के अंदर ओबीसी नेतृत्व के अभाव का फायदा उठाकर ही नीतीश छोटे जनाधार के बावजूद बिहार में बड़े जनाधार वाली भाजपा पर हावी रहा करते थे। उन्हें मालूम था कि यदि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व किसी ओबीसी के हाथ में चला जाएगा तो फिर राजग में उनकी उपयोगिता कम हो जाएगी और उसके साथ उनका दबदबा समाप्त हो जाएगा।

जीएसटी का जश्नः संघीय लोकतंत्र पर प्रहार

अनिल सिन्हा - 2017-07-03 12:55 UTC
जीएसटी के जश्न के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सेंट्रल हाल से बेहतर जगह नहीं दिखी। जाहिर है मोदी ने यह जगह यूं ही नहीं चुनी। योजना आयोग को खत्म करने के बाद भारत के संघीय लोकतंत्र पर यह दूसरा बड़ा प्रहार है और मोदी इस अवसर को जश्न में तब्दील करना चाहते थे।

मध्यप्रदेश में अल्पसंख्यकों की प्रताड़ना के मामले बढ़े

पाकिस्तान की जीत का उत्सव मनाने वालेे युवक पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा
एल एस हरदेनिया - 2017-07-01 10:32 UTC
भोपालः अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने के मामले में मध्यप्रदेश पीछे नहीं है। अनेक मामलों में मुसलमान और ईसाई बहुत ही मामूली आरोपों में गिरफ्तार किए गए हैं। उनमें से कुछ मामले तो काल्पनिक भी हैं। एक वैसे ही मामले में 15 मुस्लिम युवकों पर यह आरोप लगाते हुए राजद्रोह का मुकदमा कर दिया गया है कि वे पाकिस्तान की क्रिकेट मैच में जीत के बाद उत्सव मना रहे थे।

राष्ट्रपति चुनावः दो को छोड़कर सारे चुनाव मतदान से ही हुए

एल.एस. हरदेनिया - 2017-06-30 10:53 UTC
हमारे देश में राष्ट्रपति का चुनाव अनेक अवसरों पर काफी विवादग्रस्त वातावरण में संपन्न हुआ है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि राष्ट्रपति पद का पहला चुनाव भी विवादग्रस्त था। वर्ष 1949 के दिनांक 25 नवंबर को हमने अपने संविधान को पारित कर लिया था। उसके बाद 26 जनवरी को हम पूर्ण संप्रभुता प्राप्त लोकतंत्र देश बन गए थे।

महागठबंधन पर महाअसमंजस

आगे की राह आसान नहीं
उपेन्द्र प्रसाद - 2017-06-29 12:47 UTC
राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार को लेकर बिहार के महागठबंधन में चल रही बयानबाजी अब समाप्त हो गई है और लगता है कि राष्ट्रीय जनता दल ने नीतीश कुमार द्वारा राजग उम्मीदवार को समर्थन करने के तथ्य को स्वीकार कर लिया है। लेकिन इसके कारण इस तथाकथित महागठबंधन का महाअसमंजस समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि पहले से और भी ज्यादा बढ़ गया है। नीतीश के दल के महासचिव के सी त्यागी ने, जो पार्टी के आधिकारिक प्रमुख प्रवक्ता भी हैं, यह कहकर महागठबंधन के अपने सहयोगियों को एक और झटका दिया है कि भाजपा के साथ उनके दल का गठबंधन वैचारिक मतभेद के बावजूद ज्यादा सहज था। इसका अर्थ यह है कि उनका दल एक बार फिर भाजपा से हाथ मिला सकता है और वैचारिक मतभेद होने के बावजूद उसके साथ सहज रूप से बिहार की सरकार चला सकता है।

संघ परिवार का राष्ट्रपति

रामनाथ कोविंद मीरा कुमार को हरा सकते हैं
कल्याणी शंकर - 2017-06-28 13:25 UTC
अब यह लगभग निश्चित हो गया है कि नरेन्द्र मोदी के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद भारत के अगले राष्ट्रपति होंगे। वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 25 जुलाई को अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं और उसके पहले 17 जुलाई को नये राष्ट्रपति के लिए मतदान होना है।

अति उत्पादन ने किसानों को किया बेहाल

भंडारन के अभाव में लाखों टन अनाज खुले में सड़ रहे हैं
एल एस हरदेनिया - 2017-06-27 11:24 UTC
भोपालः मध्यप्रदेश के किसानों की समस्या का कोई हल नहीं दिखाई पड़ रहा है। प्रदेश सरकार ने फैसला किया कि वह प्याज 8 रुपये प्रति किलो खरीदेगी। गौरतलब है कि ज्यादा उत्पादन के कारण प्याज की कीमतें जमीन चाट रही हैं। इसके कारण किसानों का उग्र प्रदर्शन शुरू हो गया था।

अनुकूलित राष्ट्रपति की कड़ी में कोविंद

भाजपा को दलित वोट दिलाने में हो सकते हैं मददगार
अनिल जैन - 2017-06-27 11:22 UTC
हमारे देश में आजादी के बाद से अब तक यही देखा गया है कि राष्ट्रपति चाहे राजनीतिक पृष्ठभूमि वाला हो या गैर राजनीतिक पृष्ठभूमि वाला- सरकार के साथ उसका रिश्ता कुछ अपवादों को छोडकर आमतौर पर सामंजस्यपूर्ण ही रहा है। जो राजनीतिक दल सत्ता में होता है उसकी भी कोशिश यही रहती है कि वह राष्ट्रपति के पद पर ऐसे व्यक्ति को बैठाए जो हर तरह से उसके अनुकूल हो और किसी भी मामले में संविधान प्रदत्त अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर सरकार या प्रधानमंत्री के लिए कोई परेशानी खडी न करे। इस लिहाज से देश का नया राष्ट्रपति चुनने के लिए सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी ने बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को अपना उम्मीदवार बनाकर कोई अनोखा या हैरानी वाला काम नहीं किया है, जैसा कि कई विश्लेषक इसे भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मास्टर स्ट्रोक बता रहे हैं।