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मुसलमानों का सियासी शोषण करने वाले सेकुलरिज्म के सूरमाओं का सूपड़ा साफ बस दुम बची-नकवी

एस एन वर्मा - 2014-10-13 14:03 UTC
नई। दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा भारतीय मुसलमानों का सियासी शोषण करने वाले सेकुलरिज्म के सियासी सूरमाओं का सूपड़ा साफ हो चुका है, बस दुम बची है, इन विधानसभा चुनावों में उसका भी सफाया होगा।
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कांग्रेस का थरूर संकट

प्रदेश कांग्रेस की प्रतिक्रिया अनावश्यक
पी श्रीकुमारन - 2014-10-11 16:36 UTC
तिरुअनंतपुरमः कांग्रेस नेता शशि थरूर के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रस्ताव प्रदेश कांग्रेस कमिटी की ओर से किया गया एक ऐसा फैसला है, जिसकी कोई जरूरत अभी नहीं थी। गौरतलब हो कि शशि थरूर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करने लगे थे और उसके बाद केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी के नेता उनकी आलोचना पर उतर आए। इतना ही नहीं, उन्होंने कांग्रेस के आलाकमान से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी कर दी है।
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हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव

प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिष्ठा दांव पर
कल्याणी शंकर - 2014-10-10 17:16 UTC
क्या हरियाणा और महाराष्ट्र की विधानसभा के चुनाव केन्द्र की मोदी सरकार के पक्ष या विपक्ष में जनमत संग्रह की तरह देखे जा सकते हैं? इसमें कोई दो मत नहीं कि इन दोनों राज्यों के चुनाव में नरेन्द्र मोदी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। नरेन्द्र मोदी के साथ साथ सोनिया गांधी के लिए भी ये चुनाव महत्वपूर्ण हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में जहां नरेन्द्र मोदी को शानदार सफलता मिली थी, वहीं सोनिया गांधी को भारी और शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा था। सोनिया गांधी के लिए तो वह एक बड़ा सदमा से कम नहीं था और वह अभी तक उस सदमें से नहीं उबर पाई है। इन दोनों राज्यों के चुनाव उन्हें सदमे से उबरने का एक मौका दे रहे हैं। कांग्रेस की दृष्टि से यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि राहुल गांधी को इसमें हाशिए पर रखा गया है और मोर्चा सोनिया गांधी ने संभाल रखा है। चुनाव नतीजे इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं कि इस चुनाव के तुरंत बाद जम्मू और कश्मीर, झारखंड और दिल्ली विधानसभा के चुनाव भी इसी साल होने हैं और उन चुनावों की तैयारियों पर भी इनके नतीजों का असर पड़ेगा।
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पर्यटन से बढ़ेगी विकास की रफ्तार

राजु कुमार - 2014-10-09 16:35 UTC
मध्यप्रदेश के इंदौर में आयोजित चैथे ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के पहले दिन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों पर जोर दिया गया। दूसरे एवं तीसरे दिन देश-दुनिया की बड़ी कंपनियों के कर्ता-धर्ता प्रदेश में निवेश के लिए मंथन का समय रखा गया है। राज्य सरकार की ओर विभिन्न सेक्टर में निवेश एवं उद्योग लगाने के लिए प्रजेंटेशन तैयार किया गया है, जिसमें एक महत्वपूर्ण सेक्टर पर्यटन है। पर्यटन ऐसा उद्योग है, जिसमें बड़ी मात्रा में कृषि जमीन का औद्योगिक विकास के लिए हस्तांतरण करने की जरूरत नहीं पड़ती। इसके साथ ही यह बड़े उद्यम से लेकर छोट उद्यमों तक के लिए निवेश का एक बेहतर क्षेत्र है। देश के कई राज्य एवं दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था ही पर्यटन पर टिकी हुई है। मध्यप्रदेश में भी पर्यटन की व्यापक संभावनाएं हैं, जिसका समुचित विकास कर इसमें निवेश करते हुए प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सकता है।
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मोदी ने कहा केंद्र-राज्य एक-दूसरे के पूरक

ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री ने ग्लोबल टैलेंट पूल पर दिया जोर
राजु कुमार - 2014-10-09 16:32 UTC
मध्यप्रदेष के इंदौर में आयोजित ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का उद्घाटन आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। उन्होंने यहां वर्तमान केंद्रीय मंत्रियों एवं भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं की तरह पहली बार मध्यप्रदेष की खुले तौर पर तारीफ की। इस अवसर पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि देष के विकास में राज्यों की महत्वपूर्ण भूमिका है। केंद्र एवं राज्य एक-दूसरे के पूरक हैं। इस अवसर पर मध्यप्रदेष के संदर्भ में उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश की अर्थव्यवस्था का ड्राइविंग फोर्स बन सकता है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री इस दिशा में उम्दा प्रयास कर रहे हैं।
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कृषि उद्योग में हो ज्यादा निवेश

