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केरल के स्थानीय निकाय चुनाव

क्या वाम लोकतांत्रिक मोर्चा 2005 के प्रदर्शन को दुहरा पाएगा?
पी श्रीकुमारन - 2010-10-19 14:16
तिरुअनंतपुरमः क्या वामलोकतांत्रिक मोर्चा स्थानीय निकायों के हो रहे चुनावों में अपने 2005 के प्रदर्शन को दुहरा पाएगा? यह सवाल सत्ताधारी मोर्चा के कार्यकर्त्ताओं के ही नहीं अल्कि विपक्षी मोर्चा के कार्यकत्ताओं और नेताओं को भी उद्वेलित कर रहा है।

प्रधानमंत्री खुद आ गए हैं सवालों के घेरे में

भ्रष्टाचार ने धूमिल कर दी है प्रधानमंत्री की छवि
विशेष संवाददाता - 2010-10-18 14:13
नई दिल्लीः पिछले दिनों प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री के पुरष्कार से नवाजा गया। उनके बड़े से बड़े आलोचक भी उनकी विद्वता का लोहा मानते हैं और उनकी व्यक्तिगत ईमानदारी पर सवाल नहीं खड़ा करते। इन्दिरा गांधी और जवाहरलाल नेहरू के बाद सबसे ज्यादा समय तक देश का प्रधानमंत्री पद पर रहने का भी उन्होंने रिकार्ड बना लिया है। यही कारण है कि जब 2009 में प्रधानमंत्री के पद पर उनकी दुबारा वापसी हुई, तो राष्ट्र ने उनकी सराहना की। लोगों को लगा कि उनकी पार्टी और गठबंधन को मिली ज्यादा सीटों के बदौलत वे पहले की अपेक्षा और भी बेहतर काम कर पाएंगे।

बिहार के चुनावी माहौल में घुला कडु़वाहट

एस एन वर्मा - 2010-10-18 04:41
नई दिल्ली , 18 अक्टूबर। बिहार में राजनीतिक दलों के चुनाव प्रचार अभियान चरम पर है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के चुनाव अभियान में कूद पड़ने के बाद आरेाप प्रत्यारोप का दौर मंे तेजी आ गयी है। कांग्रेंस,जद यू, बीजेपी और राजद नेताओं के भाषणों में कडु़वाहट घुलता जा रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा बिहार सरकार पर घोटाले के आरोप लगाए जाने के बाद नीतिश और अरुण जेटली के तिलमिलाने पर आज कांग्रेस ने चुटकी लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मुहैया कराए गए पैसा का हिसाब मांग कर प्रधानमंत्री व सोनिया ने कोई गुनाह नहीं किया है। लोकतंत्र में विपक्षी दलों का इस तरह का प्रश्न पूछने का अधिकार बनता है।

कर्नाटक संकट के पीछे धन की ताकत

दल बदल विधेयक पर फिर से विचार की जरूरत
कल्याणी शंकर - 2010-10-16 14:09
कर्नाटक में एक बड़ा नाटक चल रहा है और एक बहुत ही छोटी राजनीति हो रही है। इस नाटक में न तो भाजपा और न ही कांग्रेस कोई अच्छी भूमिका में है। स्पीकर और जनता दल (एस) की भूमिका को भी सराहा नहीं जा सकता। यानी इस खेल में सबके हाथ गंदे हैं। अदालत ने भी अपने आदेश को सुरक्षित रखकर भ्रम को बढ़ाने का ही काम किया है। मुख्यमंत्री यदुरप्पा ने तीन दिनों के अंदर दो बार विधानसभा में बहुमत हासिल करने का रिकार्ड बनाया है। यदि हाई कोर्ट स्पीकर द्वारा 11 भाजपा विधायकों की सदस्यता समाप्ति के निर्णय पर रोक लगा देता है, तो मुख्यमंत्री एक सप्ताह के अंदर तीसरी बार अपना बहुमत साबित करते दिखाई पड़ सकते हैं।
दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों की सफल समाप्ति

क्या कॉमनवेल्थ के लुटेरे दंडित होंगे?

