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रोहिंग्या मुसलमानों की समस्या का कोई अंत नहीं

दुनिया में कोई भी देश उनका नहीं है
आशीष बिश्वास - 2013-01-28 13:45
रोहिंग्या मुसलमानों की समस्या का कोई अंत दिखाई नही पड़ रहा है। म्यान्मार से उन्हें निकाला जा रहा है। वे वहां से भागकर बांग्लादेश की सीमा में प्रवेश करते हैं। उन्हें वहां से भी वापस खदेड़ दिया जाता है। सिंगापुर में शरण लेने की उनकी कोशिश भी विफल हो रही है। उन्हें वहां से भी भगा दिया जाता है। अब उनके पास जाने के लिए कोई देश नहीं है। दुनिया में ऐसा कोई समुदाय नहीं है, जिसकी हालत रोहिंग्याई मुसलमानों जैसी हो।

पाकिस्तानी सीमा पर तनाव

कश्मीर मसले को फिर से उभारने की कोशिश
बी के चम - 2013-01-15 13:58
जम्मू और कश्मीर में पिछले कुछ सालों से माहौल बेहतर बना हुआ है। यह माहौल आने वाले दिनों मंे शांत बना रहेगा या एक बार फिर भारी अशांति का दौर शुरू होगा, इसके बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। लेकिन इसके बारे में कुछ तो विश्लेषण किए जा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले सीमा पार से होने वाली घुसपैठ के बारे में समझना होगा।

नियंत्रण रेखा पर संघर्ष शांति प्रयासों के लिए झटका

लोग खुली सीमा और खुला दिमाग चाहते हैं
हरिहर स्वरूप - 2013-01-14 13:14
जिस समय लाहौर में भारत पाकिस्तान के बीच शांति प्रयास गंभीर दौर में थे, उसी समय सीमा पर संघर्ष और उसमें दो भारतीय जवानों की मौत निश्चय ही दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध बनाने की दिशा में एक बहुत बड़ा रोड़ा है। लाहौर में दक्षिण एशिया फ्री मीडिया एसोसिएशन लाहौर में सीमाओं को खोलने की बात कर रहा था और उसी बीच संघर्ष की खबर आई। यदि पाकिस्तान की दृष्टि से देखें, तो लगेगा कि गलती भारत की थी और यदि भारत की दृष्टि से देखें, तो लगेगा कि गलती पाकिस्तान ने की।

रोहिंग्या मसले पर गतिरोध बरकरार

म्यान्मार और बांग्लादेश के बीच अविश्वास का माहौल
आशीष बिश्वास - 2012-12-08 16:50
कोलकाताः म्यान्मार की सरकार ने उधर अपने देश के रखिने प्रांत के रोहिंग्या मुसलमानों की नागरिकता का पता लगाने के लिए अभियान छेड़ रखा है और इधर बांग्लादेश के मानवाधिकार संगठनों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर आरोप लगाया है कि रोंहिग्या मुसलमानों की समस्या पर चल रहे गतिरोध को समाप्त करने में वह विफल रहा है।

तीस्ता समझौते का ममता का विरोध

भारत के हित भी मारे जा रहे हैं
आशीष बिश्वास - 2012-12-01 08:10
कोलकाताः मुख्यमंत्री बांग्लादेश के साथ जिस तीस्ता समझौते का विरोध कर रही है, उसके न होने के कारण लंबी अवधि में बांग्लादेश से ज्यादा भारत का नुकसान होगा।

उग्रवाद के खात्मे के लिए भारत म्यान्मार सहयोग

पूर्वी एशियाई बाजार का रास्ता बर्मा से होकर जाता है
बरुण दास गुप्ता - 2012-11-15 12:58
कोलकाताः पिछले 2010 के आम चुनाव के बाद सत्ता में आने के बाद म्यान्मार की नागरिक सरकार धीरे धीरे पुराने रास्ते को त्याग रही है। अब वह उन समूहों के साथ शांति स्थापित करने की कोशिश कर रही है, जो सैनिक शाषण से लगातार लड़ते रहे थे।

ओबामा ने एक और इतिहास बनाया

बेहतर हो सकते हैं अमेरिकी भारत संबंध
कल्याणी शंकर - 2012-11-09 11:12
बराक ओबामा की यह एक शानदार जीत थी और वे अब आगामी जनवरी से अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में दूसरा कार्यकाल शुरू करेंगे। अमेरिकियों ने बदलाव की जगह निरंतरता को पसंद किया है। ओबामा ने यह चुनाव जीतकर एक और इतिहास बनाया है। गौरतलब है कि पहले अश्वेत राष्ट्रपति होने का इतिहास वे पहले ही बना चुके हैं। इस बार उन्होंने दि्वतीय विश्वयुद्ध के बाद लगातार दो बार राष्ट्रपति के रूप में दूसरा डेमोक्रेट होने का इतिहास बनाया है।

खालिदा जिया के भारत दौरे पर बांग्लादेश में विवाद

भारत के खिलाफ रुख नर्म कर रहा है विपक्ष
आशीष बिश्वास - 2012-11-06 12:20
कोलकाताः खालिदा जिया अपने भारत दौरे से बांग्लादेश लौटती, उसके पहले ही ढाका में विवाद शुरू हो गया। इस विवाद के केन्द्र में था ढाका का भारत और बांग्लादेश के संबंधों को लेकर बदलता नजरिया।

पुतिन की यात्रा से भारत रूस संबंधों को मिल सकता है नया आयाम

दो दशक की परस्पर उपेक्षा को खत्म करने का समय
अंजन राय - 2012-10-27 16:32
रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन अगले 24 दिसंबर को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। इस यात्रा ने भारत और रूस के संबंधों को फिर से मधुर बनाने की उम्मीदें जगा दी है। कभी भारत और रूस के संबंध बहुत ही अच्छे होते थे। संकट के समय में रूस भारत के साथ खड़ा दिखाई देता था। भारत पाकिस्तान के बीच जब युद्ध हुए थे, तो पाकिस्तान को अमेरिका को मिल रहे समर्थन को भारत रूस से मिल रहे समर्थन से संतुलित कर देता था। रूस का हाथ भारत के साथ होने के कारण अमेरिका बढ़चढ़कर पाकिस्तान का समर्थन नहीं कर पाता था।

चीन की सोच दुर्भाग्यपूर्ण, पर अस्वाभाविक नहीं

अब समाप्त हो रही है भारत की हिचक
अवधेश कुमार - 2011-11-22 12:48
इंडोनेशिया की राजधानी बाली में हमारे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एवं चीन के प्रधानमंत्री वेन जिआबाओ के बीच बातचीत को चाहे जितना सौहार्द्रपूर्ण कहा जाए, भारत द्वारा पूर्व एवं उत्तरी क्षेत्र में सैन्य उपस्थिति बढ़ाने का उसका विरोध कायम है। चीन के राष्ट्रीय समाचार पत्र पीपुल्स डेली ने भारत चीन सीमा पर सैनिक तैनाती के निर्णय को दोनों देशों के संबंधों में तनाव बढ़ाने वाला करार दिया है। पीपुल्स डेली ने भारत को गलत साबित करने के लिए तीन बातें कहीं हैं।