अनाज उत्पादन में मध्यप्रदेश ने कामयाबी हासिल की
राजु कुमार - 2014-10-09 16:29 UTC
भोपालः मध्यप्रदेश पिछले कुछ सालों में कृषि विकास में देश के अग्रणी राज्यों में शुमार हो गया है। प्रदेश में अनाज उत्पादन में मिली सफलता को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित भी किया गया है। तीन साल पहले स्थापित कृषि कर्मण पुरस्कार में मध्यप्रदेश को दो बार सम्मानित किया जा चुका है। अगले साल जनवरी में मिलने वाले कृषि कर्मण पुरस्कार के लिए एक बार फिर मध्यप्रदेश को संक्षिप्त सूची में शामिल कर लिया गया है। कृषि क्षेत्र में अनाज उत्पादन के बाद अब कृषि उद्योग विकास पर जोर देने एवं उसमें निवेश के लिए बड़े उद्योगपितयों को आकर्षित करने की दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है।

भारत की पाक समस्या

इसका स्थाई हल खोजना होगा
उपेन्द्र प्रसाद - 2014-10-09 16:26 UTC
भारत और पाकिस्तान की सीमा पर एक बार और भारी तनाव पैदा हो गया है। कहने की जरूरत नहीं कि इस बार भी यह पाकिस्तान के कारण ही हो रहा है। जब जब वह संकट में होता है, तब तब वह भारत के लिए संकट पैदा करने लगता है। सच कहा जाय, तो पाकिस्तान का जन्म ही एक मनोवैज्ञानिक संकट के कारण हुआ था। सामंतवादी मुस्लिम नेताओं को लगता था कि वे तो अंग्रेजों के आने के पहले यहां के शासक थे और उनके जाने के बाद वे यहां के शासित हो जाएंगे। उनकी यह सामंती सोच ही पाकिस्तान के निर्माण का कारण बना। भारत भूमि का एक टुकड़ा उन्हें अलग से चाहिए था, जहां वे गैर मुस्लिमों द्वारा शासित नहीं हों, बल्कि वे खुद शासक हों। पाकिस्तान बन गया, लेकिन उनकी नजर भारत से नहीं हटी। उन्हें हमेशा भारत को लेकर एक सुरक्षा बोध बना रहा और लगता रहा कि पता नहीं कब भारत उसे नष्ट कर देगा और अपने में मिला लेगा, पर भारत ने कभी ऐसा नहीं सोचा। अपने अस्तित्व के प्रति पाकिस्तान हमेशा चिंतित रहता है और जैसा ही उसकी यह चिता बढ़ती है, वह भारत विरोधी हरकतें तेज कर देता है।
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सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए मध्यप्रदेश में होगा अलग मंत्रालय

राजु कुमार - 2014-10-08 16:50 UTC
भोपालः मध्यप्रदेश में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के पहले दिन आज इंदौर में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों से जुड़े उद्योगपतियों का सम्मेलन किया गया। इस सम्मेलन का उद्घाटन केन्द्रीय सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्री कलराज मिश्र ने किया। प्रदेश में यह दूसरी बार है, जब ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के पहले दिन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों का सम्मेलन किया गया। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में बड़ी कंपनियों एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों को प्रदेश में पूंजी एवं उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित करने पर लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यमियों को यह आशंका होती है कि उन्हें अस्तित्व के संकट का सामना करना पड़ेगा। इस बार न केवल इन उद्यमियों को सौगातें दी गई, बल्कि प्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए अलग से मंत्रालय खोलने की घोषणा भी की गई। यह प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के विकास की दिशा में एक सकारात्मक पहल है। इसके साथ ही प्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में लघु उद्योग संवर्धन बोर्ड गठित करने की घोषणा की गई।
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आरएसएस प्रमुख का भाषण में राम मन्दिर का जिक्र नहीं

अमूल्य गांगुली - 2014-10-08 16:42 UTC
सेक्युलर ब्रिगेड भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के विजयादशमी के दिन दिए गए भाषण से निराश हैं। वह भाषण दूरदर्शन पर सीधा प्रसारित किया गया था। पर उनके निराशा का सबब सीधा प्रसारण नहीं है, बल्कि उस भाषण में कुछ बातों का जिक्र नहीं किया जाना है। उदाहरण के लिए उसमें अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मन्दिर के निमार्ण को कोई उल्लेख नहीं था। इसके साथ ही लव जेहाद के बारे में भी उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। मुस्लिम विरोधी बातें कर हिंदुओं के समर्थन को हासिल करने की रणनीति पर आरएसएस काम करता रहा है, पर इस उसके प्रमुख के भाषण में मुस्लिम विरोध गायब था।

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घोटाले की खबरों से पटनायक परेशान

कंधमाल सीट का उपचुनाव महत्वपूर्ण
अशोक बी शर्मा - 2014-10-07 17:26 UTC
नवीन पटनायक रिकार्ड चौथी बार लगातार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर अपने कार्यकाल का 20 साल पूरा करेंगे। इसमें किसी को कोई शक नहीं है। पिछले विधानसभा के आमचुनाव में उन्हें प्रदेश की 147 विधानसभा सीटों में से 117 पर जीत हासिल हुई थी। प्रदेश की लोकसभा की 21 में से 20 सीटें भी आज उनकी पार्टी के पास ही हैं। लेकिन अब उनके खिलाफ भी असंतोष उपजने लगी है और भ्रष्टाचार के मामले सामने आने से उनके समक्ष की चुनौतियां भी बढ़ गई हैं।