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भारत

क्या मोदी सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर ला पायेगी

अशोक बी शर्मा - 2014-07-15 11:41
नरेन्द्र मोदी सरकार के सामने राजकोषीय घाटे को पाटकर देश की अर्थव्यवस्था में जान लाने की चुनौती है। इस चुनौती का सामना करने के लिए बजट में कुछ अलग हटकर करने की कोशिश की गई है। अपनी योजनाओं को पूरा करने के लिए सरकार ने देशी और विदेशी पूंजी आकर्षित करने की कोशिश की है। अब चूंकि विश्व की अर्थव्यवस्था में भी सुधार हो रहा है और भारत का अंतरराष्ट्रीय माहौल पहले से ज्यादा माकूल होता दिखाई पड़ रहा है। इसलिए भारत इस बदलते परिदृश्य का लाभ उठा सकता है।

जल सीमा पर हुए फैसले को भारत ने माना

बांग्लादेश से उसके रिश्ते मजबूत होने होने के आसार
आशीष बिश्वास - 2014-07-14 12:05
कोलकाताः दक्षिण एशिया में भारत बांग्लादेश रिश्ते को लेकर भारत के इस पड़ोसी देश में एक बार फिर जनमत विभाजित दिखाई दे रहा है।
भारत

व्यापम घोटाले की जड़ में राज्यपाल भी

मुख्यमंत्री ने आरोप साबित होने पर राजनीति से संन्यास लेने की बात की
एल एस हरदेनिया - 2014-07-12 17:28
भोपालः मध्यप्रदेश में विचित्र घटनाएं घटित हो रही हैं। मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के लिए आरोप तो लग ही रहे थे, अब राज्यपाल भी व्यापम भ्रष्टाचार के आरोपों के दायरे में आ गए हैं। राज्यपाल रामनरेश यादव से जब उन आरोपों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यदि उनके ऊपर लगाए जा रहे आरोप सही साबित हों, तो वे फांसी पर चढ़ने के लिए तैयार हैं। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यदि उनके खिलाफ आरोप साबित हो गए, तो वे राजनीति से ही संन्यास ले लेगें।
भारत

कांग्रेस की आलोचना पर बीजेपी में छटपटाहट

बीजेपी का दावा गरीबों,किसानों व भूमिहीनों की चिंता की गयी है बजट में
एस एन वर्मा - 2014-07-11 13:42
नई दिल्ली। कांग्रेस की आम बजट पर तीखी प्रतिक्रिया से बीजेपी में तिलमिलाहट है। आम बजट की खूबियों की मीडिया में ढिंढोरा पीटने के बावजूद बीजेपी केा इस बात की तकलीफ है कि कांग्रेस ने इसे यूपीए सरकार के बजट का नकल बताया है तथा आलोचना में यहां तक कहा है कि इसमें किसानों ,गरीबों व भूमिहीनों की चिंता नहीं की गयी है।
भारत

संसद का सामान्य कामकाज दांव पर

भाजपा को ज्यादा उदारता दिखानी होगी
कल्याणी शंकर - 2014-07-11 12:24
क्या 16वीं लोकसभा के ढंग से काम करने की गुजाइश है? पिछले सोमवार को संसद के सदन की जिस तरह से शुरुआत हुई, उससे तो यही लगता है कि इस लोकसभा का हश्र भी वहीं होगा, जो पिछली 15वीं लोकसभा का हुआ था। 15वीं लोकसभा में अधिकांश समय हंगामे होते रहे। कुछ सत्रों में तो कोई काम ही नहीं हुए। लगातार लोकसभा की कार्रवाई को स्थगित करता रहना पड़ा। अनेक गंभीर मसलों पर बहस तक नहीं हो सकी। अनेक महत्वपूर्ण विधेयक बिना बहस के ही पारित कर दिए गए। इस बार एक स्थिर सरकार सत्ता में आई है। उम्मीद की जानी चाहिए कि इस बार इतिहास नहीं दुहराया जाएगा और संसद अच्छी तरह काम करेगी।
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भाजपा ने पेश किया हसीन सपनों का बजट

विजय कुमार मधु - 2014-07-11 11:22
भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के मुख्यिा नरेन्द्र मोदी और उनके मुख्य सलाहकार अरूण जेटली ने आने वाले 'अच्छे दिनों' जिसका आश्वासन उन्होंने भारत की जनता को अपने चुनाव अभियान के दिनों में दिया था, उसके मद्देनजर 2014-15 का बजट हसीन सपनों के बजट के रूप में पेश किया है तथा आम बजट में अच्छे दिन आने का दावा किया है।
भारत

बजट पूर्व आर्थिक समीक्षा

कैसे तेज होगी विकास की रफ्तार
उपेन्द्र प्रसाद - 2014-07-10 12:06
बजट के पहले पेश किया गया आर्थिक सर्वेक्षण पिछले कुछ सालों की नीची विकास दर को रेखांकित करता है और चालू वित्तीय वर्ष के लिए एक बेहतर विकास दर की उम्मीद जताता है। पर वह यह नहीं बताता कि यह कैसे संभव हो पाएगा।
भारत

मोदी सरकार का पहला रेल बजट, उम्मीदों पर पानी फिरा

उपेन्द्र प्रसाद - 2014-07-09 12:40
नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव अभियान में लोगों की उम्मीदें बहुत बढ़ा दी थी। लोग उन्हें एक ऐसा सुपरमैन समझने लगे थे, जो देश की सारी समस्याओं को मिटा देंगे। पर मोदी सरकार के पहला रेल बजट लोगों की उन उम्मीदों को पूरा नहीं करता, जो उन्होंने नई सरकार के गठन के साथ ही पाल रखी है।
भारत

पश्चिम बंगाल में गुंडे मचा रहे हैं उत्पात

तृणमूल के खिलाफ बढ़ रहा है जन असंतोष
आशीष बिश्वास - 2014-07-08 11:16
कोलकाताः ऐसा आमतौर पर नहीं होता है कि लोग अपराध के खिलाफ भीड़ की हिंसा को पसंद करते है, उसका उद्देश्य भले ही त्वरित न्याय करना हो।
भारत

कांग्रेस की फिर वापसी संभव है

पार्टी नेतृत्व को सुधरना होगा
हरिहर स्वरूप - 2014-07-07 12:11
कांग्रेस हारी तो है, लेकिन यह कहना गलत होगा कि वह समाप्त हो रही है। उसके इतिहास में इसके पहले भी अनेक ऐसे मौके आए, जब उसके विरोधी और कुछ विश्लेषक कहने लग गए थे कि अब वह समाप्त हो रही है, लेकिन हमेशा वे विश्लेषक गलत ही साबित हुए।