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भारत में आभूषणों का कुल बाज़ार 90 बिलियन अमेरिकी डालर

एस एन वर्मा - 2013-09-23 06:27
नर्इ दिल्ली। यूबीएम इणिडया द्वारा दिल्ली ज्वैलरी का आयोजन किया गया। रत्न एवं आभूषण उधोग के लिए आयोजित किया जाने वाला यह मेला रत्नों और आभूषणों के कारोबार के लिए एक बेहतरीन मंच बन कर उभरा है। आभूषणों की दृषिट से देखा जाए तो चीन तेज़ी से विकसित होते हुए बाज़ारों में से एक है, साथ ही भारत भी आभूषणों के कारोबार के लिए दुनिया के प्रमुख गंतव्यों में से एक है। भारत में आभूषणों का कुल बाज़ार 90 बिलियन अमेरिकी डालर के करीब है, जिसमें डोमेसिटक रीटेल एवं कारोबार सेगमेन्ट दोनों शामिल हैं। दिल्ली, उत्तरी भारत में आभूषणों के कारोबार के लिए मुख्य केन्द्र है। दिल्ली में आभूषणों का बाज़ार बेहद सक्रिय है। हर तरह की ज्वैलरी के नए एवं अत्याधुनिक डिज़ाइन आपको यहां देखने को मिलेंगे।

ऊर्जा के गैर पारंपरिक स्रोतों का तेजी से विकास

केन्द्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला की भूमिका सराहनीय
नन्तू बनर्जी - 2013-09-21 10:50
नई दिल्लीः यूपीए सरकार पर एक से बढ़कर एक भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। नीतिगत मसलों पर ठहराव का इलजाम भी लगाया जा रहा है। लेकिन इन सबसे मुक्त भारत सरकार का एक विभाग है, जो लाजवाब उपलब्धियां हासिल कर रहा है। उसके मंत्री पर भी किसी तरह के भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे हैं। वे किसी प्रकार के विवाद में भी नहीं फंसे हैं। मंत्री हैं फारूक अब्दुल्ला और मंत्रालय है गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोत।

चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों से कांग्रेस और भाजपा में हड़कंप

अरविंद केजरीवाल बन चुके हैं एक बड़ा फैक्टर
उपेन्द्र प्रसाद - 2013-09-20 10:20
नई दिल्लीः दिल्ली की राजनीति दो ध्रुवीय रही है। हमेशा मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच ही होती रही है। जब कांग्रेस की स्थिति खराब होती है, इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी को अपने आप हो जाता है और जब भारतीय जनता पार्टी खस्ताहाल होती है, तो फिर कांग्रेस की बन आती है। पर इस बार केजरीवाल फैक्टर ने दोनों की नींद उड़ा दी है।

क्या कांग्रेस में नई जान फूंक पाएंगे सिंधिया?

युवा नेता कर रहे हैं चौहान का सामना
एल एस हरदेनिया - 2013-09-19 11:04
भोपालः इसमें कोई शक नहीं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस द्वारा अपनी चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाने और तुरंत उनके सक्रिय होने जाने से कांग्रेस नेताओं की पेशानी पर बल पड़ गए हैं।

दमनकारी रथ बनाम विजय रथ: श्रीराम गीता का संदेश

ज्ञान पाठक - 2013-09-19 10:50
आज चारों ओर रावण सदृश लोगों के दमनकारी रथ के पहियों के नीचे आम लोग कुचले जा रहे हैं। विभीषण जैसे ज्ञानवान व्यक्ति, जिन्होंने अत्याचार और दमन का साथ तो छोड़ दिया है परन्तु दमनकारियों की शक्ति, सामर्थ्य और संसाधन देखकर भ्रमित हो गये हैं। उन्हें संदेह हो गया है। कहते हैं कि आखिर संसाधन हीन लोग कैसे उस दमनकारियों को परास्त कर पायेंगे! संसाधन हीन लोग, नंगे पैर और नंगे शरीर किस प्रकार अपनी रक्षा कर पायेंगे! ऐसी निराशा की स्थिति में श्रीराम गीता का संदेश ही एकमात्र आश्रय दिखता है।

