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काले अध्यादेश की वापसी और उसके बाद

विधायिका के सदस्यों के मुकदमे फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलें
उपेन्द्र प्रसाद - 2013-10-03 10:50
दोषी सांसदों और विधायकों को बचाने वाले काले अध्यादेश को वापस लिए जाने के फैसले से सभ्य समाज राहत की सांस ले रहा है। आजादी के बाद का संभवतः यह सबसे काला अध्यादेश था, जिसका एक मात्र मकसद लोकतंत्र में आपराधिक तत्वों को बढ़ावा देना और भ्रष्टाचार के लिए सत्ता पर काबिज लोगों को प्रेरित करना था। हमारा राजनैतिक शासक वर्ग व्यवस्था की बुराइयों को दूर करने में तो दिलचस्पी नहीं लेता, पर जब न्यायपालिका द्वारा उन बुराइयों के खिलाफ कुछ आदेश जा जाते हैं, तो वह किस तरह बौखला जाता है, इसका ताजा उदाहरण वह अध्यादेश था।

रेलों के लिए बनेगा प्रतिवर्ष 1 लाख पहिए

एस एन वर्मा - 2013-10-03 10:49
नई दिल्ली,3 अक्टूबर। इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा और रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में आज राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) और भारतीय रेलवे के बीच भारत के सबसे बड़े फोर्जड व्हील संयंत्र परियोजनाओं के लिए समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। इस अवसर पर रेल राज्य मंत्री अधीर रंजन चौधरी भी उपस्थित थे।

सोने की तस्करी से मुख्यमंत्री कार्यालय का नाम जुड़ा

चांडी की मुश्किलें और बढ़ी‘
पी श्रीकुमारन - 2013-10-02 13:33
तिरुअनंतपुरमः सोलर पैनल घोटाले से परेशान केरल की चांडी सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब उस पर एक नई आफत आ गई है। इस आफत का संबंध सोने की तस्करी से है।

चारा घोटाले में लालू को सजा

बिहार की राजनीति का एक अध्याय समाप्त
उपेन्द्र प्रसाद - 2013-09-30 18:18
पिछले 23 सालों से बिहार की राजनीति की सबसे ताकतवर नेता रहे लालू प्रसाद को चारा घोटाले मे सजा मिलने के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी आबादी वाले इस राज्य की राजनीति का एक अध्याय समाप्त हो गया है। आज से बिहार की राजनीति वह नहीं रहेगी, जो कलतक थी। अब उनके राष्ट्रीय जनता दल का भविष्य अनिश्चित ही नहींत्र बल्कि अंधकारमय भी हो गया है। उनके पुत्र 25 वर्षीय तेजस्वी यादव उनके दल की लालटेन जलाए रह पाएंगे, इसकी संभावना नहीं के बराबर है। उनका दल पूरी तरह उन पर ही आश्रित था और उनके सजा पाने के बाद उसके नीचे की जमीन धसक चुकी है।

भाजपा की भोपाल रैली: अभूतपूर्व कार्यकर्ता महाकुम्भ

एल एस हरदेनिया - 2013-09-28 09:43
भोपालः इसमें कोई शक नहीं कि भोपाल में भाजपा ने 24 सितंबर को जो आयोजन किया वह बहुत ही विशाल था। सच कहा जाय, तो विशाल शब्द भी उसके सामने छोटा महसूस होता है। भारतीय जनता पार्टी ने इसे कार्यकत्र्ता महाकुम्भ का नाम दिया था। इसमे 5 लाख से भी ज्यादा लोग शामिल थे। इस तरह का इतना बड़ा कार्यकत्र्ता सम्मेलन देश में किसी भी पार्टी का अभी तक कहीं भी आयोजित नहीं हुआ था। मानना पड़ेगा कि यह एक अभूतपूर्व आयोजन था।

चन्द्रबाबू नायडु का संकट

क्या एनडीए मे शामिल होंगे?
कल्याणी शंकर - 2013-09-28 09:39
तेलुगू देशम पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रबाबू नायडु राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रासंगिक होने की कोशिश कर रहे हैं। एक समय था, जब 1990 के अंतिम 4 सालों मंे राष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी तूती बोलती थी। अब वे 2014 के बाद किंग नहीं, तो किंगमेकर की भूमिका निभाने के लिए बेताब दिखाई पड़ रहे हैं।

यूपीए सरकार का एक काला अध्यादेश

मनमोहन सिंह को भ्रष्ट और अपराधियों से लगाव क्यों?
उपेन्द्र प्रसाद - 2013-09-28 09:35
भ्रष्ट और अपराधी तत्वों से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी यूपीए सरकार से कितना लगाव है, इसका एक और उदाहरण एक नये अध्यादेश की मंत्रिमंडल द्वारा दी गई स्वीकृति से लगता है। सुप्रीम कोर्ट ने 10 जुलाई के अपने एक आदेश में सजा पाए हुए सांसदों और विधायकों की सदस्यता को तत्काल प्रभाव से समाप्त माने जाने का आदेश जारी कर दिया था और उसके साथ यह भी कह दिया था कि सजा पाए वे सांसद या विधायक चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे।

अंग्रेजी की उपेक्षा करना खतरनाक: एक दृष्टिकोण

स्कूलों में इस ग्लोबल भाषा की पढ़ाई होनी चाहिए
अमूल्य गांगुली - 2013-09-25 10:36
सरकार अब प्ले स्कूलों को यह आदेश देने जा रही है कि वे पढ़ाई मातृभाषाओं मे ही कराए, अंग्रेजी में नहीं। सरकार के इस निर्णय के भयंकर परिणाम सामने आने वाले हैं।

मुजफ्फरनगर दंगे से उठते सवाल

क्या सपा सरकार के खिलाफ हो रही है साजिश?
प्रदीप कपूर - 2013-09-24 13:34
लखनऊः मुजफ्फरनगर में हुए दंगों ने अखिलेश यादव की प्रशासन क्षमता पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। उनकी सरकार का विश्वसनीयता भी अब संदिग्ध हो गई है।

सोलर पैनल घोटाले के मुकदमों के जज बदले

अदालत के निर्णय पर तीखी राजनैतिक प्रतिक्रिया
पी श्रीकुमारन - 2013-09-23 10:31
तिरूअनंतपुरमः केरल हाई कोर्ट ने अपने रूटीन कामकाज के तहत जजों के कामों में बदलाव किया है और उसके कारण सोलर पैनल घोटाले से संबंधित मुकदमों के जजों की भी बदली हो गई है। इसके कारण राजनैतिक क्षेत्र में हंगामा खड़ा हो गया है।