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उमा भारती मध्यप्रदेश की राजनीति में हो रही हैं सक्रिय

भाजपा नेताओं के बीच बढ़ रहे हैं तकरार
एल एस हरदेनिया - 2013-05-14 10:44
भोपालः पिछले 4 मई को जब भोपाल में उमा भारती का जन्मदिन मनाया गया, तो अनेक लोगों त्यौरियां चढ़ गईं। दिन भर उनके जन्मदिन के उत्सव की धूम रही है और उसके दौरान उन्होंने लोगों को संकेत दिया कि मध्यप्रदेश की राजनीति से दूर रहने का उनका कोई इरादा नहीं है।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम

उत्तर भारत तक सिमट रह गई है भाजपा
हरिहर स्वरूप - 2013-05-14 08:13
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे एक खास प्रवृति की ओर इशारा करते हैं। वह यह है कि राज्यों में गठबंधन और संयुक्त सरकारों के दिन अब लद रहे हैं और लोग वहां एक पार्टी की सरकार चाहते हैं, हालांकि केन्द्र के लिए ऐसा नहीं कहा जा सकता, जहां गठबंधन की राजनीति अभी भी बहुत सालों तक चलने वाली है।

सूरत में की गयी मुसिलमों के आर्थिक व सामाजिक चुनौतियों पर चर्चा

एस एन वर्मा - 2013-05-12 14:43
सूरत। हीरों की तराशी के लिए संसार भर में प्रसिद्ध गुजरात के इस शहर में आज मुसिलमों के तरक्की और बेहतरी के लिए विद्वानों,समाजसेविओं और नेताओं ने गहन चिंतन की तथा साफ साफ शब्दों में सरकार को संदेश दिया गया कि मुसलमानों के उत्थान के बिना देश विश्व में नंबर वन नहीं बन सकता है। जब तक भारत का यह तबका पिछड़ा रहेगा देश प्रगति के पथ पर आगे नहीं बढ़ सकता।

शारधा का फुटा बुलबुला

ममता बनर्जी पहली बार संकट में
सौम्य बंदोपाध्याय - 2013-05-11 10:36
कोलकाताः दो साल पहले सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वामपंथियों से कहा था कि वे अब कम से कम 10 साल तक अपना मुह बंद रखें। सत्ता से हटाए जाने के बाद एक साल तक तो वे वास्तव में चुप ही रहे, क्योंकि उन्हें पता था कि प्रदेश के लोगों का मूड उनके खिलाफ है और वे यदि ममता बनर्जी के खिलाफ बोलेंगे, तो लोग उनकी बातों को अहमियत नहीं देंगे। एक साल बाद वे ममता के खिलाफ कुछ बोलने भी लगे हैं, पर बहुत ही संभल संभल कर, क्योंकि उन्हें लग रहा है कि लोगों का मूड अ्रभी भी उनके खिलाफ है और ममता बनर्जी की लोकप्रियता पहले की तरह कायम है।

लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ तमिलनाडु में हिंसा का माहौल

जयललिता ने अपना रुख कठोर किया
एस सेतुरमन - 2013-05-10 10:06
लोकसभा के आमचुनाव का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा है, तमिलनाडु की राजनीति में तनाव बढ़ता जा रहा है और यह तनाव कभी कभी हिंसक रूप भी लेने लगा है। प्रदेश की दो मुख्य पार्टी- डीएमके और एआईएडीएमके- के नेता अपनी अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए पहले से ही सक्रिय हैं और इधर पिछले महीने एकाएक पीएमके के नेता डाॅ रामदाॅस भी सक्रिय हो गए। उन्होंने पिछले 25 मई को एक रैली आयोजित करने की योजना बनाई थी।

कर्नाटक के चुनावी नतीजो से भाजपा पस्त

मोदी की महात्वाकांक्षा को बड़ा झटका
अमूल्य गांगुली - 2013-05-09 16:43
कनार्टक के नतीजे अप्रत्याशित नहीं, लेकिन इसके कारण इसका महत्व कम नहीं होता, क्योंकि यह जीतने और हारने वाले दोनों के लिए कुछ सबक देता है। पहले हारने वाले की बात करें। भाजपा के प्रवक्ता राजीव प्रताप रूड़ी से जब उनकी पार्टी की हार के बारे में पूछा गया, तो उनका जवाब था कि हार गए तो क्या? इसी से पता चलता है कि इस हार से पार्टी किस तरह से अपने को पस्त महसूस कर रही है।

बिहार हो गया है मोदीमय

सुशील मोदी ने दिया नीतीश के मंसूबे को करारा झटका
उपेन्द्र प्रसाद - 2013-05-08 17:06
नरेन्द्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार बनने से रोकने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री अपनी सरकार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर बहुत हद तक निर्भर थे। जब कभी भी नरेन्द्र मोदी के बिहार में आकर प्रचार करने की बात आती थी, तो नीतीश कहते थे कि बिहार में अपने एक मोदी( सूशील मोदी) पहले से ही हैं, बाहर (गुजरात) से किसी और मोदी को यहां आने की क्या जरूरत है?

मध्य प्रदेश कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए राहुल बहुत गंभीर

आदिवासी इलाके के जमीन से जुड़े कार्यकत्र्ताओ से की मुलाकात
एल एस हरदेनिया - 2013-05-06 15:24
भोपालः पिछले दिनों कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का मध्यप्रदेश दौरा हुआ, जिसमे श्री गांधी ने अपनी पार्टी के नेताओ ंको साफ साफ संदेश दिया कि यदि वे एकताबद्ध नहीं हुए, तो समाप्त हो जाएगे। लगता है कि उनकी इस चेतावनी का गुटों में बंटे प्रदेश कांग्रेस नेताओं पर असर पड़ा है।

उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री पद के अनेक दावेदार

अस्सी लोकसभा सीटों की भूमिका होगी महत्वपूर्ण
प्रदीप कपूर - 2013-05-04 16:03
लखनऊः उत्तर प्रदेश लोकसभा में सबसे ज्यादा सांसद चुनकर भेजता है। इस बार प्रधानमंत्री पद के लिए भी सबसे ज्यादा दावेदार उत्तर प्रदेश से ही हैं। यही कारण यह कि देश की सबसे ज्यादा आबादी वाला यह प्रदेश राजनैतिक पार्टियों को सबसे महत्वपूर्ण अखाड़ा बन गया है।

कर्नाटक चुनाव में मोदी और राहुल नरम रहे

लोकसभा चुनाव के पहले वे अपनी प्रतिष्ठा को दाव पर नहीं लगाना चाहते
कल्याणी शंकर - 2013-05-04 00:05
कांग्रेस क उपाध्यक्ष राहुल गांधी और भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता नरेन्द्र मोदी भी कर्नाटक विधानसभा में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, पर दोनों के प्रचार में एक समानता है। वह समानता यह है कि दोनों ने इस प्रचार में अपने आपको पूरी तरह झोंकने से परहेज कर रखा है। पहले उम्मीद की जा रही थी कि कर्नाटक नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी के बीच सघर्ष की भूमि बनेगी। आगामी लोकसभा में मोदी बनाम राहुल की लड़ाई की शुरुआत कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में तय मानी जा रही थी। पर दोनों नेताओ ने इस चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा की लड़ाई बनाने से लगातार परहेज रखा।