पंजाब का राजकोष संकट में

अकाली दल ने दिया मोदी का साथ
बी के चम - 2013-09-18 12:00
चंडीगढ़ः पिछले दिनों चंडीगढ़ के अखबारों में दो सुर्खियां आईं। एक में उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के हवाले से कहा गया कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि मीडिया राज्य सरकार के राजकोष के बारे में गलत जानकारी दे रहा है। उसमें सुखबीर ने था कि यह गलत कहा जा रहा है कि सरकारी खजाना खाली है। सरकार द्वारा कर्मचारियों को वेतन और रिटायर लोगों को पेंशन देने में चूक जाने की बात को भी उन्होंने खारिज कर दिया था। उन्होंने मीडिया की आलोचना करते हुए कहा कि वह नाहक राज्य सरकार को बदनाम र रहा है और कह रहा है कि सरकार वित्तीय संकट से ग्रस्त है।

उत्तर प्रदेश दंगों के सबक

उपेन्द्र प्रसाद - 2013-09-17 13:33
मुजफ्फरनगर का दंगा पिछले 20 साल के दौरान उत्तर प्रदेश में हुआ सबसे बड़ा दंगा है। अखिलेश सरकार के गठन के साथ ही प्रदेश में दंगों का दौर भी शुरू हो गया था। उसके पहले मायावती की सरकार 5 सालों तक रही और उसके दौरान एक भी सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ। जाहिर है सरकार बदलने के साथ कुछ तो ऐसा हुआ, जिससे प्रदेश में दंगे होने लगे।

चंद्रशेखरन हत्या कांड के 20 अभियुक्त दोषमुक्त

कांग्रेस के अंदर गुटीय संघर्ष तेज
पी श्रीकुमारन - 2013-09-17 13:28
तिरुअनंतपुरमः रेवल्युशनरी माक्र्सवादी पार्टी के नेता टीपी चन्द्रशेखरन की हत्या के 20 आरोपी दोषमुक्त घोषित किए जा चुके हैं। अदालत के इस फैसले के बाद कांग्रेस के अंदर गुटीय संघर्ष और भी तेज हो गया है।

भाजपा का प्रधानमंत्री उम्मीदवार

मोदी के नाम की घोषणा के सिवा और कोर्इ रास्ता ही नहीं था
उपेन्द्र प्रसाद - 2013-09-15 07:40
आडवाणी के हर संभव प्रतिरोध के बावजूद यदि नरेन्द्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित करने के लिए भाजपा को बाध्य होना पड़ा, तो इसका एकमात्र कारण यही है कि उसके पास इसके अलावा और कोर्इ रास्ता ही नहीं रह गया था। मोदी के मसले पर ही नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ छोड़ दिया था। उनके साथ छोड़ने के पहले से ही भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह कहने लगे थे कि मोदी देश के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं। जब आप अपनी पार्टी में किसी को सर्वाधिक लोकप्रिय नेता मान लेते हों और यह भी कहते हों कि उस सर्वाधिक लोकप्रिय नेता को पार्टी के कार्यकत्र्ता प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में देखना चाहते हैं, तो फिर उसे औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री उम्मीदवार नहीं घोषित करने पर लोगों के बीच तरह तरह के संशय पैदा होने लगते हैं।

उत्तर प्रदेश के दंगों के संदेश

सपा और भाजपा दोनों जिम्मेदार
कल्याणी शंकर - 2013-09-13 11:01
उत्तर प्रदेश मे राजनैतिक पार्टियां आग से खेल रही हैं। चुनाव जीतने के लिए वह कुछ भी करने को तैयार हैं। मुजफ्फरनगर के दंगे इसका ताजा उदाहरण हैं। इनमें अबतक 40 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। वोट बैंक की राजनीति के तहत वहां दंगे भड़काए जा रहे हैं और इसी राजनीति के तहत प्रशासन को भी ढीला छोड़ दिया जाता है। उत्तर प्रदेश के जिन इलाकों में अभी दंगे हुए हैं, वहां जाट और मुस्लिम साथ साथ रहा करते थे और एक साथ ही मतदान भी किया करते थे।