उपेन्द्र प्रसाद - 2010-10-15 14:06
नई दिल्लीः दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल समाप्त हो चुके हैं। इस खेल के पहले भारत की छवि दुनिया भर में खराब हो रही थी। खेल शुरू होने के बाद अंत होने तक सबकुछ ठीकठाक रहा और उसके आगे देश की जगहंसाई नहीं हुई। लेकिन पहले जो कुछ हुआ, वह बहुत ही शर्मनाक था। खेल के आयोजन और उससे संबंधित निर्माणों में हजारों करोड़ रुपए के घपले होने की खबरें भी आ रही थीं। वे खबरें निराधार नहीं थी।

राहुल की मध्यप्रदेश यात्रा से चौहान परेशान

आदिवासियों के बीच हुई प्रतिक्रिया से कांग्रेसी खुश
एल एस हरदेनिया - 2010-10-15 14:02
भोपालः कांग्रेस राहुल गांधी को देश के भावी प्रधानमंत्री के रूप में पेश करने का एक राष्ट्रव्यापी अभियान चला रही है। उसी अभियान के तहत पिछले दिनों राहुल ने मध्यप्रदेश में यात्रा की। वे 3 दिनों तक मध्यप्रदेश में रहे। उनकी यात्रा से एक भारी विवाद पैदा हुआ। भोपाल में एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सीमी और आरएसएस में कोई फर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि दोनों ही कट्टरपंथी हैं और वे दोनों समाज को विभाजित करने की बात करते हैं।

भाजपा की मुश्किलों का अंत नहीं

बिहार में पार्टी कमजोर हालत में
अमूल्य गांगुली - 2010-10-13 13:59
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के लखनऊ बेंच के फैसले पर यदि भाजपा जश्न नहीं मना सकी तो उसके पर्याप्त कारण हैं। पहला कारण तो यही है कि पिछले दो दशकों में रामजन्म भूमि का मसला हिन्दुओं के बीच भी अपनी चमक खो चुका है। और पार्टी को पता है कि इस फैसले के बाद यदि सांप्रदायिकता का उन्माद पैदा हुआ, तो उसे नुकसान भी हो सकता है। उसे अहसास हो रहा है कि 1990 के दशक और 2002 का साल अब बीते दिनो की बात हो गई है, जब इस तरह का उन्मादी माहौल उसे राजनैतिक फायदा पहुंचाता था।

सिंघवी ने कांग्रेस अभियान की हवा निकाल दी

वाम लोकतांत्रिक मोर्चा की बल्ले बल्ले
पी श्रीकुमारन - 2010-10-12 13:56
तिरुअनंतपुरमः स्थानीय निकायों के चुनावों के लिए चल रहा कांग्रेस का अभियान बहुत ही कमजोर पड़ गया है। अब यह कोई भी देख सकता है। और यह हुआ है कांग्रेस के दिल्ली मुख्यालय में बैठे एक नेता के कारण, जो पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता का काम करते रहे हैं। फिलहाल पार्टी नेतृत्व ने उन्हें अस्थाई रूप से आधिकारिक प्रवक्ता के पद से हटा दिया है, लेकिन उनके कारण पार्टी को जो नुकसान केरल के स्थानीय निकायों के चुनावों में होना था वह हो गया है।

अयोध्या फैसला और बिहार चुनाव

मंदिर- मस्जिद चुनाव का मुद्दा नहीं
उपेन्द्र प्रसाद - 2010-10-11 13:53
पूरे देश की तरह बिहार के लोग भी अयोध्या के मंदिर- मस्जिद विवाद पर अदालत के फैसले का इंतजार कर रहे थे। बिहार के चुनावों में भाग लेने वाली प्रमुख पार्टियों के बीच भी उस फैसले को लेकर उत्सुकता थी। माना जा रहा था कि उस फैसले के बाद पार्टियों की राजनीति और रणनीति में बदलाव आएगा। आज जब उस फैसले के 10 दिन से भी ज्यादा हो गए हैं और बिहार पर भी अब जब चुनावी बुखार चढ़ने लगा है तो यह देखा जा सकता है कि मन्दिर मस्जिद इस चुनाव का मुद्दा बन ही नहीं सका है।

साफ-सफाई से दूर भागे बीमारी, निर्मल ग्राम सनकोटा की कहानी

राजु कुमार - 2010-10-09 13:50
’’पहले गांव में घुसने के पहले नाक पर हाथ रखना पड़ता था, पर अब ऐसा नहीं है। गांव में चारों ओर ताजगी एवं स्वच्छता का अहसास होता है। सभी घर में शौचालय, स्नानघर और वाटर रियूज सिस्टम लगा हुआ है. ऐसे में पिछले साल से पानी से होने वाली बीमारियों में भी कमी आई है,‘‘ यह कहना है धार जिले के धरमपुरी विकासखंड के सनकोटा ग्राम पंचायत के सचिव रमेश गिरवाल का।